पशुओं को खिलाइए ये खास चॉकलेट, दस से बीस प्रतिशत तक बढ़ जाएगा दूध उत्पादन

पशुओं के शरीर में होने वाली खनिज और पोषण तत्वों की पूर्ति के लिए इस चॉकलेट को बनाया गया है। इस चॉकलेट से पशुओं की प्रजनन क्षमता का भी विकास होता है।
#Animal

गदेला (लखनऊ)। आपने बच्चों की चॉकलेट के बारे में सुना होगा, लेकिन अब पशुओं को भी चॉकलेट खिलाकर उनका दूध उत्पादन बढ़ा सकते हैं।

पशुओं के शरीर में होने वाली खनिज और पोषण तत्वों की पूर्ति के लिए इस चॉकलेट को बनाया गया है। इस चॉकलेट से पशुओं की प्रजनन क्षमता का भी विकास होता है। यह ‘चॉकलेट’ पशुओं के पोषण की आवश्यकताओं को पूरा करेगी। इस चॉकलेट के परीक्षण में पाया गया इससे दुधारू पशुओं के दूध उत्पादन में भी वृद्घि हुई।

ये भी पढ़ें : पशुओं के लिए उत्तम हरा चारा है एजोला, जानिए इसे उगाने की पूरी विधि


कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ डॉ. दया शंकर श्रीवास्तव पशु चॉकलेट के बारे में बताते हैं, “ये है पशु चॉकलेट, जोकि पशुओं के लिए मिनरल, प्रोटीन और यूरिया का बहुत अच्छा स्रोत है। इसकी कमी पशुओं में न्यूट्रीशियन की कमी, गर्भाधान की समस्या है, या उनमें दूध उत्पादन की समस्या आती है। इसे इस तरह से बनाया गया है, जिससे ये पशु चॉकलेट इस तरह से तैयार किया गया है कि इसमें प्रोटीन और मिनरल्स की मात्रा अच्छे तरह से प्राप्त हो जाती है।”

वो आगे कहते हैं, “इससे पशुओं में दूध उत्पादन भी बढ़ता है, अभी हमने ट्रायल भी किया है, जिसमें देखा है कि पशुओं में 10 से 18 प्रतिशत दूध उत्पादकता बढ़ी है। प्रोटीन मात्रा क्योंकि इसमें पर्याप्त होता है, इसलिए पशुओं में गर्भ धारण की समस्या भी दूर हो जाती है। इसको किसान अपने घर पर आराम से बना सकता है।”

“इस गोशाला में पशु के पास कहीं लटका दिया जाता है, जिसे पशु की जब भी इच्छा करें उसे चाट सकता है। ये पूरी तरह से पशुओं के लिए पोषण से भरपूर चॉकलेट होती है, “डॉ. दया ने आगे कहा।

ये भी पढ़ें : कमाल की मशीन पशुओं को पूरे वर्ष मिलेगा हरा चारा, यहां से ले सकते हैं प्रशिक्षण

पशुओं की इस चॉकलेट को बनाने के लिए मशीन भी बनाई गई है, जिससे एक दिन में करीब 150 से चॉकलेट बनाई जा सकती है। आईवीआरआई में चॉकलेट बनाने की ट्रेनिंग भी दी जाती है। इसको सीखकर पशुपालक रोजगार के तौर पर भी अपना सकते हैं। इस चॉकलेट को बनाने के लिए आप सीतापुर जिले के कृषि विज्ञान केंद्र-2 में भी संपर्क कर सकते है।

पशु चॉकलेट बनाने वाली मशीन से एक दिन में प्रति व्यक्ति 100 से 200 चॉकलेट बनाई जा सकती है। यह मशीन बिजली और डीजल से नहीं चलती है बल्कि हाथ से चलाकर इससे चॉकलेट तैयार किया जाता है। दो किलो में 50 ब्लॉक बनाने के लिए 40 प्रतिशत शीरा, 40 प्रतिशत चोकर, 10 प्रतिशत यूरिया, 2 प्रतिशत खनिज लवण, एक प्रतिशत नमक, सात प्रतिशत सीमेंट का मिश्रण करके इसको चॉकलेट की तरह बनाया जाता है। पशु को यह चॉकलेट खिलाने से पशु को भूख भी अच्छी लगती है और पशु के दूध उत्पादन में भी वृदि होती है।   

ये भी पढ़ें : पशु चौपाल: पशुओं को खिलाएं संतुलित चारा, बढ़ेगा दूध उत्पादन

Recent Posts



More Posts

popular Posts