उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के लिए बढ़िया मौका, जानिए कैसे करें राज्य अध्यापक पुरस्कार-2022 के लिए आवेदन

अगर आप उत्तर प्रदेश के प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालयों/अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूल में अध्यापक/अध्यापिका हैं तो आपके लिए बढ़िया मौका है, आप भी राज्य अध्यापक पुरस्कार-2022 के लिए आवेदन कर सकते हैं। जानिए आवेदन की पूरी प्रक्रिया।

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उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के लिए बढ़िया मौका, जानिए कैसे करें राज्य अध्यापक पुरस्कार-2022 के लिए आवेदन

उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के बेसिक शिक्षा परिषद् द्वारा संचालित प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालयों और अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में कार्यरत केवल नियमित अध्यापक/अध्यापिकाएं आवेदन कर सकते हैं।

स्कूलों में बेहतर शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए हर साल राज्य अध्यापक पुरस्कार दिए जाते हैं, बेसिक शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश ने राज्य अध्यापक पुरस्कार 2022 के लिए 16 अप्रैल से 31 मई के बीच आवेदन मांगे हैं। इस संबंध में विभाग ने बुधवार, 12 अप्रैल को चयन प्रक्रिया और समय सारणी जारी की है।

राज्य अध्यापक पुरस्कार वर्ष 2022 के लिए परिषदीय प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालयों/अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में कार्यरत अध्यापक/अध्यापिका ऑनलाइन वेब पोर्टल (www.prernaup.in) के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की प्रक्रिया 16 अप्रैल 2023 से 31 मई 2023 तक चलेगी।

राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए कौन कर सकता है आवेदन

उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के बेसिक शिक्षा परिषद् द्वारा संचालित प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालयों और अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में कार्यरत केवल नियमित अध्यापक/अध्यापिकाएं आवेदन कर सकते हैं।

संविदा शिक्षक और शिक्षा मित्र इस पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं।

साथ ही अवकाश प्राप्त/सेवा निवृत्त शिक्षक भी पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं।

शैक्षिक प्रशासक, विद्यालय निरीक्षक और प्रशिक्षण प्रदान करने वाली संस्थाओं के प्रशिक्षक इस पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं।

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जो शिक्षक राज्य/राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके है वे शिक्षक आवेदन न करें।

शिक्षक व्यक्तिगत ट्यूशन में संलिप्त न हों।

शिक्षक की स्थानीय समुदाय में अच्छी छवि हो और शिक्षक द्वारा समाज, अभिभावकों, विद्यार्थियों आदि को उत्प्रेरित करने का कार्य किया गया हो जिससे कि वे विद्यालय के विकास में योगदान दें। (जैसे- भौतिक, मूल रूप सुविधाएँ, कंप्यूटर, मध्याह्न भोजन, कोष/धन, किताबें आदि)

शिक्षक की शैक्षिक क्षमता और उसमें सुधार किए जाने की चेष्टा।

समुदाय में शिक्षक की सहभागिता और शैक्षिक नेतृत्व प्रदान किया जाना।

बच्चों के प्रति वास्तविक स्नेह रखना।

राष्ट्र निर्माण और राष्ट्रीय एकता के विकास में शिक्षक का योगदान।

शिक्षक के सेवा अभिलेख उत्कृष्ट श्रेणी के हों।

आवेदन करने से पहले इन बातों का भी रखें ध्यान

विद्यालय में नामांकन बढ़ाने और Drop out घटाने के उपाय किए हों। इसमें पिछले पांच वर्षों का नामांकन क्या रहा, की भी जानकारी देनी होगी। UDISE से सत्यापन कर लिया जाए (साक्ष्य संलग्न किए जाए)।

पिछले 05 वर्षों में आलेख्य पेपर्स, पुस्तकों आदि का प्रादेशिक, राष्ट्रीय या अन्तरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशन, पाठ्य-पुस्तक, अध्यापक हैण्ड बुक, प्रशिक्षण मॉड्यूल आदि के विकास में योगदान।

शिक्षक द्वारा आईसीटी आधारित अभिनव प्रयोग जैसे ई-कन्टेन्ट, मोबाइल ऐप,ऑडियो, वीडियो स्वरुप में शिक्षण सामग्री का निर्माण।

शिक्षक ने अपनी शैक्षिक /व्यावसायिक दक्षता को बढ़ाने का प्रयत्न किया हो, उच्चतर शिक्षा, परास्नातक, पीएचडी डिग्री सेवा में आने के बाद प्राप्त की गई हो और सेवारत प्रशिक्षणों को सफलतापूर्वक प्राप्त किया गया हो।

