दागी अध्यापकों व कर्मचारियों की नहीं लगाई जाएगी ड्यूटी

Update: 2017-03-11 13:56 GMT
नकलमुक्त परीक्षा कराना शिक्षा विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों की सबसे बड़ी चुनौती है।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

इलाहाबाद। यूपी बोर्ड की परीक्षा की पूरी तैयारियां हो गईं हैं। नकलमुक्त परीक्षा कराना शिक्षा विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों की सबसे बड़ी चुनौती होती है। ऐसे में जिन शिक्षकों और कर्मचारियों के ऊपर बीते साल परीक्षा में एफआईआर या कोई दूसरी अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई थी, उनकी ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी।

देश-दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

इस बार परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करने के साथ केंद्र के अंदर व बाहर की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। इस बारे में जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव कहते हैं, “नकलविहीन परीक्षा के लिए तीन सदस्यीय आंतरिक दस्ता का गठन किया जाएगा, जो हर कक्ष व मुख्यद्वार पर परीक्षार्थियों की गहन जांच करेगा।”

परीक्षार्थी अपने साथ पाठ्य सामग्री, पेपर, कल्कुलेटर आदि लेकर न जाने पाए। प्रत्येक केंद्र में 50 प्रतिशत उसी विद्यालय के शिक्षक तैनात होंगे, जबकि 50 प्रतिशत बाहरी होंगे। हर केंद्र में व्यवस्थापक, पर्यवेक्षक, आंतरिक निरीक्षक दस्ता, तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का परिचय पत्र होना अनिवार्य है। अगर बिना परिचय पत्र के कोई मिला तो उसे अनाधिकृत मानते हुए कार्रवाई की जाएगी। डीआइओएस कोमल यादव ने बताया कि हर प्रकार की सूचना 0532-2256673 नंबर पर दी जा सकती है। हर सूचना पर तुरंत कार्रवाई होगी।

संवेदनशील केंद्रों में होंगे अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी

माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा के प्रांतीय सदस्य डॉ. शैलेश पांडेय ने एडीएम सिटी, एसपी क्राइम व डीआइओएस को ज्ञापन देकर परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा करने की मांग की। अधिकारियों को दिए ज्ञापन के बारे में शैलेश पांडेय बताते हैं, “परीक्षा के दौरान संवेदनशील व अतिसंवेदनशील केंद्रों पर नकल माफिया हावी रहते हैं। उन्हें शिक्षक रोकते हैं तो उनके साथ मारपीट होती है। ऐसे में इन केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती होनी चाहिए।”

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

Similar News