उन्नाव: फार्मासिस्ट व वार्ड ब्वाय के सहारे राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल 

Update: 2017-05-22 09:27 GMT
राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल हसनगंज में तैनात महिला चिकित्सक कभी आती ही नहीं।

स्वयं प्रोजेट डेस्क

उन्नाव। राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल हसनगंज में तैनात महिला चिकित्सक के न आने से फार्मासिस्ट व वार्ड ब्वाय के सहारे अस्पताल चल रहा है और चिकित्सक घर बैठकर वेतन उठा रहे हैं।

हसनगंज ब्लाक के हसेवां गाँव मे स्थित राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल खुद बीमार चल रहा है। अस्पताल में दवाओं का अकाल पड़ा रहता है। यहां तैनात चिकित्सक भी महीने में एक बार आकर पूरे महीने की हाजिरी लगाकर चले जाते हैं। मरीजों को फार्मासिस्ट विजय यादव व वार्ड ब्वाय अमर सिंह दवाएं देते हैं। हसेवां गाँव के शिवराम विश्वकर्मा (34 वर्ष) ने बताया, “तहसील दिवस में दर्जनों बार शिकायत की, लेकिन महिला चिकित्सक अस्पताल न आकर अपने निवास पर क्लीनिक चला रही हैं।

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अभी तक मामला संज्ञान में नहीं था। मामला जानकारी में आया है। इसकी जांच कराई जाएगी। अगर शिकायत सही मिलती है तो जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अदिति सिंह, जिलाधिकारी

अधिकारी जांच के नाम पर औपचारिकता निभाकर फर्जी रिपोर्ट भेज देते हैं, जबकि सीएम योगी आदित्यनाथ ने चिकित्सकों के द्वारा निजी प्रैक्टिस पर पूरी तरह रोक लगाने का फरमान जारी किया है।” शासन ने मरीजों को आयुर्वेदिक उपचार के लिए 18 बेडों की व्यवस्था की है, लेकिन चिकित्सकों के न आने से बेडों में जंग लग रही है। अस्पताल में भर्ती होना तो दूर दवा मिलना भी मुश्किल है।

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