शिक्षक पढ़ाने के पहले पर्याप्त तैयारी अर्थात पाठ्य योजना निर्माण, सहायक शिक्षण सामग्री निर्माण करते हो और दीक्षा पोर्टल पर उपलब्ध सामग्री का उनके द्वारा उपयोग किया जाता हो।

अध्यापक/अध्यापिका का शिक्षक /प्रशिक्षक के रूप में सराहनीय योगदान रहा है। शिक्षण विधि, टीएलएम के लिए शिक्षक जनपद/राज्य स्तर पर पुरस्कृत हों।

विद्यालय के बच्चों ने पाठ्य सहगामी क्रिया कलापों-क्रीड़ा प्रतियोगिता, रेडक्रॉस, स्काउट और गाइड में जनपद/मण्डल/राज्य स्तर पर पुरस्कार प्राप्त किया हो।

शिक्षक द्वारा समुदाय के सहयोग से विद्यालय के भौतिक संसाधनों में अभिवृद्धि की गई हो।

ऐसे करें आवेदन

सभी आवेदन निर्धारित ऑनलाइन ‘प्रेरणा’ वेब पोर्टल (www.prernaup.in) के माध्यम से स्वीकार किये जाएंगे। ऑफलाइन माध्यम से कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा।

शिक्षक द्वारा स्वयं प्रत्यक्ष रूप से निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत ‘प्रेरणा‘ वेब पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन किया जाएगा।

आवेदन पत्र के साथ ऑनलाइन पोर्टफोलियो दाखिल किया जाएगा। पोर्टफोलियो में काम से सम्बन्धित सामग्री जैसे कि अभिलेख, टूल्स, गतिविधियों की सूचना, फील्ड भ्रमण, फोटो, ऑडियो या वीडियो सम्मिलित है।

प्रत्येक आवेदक द्वारा इस आशय की घोषणा की जाएगी कि उसके द्वारा उपलब्ध करायी गयी प्रत्येक सूचना/डाटा उसके सर्वोत्तम ज्ञान के अनुसार सत्य और विश्वसनीय है और यदि किसी भी समय सूचना/डाटा गलत पाया गया तो उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

जनपदीय चयन समिति/ राज्य चयन समिति द्वारा संस्तुत किये गए शिक्षक के सम्बन्ध में यह भी ध्यान रखना होगा की किसी भी ऐसे कृत्य में सहभागी न रहे हो यथा शासकीय धनराशि का गबन, शासन, प्रशासन के विरुद्ध आन्दोलन के लिए प्रेरित करना आदि।

ऐसे शिक्षक के सम्बन्ध में विचार नहीं किया जायेगा जो जेल में निरुद्ध रहे हो अथवा विभागीय कार्यवाही के अंतर्गत दण्डित हुए हो अथवा किसी न्यायालय द्वारा दण्डित किये गए हों।

यह भी देखा जाएगा कि सम्बन्धित शिक्षक के विरुद्ध किसी भी प्रकार की कार्यवाही गतिमान तो नहीं है अथवा उनके विरुद्ध कोई विधिक/ आपराधिक / सतर्कता की जाँच की कार्यवाही लंबित तो नहीं है।

शिक्षक का चरित्र, विशिष्ट शैक्षिक उपलब्धियों, नियमित उपस्थिति, नवाचार, स्थानीय क्षेत्र में उनकी सामान्य छवि, सामाजिक सहभागिता इत्यादि कार्यो का सत्यापन जनपदीय चयन समिति द्वारा कराया जाएगा।

राज्य अध्यापक पुरस्कार हेतु आवेदन करने वाले शिक्षकों के सम्बन्ध में उपर्युक्त बिन्दुओं को दृष्टिगत रखते हुए जनपदीय चयन समिति द्वारा संलग्न मूल्यांकन मैट्रिक्स के आधार पर प्रत्येक जनपद से अधिकतम 03 श्रेष्ठ शिक्षको का चयन किया जायेगा और जनपदीय चयन समिति द्वारा हस्ताक्षरयुक्त व जिलाधिकारी द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित सतर्कता व सत्यनिष्ठा प्रमाण-पत्र (Vigilance Clearance & Integrity Certificate) सहित उनके आवेदन पत्र राज्य चयन समिति को पोर्टल के माध्यम से अग्रेषित किये जाएंगे। उक्त प्रमाण पत्र के बिना आवेदन पत्र पर विचार नहीं किया जाएगा।


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