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ये लक्षण बताएँगे, कहीं आपको मुँह का कैंसर तो नहीं?

Manvendra Singh | Sep 03, 2024, 14:29 IST
सुबह उठते ही सबसे पहले किए जाने वाले कामों में से एक दाँतों की सफाई होती है। लेकिन आपने देखा होगा, या खुद महसूस भी किया होगा, कि ठंडा-गर्म पानी से अचानक दाँतों में दर्द होने लगता है। काफी सफाई रखने के बाद भी दाँतों में पीलापन रहता है। गाँव कनेक्शन के ख़ास कार्यक्रम 'नमस्ते डॉक्टर' में आज हम इन्हीं समस्याओं और उनकी रोकथाम के बारे में विशेषज्ञ डॉ. मयंक जायसवाल से जानेंगे।
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क्या डेंटिस्ट ओरल कैंसर का इलाज कर सकते हैं?


जी हाँ, एक डेंटिस्ट ओरल कैंसर की पहचान और इलाज कर सकते हैं। डेंटल कॉलेज में ओरल मेडिसिन और रेडियोलॉजी पढ़ाई जाती है, जो डेंटिस्ट को कैंसर की शुरुआती पहचान में मदद करती है। ओरल मैक्सिलोफेशियल सर्जन, जो इस क्षेत्र में विशेषज्ञ होते हैं, कैंसर के इलाज में भी सक्षम होते हैं।

ओरल कैंसर की पहचान कैसे होती है?


अगर मुँह के अंदर अल्सर लंबे समय तक ठीक नहीं हो रहे हैं, या मुँह ठीक से नहीं खुलता है, तो यह ओरल सबम्यूकस फाइब्रोसिस हो सकता है। यह स्थिति अक्सर तंबाकू सेवन से होती है। मुँह के अंदर सफेद निशान या दाग भी प्री-कैंसरस स्टेज की ओर संकेत कर सकते हैं। ये दाग हमेशा कैंसर नहीं होते, लेकिन आगे चलकर कैंसर बन सकते हैं।

धूम्रपान करने से दाँतों पर क्या असर पड़ता है?


धूम्रपान दाँतों में दाग लगने और गम हेल्थ में खराबी का कारण बनता है। निकोटीन और अन्य रसायन गम्स में सूजन और दाँतों पर पीलापन ला सकते हैं। इस वजह से धूम्रपान करने वालों के दाँत जल्दी खराब हो जाते हैं।

बाजार में बहुत से प्रोडक्ट ऐसे मिलते हैं जो दाँतों को सफेद करने का दावा करते हैं, वे कितने सही हैं?


दाँतों की बाहरी परत पर होने वाले एक्सट्रिंसिक स्टेन को वाइटनिंग टूथपेस्ट और जेल से साफ किया जा सकता है, लेकिन इंट्रिंसिक स्टेन, जो अंदरूनी कारणों से होते हैं, को इन्हीं प्रोडक्ट्स से साफ नहीं किया जा सकता। इन स्टेन्स को हटाने के लिए डेंटिस्ट की सलाह लेना जरूरी है। बिना डॉक्टर की सलाह के ब्लीचिंग प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें, क्योंकि यह अस्थायी समाधान हो सकता है और नुकसान भी पहुँचा सकता है।

ठंडा-गर्म पानी दाँतों में क्यों लगता है?


जब दाँत घिस जाते हैं या उनमें कैविटी हो जाती है, तो उनकी ऊपरी परत हट जाती है और नसें खुल जाती हैं। इसी कारण ठंडा या गर्म पानी दाँतों में संवेदनशीलता पैदा करता है। इस स्थिति में तुरंत डेंटिस्ट से संपर्क करना चाहिए।

सही डेंटिस्ट का चुनाव कैसे करें?


दाँतों की समस्याओं के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर का चयन करना आवश्यक है। रूट कैनाल के लिए एंडोडॉन्टिस्ट, बच्चों के दाँतों के लिए पीडियाट्रिक डेंटिस्ट, और बुजुर्गों के डेंचर के लिए प्रोस्थोडॉन्टिस्ट का चयन करें। आपके नजदीकी किसी स्पेशलाइज्ड डेंटिस्ट से सलाह लें।

इन सुझावों का पालन करके आप न केवल अपने दाँतों की सेहत को बनाए रख सकते हैं, बल्कि ओरल कैंसर जैसे गंभीर समस्याओं से भी बच सकते हैं।

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