तीन महीने बाद लगा तहसील दिवस, नहीं दिखे फरियादी 

Update: 2017-03-21 19:10 GMT
तिर्वा तहसील दिवस की अध्यक्षता सीडीओ उदयराज यादव ने की।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

कन्नौज। करीब तीन महीने बाद तहसील दिवस फिर लगने लगे। अफसरों ने जनता की शिकायतें सुनने के लिए समय निकाला और पहुंचे। नई सरकार का गठन होने के बाद यह पहला तहसील दिवस था, जो फीका रहा। अधिकतर अफसर तो पहुंचे पर फरियादियों का टोटा रहा।

मंगलवार को कन्नौज सदर तहसील दिवस की अध्यक्षता डीएम जगदीश ने की। इसमें एसपी दिनेश कुमार, एसडीएम डा. अरूण कुमार सिंह व डीबीडब्ल्यूओ राजेश कुमार बघेल, डीएसओ एसके सिंह और डीएमडब्ल्यूओ समेत कई जिलास्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। यहां 52 शिकायतें आईं। मौके पर दो का निस्तारण हुआ।

तिर्वा तहसील दिवस की अध्यक्षता सीडीओ उदयराज यादव ने की। एसडीएम राजेश कुमार यादव ने बताया कि कुल 26 प्रार्थना पत्र आए। एक का मौके पर निस्तारण कर दिया गया। उन्होंने बताया कि वैसे तो वह हर कार्यदिवस में कार्यालय में बैठकर शिकायतें सुनते हैं, लेकिन तहसील दिवस फिर शुरू हो जाने से एक ही प्लेटफार्म पर सभी अधिकारी मिल जाते हैं। उन्होंने बताया कि तीन जनवरी को चुनाव की वजह से अंतिम तहसील दिवस हुआ था।

छिबरामऊ तहसील दिवस एसडीएम उदयवीर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। सिर्फ आठ शिकायती पत्र आए। किसी भी षिकायत का निस्तारण मौके पर नहीं हो सका। बताते चलें कि विधानसभा चुनाव की वजह से आदर्श आचार संहिता लग गई थी। इसकी वजह से तहसील, थाना और नगर निकाय में शिकायतें सुनने वाले प्रोग्राम पर रोक लग गई थी। सूबे में मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी के शपथ लेने के बाद भाजपा सरकार का यह पहला तहसील दिवस था।

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