गड़बड़झाला: राशन के लिए बीपीएल लिस्ट में लखपति लोगों के नाम, लखनऊ में क्षेत्र पंचायत सदस्य भी लाभार्थी लिस्ट में

Update: 2017-01-18 13:36 GMT
मलिहाबाद विकास खंड माल के गौरैया गाँव वालों का आरोप।

केके बाजपेई, कम्युनिटी जर्नलिस्ट

लखनऊ। राशन दुकानदारों द्वारा की जा रही लूट खसोट और भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोटेदारों ने अपने चहेतों को अपात्र होने के बाद भी पात्र बनाकर सूची में शामिल कर लिया है। वहीं, वंचित एवं बेसहारा लोग हक मांग रहे हैं मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

ऐसा ही एक मामला राजधानी के विकास खंड माल के अन्तर्गत गौरैया गाँव में उजागर हुआ है। जहाँ के ग्रामीणों का आरोप है कि राशन दुकानदार ने बीपीएल सूची में अपात्रों को शामिल कर रखा है और पूर्व में राशन पा रहे तमाम पात्र लोगों का नाम काट दिया गया है।

ऐसी कोई शिकायत अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। मगर अब इस पर जांच कराई जाएगी और यदि त्रुटि मिलती है तो विधिक कार्रवाई की जायेगी।
दिनकर विद्यार्थी, खंड विकास अधिकारी, माल

माल की ग्राम पंचायत गौरैया निवासी नीतू और नीलम त्रिपाठी ने कोटेदार की कार्यप्रणाली पर गम्भीर आरोप लगाते हुए जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत स्थानीय खंड विकास अधिकारी से लिखित आवेदन कर जानकारी मांगी है कि प्रार्थिनी के कार्ड पर काफी समय से कोटे का खाद्यान एवं तेल मिलता था, अब प्रार्थिनी का नाम सूची से क्यों हटा दिया गया है।

उन्होंने यह भी जानकारी मांगी है कि कार्डधारकों की पात्रता की जांच किस अधिकारी द्वारा की गयी है और वर्ष 2016 के जून माह से वर्ष 2016 के सितम्बर माह तक किये गए वितरण अभिलेखों की छायाप्रति उपलब्ध कराने की मांग भी की गयी है। शिकायत करने वालों का आरोप है कि गाँव सभा की बीपीएल सूची में दर्ज मुन्नी, रेशमा, पूजा, मुन्नीलाल, सारिका, सोनी, सताना, मालती नाम की महिलाएं एवं पुरुष गांव में हैं ही नहीं।

बोले, बीपीएल सूची में कई अपात्र

ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि ट्रैक्टर रखने वाले परिवार की आरती देवी व सुनैना आदि का भी नाम बीपीएल सूची में दर्ज है। मंजूलता और विमला सरकारी अध्यापक होने पर भी उन्हें बीपीएल सूची में शामिल किया गया है। क्षेत्र पंचायत सदस्य रोशनी के पास पक्का मकान एवं सड़क पर कई दुकानें होने के बाद भी वह बीपीएल सूची में शामिल हैं। इसी प्रकार बीनू के पास पक्का मकान एवं हार्डवेयर की दुकान और आशा के पास पक्का मकान एवं चौराहे पर पक्की दुकान है। बावजूद इसके वे बीपीएल की सूची में शामिल हैं। इसी तरह पूनम, राजपति समेत कई नाम पर बीपीएल सूची में शामिल हैं। इसके अलावा भी कई ऐसे नाम हैं, जिनके पास सुविधाएं होने के बावजूद उनके नाम अंत्योदय सूची में शामिल हैं। इसके अतिरिक्त कोटेदार की माँ रजनीश कुमारी पक्के मकान में रहते हुए अंत्योदय सूची में शामिल है। मगर जरूरतमंद सूची में नहीं दर्ज हैं।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

Similar News