#स्वयंफेस्टिवल : आगरा में महिलाओं को बांटे सैनिटरी नैपकिन, बताए सावधानी के उपाय

Update: 2017-01-04 18:40 GMT
कार्यक्रम में महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन बांटतीं डा शिवानी चतुर्वेदी।

अंकित खंडेलवाल ( कम्युनिटी जर्नलिस्ट) 25 वर्ष

स्वयं डेस्क

आगरा। आगरा के बिचपुरी ब्लाक में स्वयं फेस्टिवल के पहले दिन महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन बांटे गए। इसके साथ ही उन्हें महावारी के दौरान ध्यान रखने वाली विशेष बातों की जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने बताया कि कैसे इस दौरान स्वच्छता बनाए रखी जा सकती है।

महावारी आज भी ग्रामीण इलाकों में एक टैबू है। महिलाओं का इस विषय पर बात करना अच्छा नहीं समझा जाता। इसलिए उन्हें इस विषय पर ज़रूरी जानकारियां नहीं मिल पाती। एक आंकड़े के मुताबिक़ देशभर में करीब 35 करोड़ महिलाएं उस उम्र में हैं जब महावारी होती है। लेकिन इनमें से करोड़ों महिलाएं इस अवधि को सुविधाजनक और सम्मानजनक तरीके से नहीं गुजार पाती। एक शोध के अनुसार करीब 71 फीसदी महिलाओं को पहले मासिक स्राव से पहले मासिकधर्म के बारे में जानकारी ही नहीं होती। करीब 70 फ़ीसदी महिलाओं की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं होती कि सेनिटरी नेपकिन खरीद पाएं।

कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने भाग लिया।

गाँव कनेक्शन फाउंडेशन के स्वयं प्रोजेक्ट के तहत हुए सत्र में ग्रामीण महिलाओं और युवतियों को सैनिटरी नैपकिन बांटे गए। साथ ही उन्हें इस उम्र में आने वाली स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं और उनसे उबरने के लिए ज़रूरी सावधानियों की जानकारी भी दी गई।

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