#स्वयंफेस्टिवल: इस बार सर्दी में नहीं ठिठुरेंगे पैर, नए-नए जूते मिलने से खिले चेहरे

Update: 2016-12-08 14:57 GMT
प्रेमा देवी स्कूल में कुछ बच्चों को नए-नए जूते मिले तो उनके चेहरे खिल गए।

स्वयं डेस्क

छेदा (बाराबंकी)। कई बच्चों के जूतों के उनके अंगूठे झांकते रहते थे तो कई सर्दियों में नंगे पैर या फिर फिर सिर्फ चप्पलों में ही स्कूल आते थे, लेकिन इस बार उनके पैर ठिठुरेंगे नहीं, स्वयं फेस्टिवल के दौरान उन्हें नए-नए जूते मिल गए। जूते मिलने पर छात्र-छात्राओं ने गांव कनेक्शन फाउंडेशन को मुस्कुराते हुए धन्यवाद भी कहा।

लखनऊ से करीब 75 किलोमीटर दूर बाराबंकी जिले के सूरतंगज इलाके के लालापुर के प्रेमा देवी बालिका विद्यालय में आसपास के कई गांवों के बच्चे पढ़ने आते हैं। स्वयं फेस्टिवल के छठे दिन स्कूल में पढ़ने वाले गरीब बच्चों को गांव कनेक्शऩ फाउंडेशन की तरफ से जूते दिए गए। नए-नए जूते मिलने बच्चे काफी खुश हुए। स्कूल के प्रधानाचार्य अजय श्रीवास्तव ने इस पहल के लिए स्वयं फेस्टिवल के आयोजन और बच्चों को जूते दिने के लिए शुक्रिया कहा, उन्होंने कहा कि इस बार इन बच्चों के पैर ठंड से ठिठुरेंगे नहीं।

प्रेमा देवी के साथ ही स्वयं फेस्टिवल के दौरान कई और गरीब बच्चों को जूते दिए गए। जबकि आठ दिसंब को घाघरा के बाढ़ प्रभावित गांवों में कुछ बच्चों को चिन्हिंत कर जूते वितरित किए जाएंगे।

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