#स्वयंफेस्टिवल : ब्लाइंड बच्चों का जीवन संवार रहे रोहित

Update: 2017-01-04 19:35 GMT
ब्लाइंड स्कूल में संगीत सत्र में कीर्तन करते बच्चे।

रबीश कुमार (कम्युनिटी जर्नलिस्ट) 24 वर्ष

फैजाबाद। वे देख नहीं सकते लेकिन हरमोनियम पर हाथ ऐसे चलते हैं कि देखने वाले हैरान हो जाएं। उस पर ढोलक-मजिरा की संगत ने समा बांध दिया। हो भी क्यों न उनके उस्ताद हैं रोहित सिंह।

रोहित इन बच्चों को संगीत सिखाने के साथ-साथ उनका ख्याल भी रखते हैं। वैसे तो वह पेशे से शिक्षक हैं लेकिन उनका खाली समय इन्हीं बच्चों के साथ कटता है। वे हर माह मिलने वाली तनख्वाह में से कुछ न कुछ हिस्सा इन बच्चों पर खर्च करते हैं। फाउंडेशन ने रोहित को इस योगदान के लिए धन्यवाद किया।

फैजाबाद में रविवार को ब्लाइंड स्कूल के बच्चे अपनी प्रस्तुति देकर स्वयं फेस्टिवल के रंग में रंग गए। उन्होंने कीर्तन के साथ-साथ फिल्मी गाने भी गाए। कार्यक्रम में 16 छात्रों ने भाग लिया। रोहित सिंह ने संगीत सत्र के बाद छात्रों को जूते बांटें। वहीं अमित सिंह ने गरम कपड़े दिए।

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