श्रीलंका में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 15 लोगों की मौत
गाँव कनेक्शन | Apr 27, 2019, 07:30 IST
लखनऊ। श्रीलंका के पूर्वी प्रांत में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ के दौरान आत्मघाती हमलावरों ने खुद को उड़ा लिया। समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, पुलिस ने शनिवार 27 अप्रैल 2019 को जानकारी दी कि इस हमले में छह बच्चों और तीन महिलाओं सहित, 15 लोगों की मौत हो गई। सुरक्षा बल ईस्टर पर हुए धमाकों के लिए ज़िम्मेदार स्थानीय आतंकवादी समूह नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) के सदस्यों की तलाश कर रहे हैं। इन धमाकों में 253 लोग मारे गए थे और 500 से अधिक घायल हुए थे।
पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के कर्मचारी और सेना के जवानों की सैन्दामरुडु नाम की जगह में एक मकान में एक सशस्त्र समूह से मुठभेड़ हुई। ये जगह कोलंबो शहर से करीब 360 किलोमीटर दूर स्थित कलमुनई शहर में है। सशस्त्र लोगों ने जवानों पर गोलियां चलाई जिसके बाद शुक्रवार रात को मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में एक नागरिक की भी मौत हो गई।
हिंसक झड़पों के दौरान तीन लोगों ने विस्फोटकों से खुद को उड़ा लिया। पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, कुल 15 शव बरामद हुए हैं जिसमें छह पुरुष, तीन महिलाएं और छह बच्चे हैं। कम से कम चार संदिग्ध आत्मघाती हमलावर मारे गए और तीन अन्य घायल अस्पताल में हैं। कलमुनई, चावलकडे और सम्मंथुरई के मुस्लिम बहुल इलाकों में लागू कर्फ्यू अगला नोटिस आने तक जारी रहेगा।
पुलिस के एक प्रवक्ता रुवन गुनशेखर ने कहा, जब पुलिस सैंदामरुडु में संयुक्त खोज अभियान चला रही थी तो उन पर गोलियां चलाई गईं। घटनास्थल पर एक आत्मघाती धमाका हुआ और टी 56 असॉल्ट राइफल के साथ एक आतंकवादी का शव बरामद किया गया। 21 अप्रैल को हुए धमाकों के संबंध में 20 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारियों ने दक्षिण कोलंबो के उपनगर वेल्लावट्टा में एक रेलवे स्टेशन के समीप एक किलोग्राम विस्फोटक भी बरामद किए। शनिवार सुबह चार बजे अन्य इलाकों से कर्फ्यू हटा दिया गया। शुक्रवार की रात सुरक्षा परिषद की बैठक हुई जिसमें यह फैसला लिया गया कि आतंकवादियों पर कार्रवाई के लिए तलाश अभियान तब तक जारी रहना चाहिए जब तक उसका पूरी तरह से खात्मा ना हो जाए।
होटलों, स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा में सुधार किया गया है। ईस्टर पर रविवार को नौ आत्मघाती हमलावरों ने तीन गिरजाघरों और तीन लग्जरी होटलों पर सिलसिलेवार बम धमाके किए जिसमें 253 लोगों की मौत हुई थी। इस्लामिक स्टेट ने हमलों की जिम्मेदारी ली है लेकिन सरकार ने हमलों के लिए स्थानीय इस्लामिक चरमपंथी समूह एनटीजे को जिम्मेदार ठहराया है।
पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के कर्मचारी और सेना के जवानों की सैन्दामरुडु नाम की जगह में एक मकान में एक सशस्त्र समूह से मुठभेड़ हुई। ये जगह कोलंबो शहर से करीब 360 किलोमीटर दूर स्थित कलमुनई शहर में है। सशस्त्र लोगों ने जवानों पर गोलियां चलाई जिसके बाद शुक्रवार रात को मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में एक नागरिक की भी मौत हो गई।
हिंसक झड़पों के दौरान तीन लोगों ने विस्फोटकों से खुद को उड़ा लिया। पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, कुल 15 शव बरामद हुए हैं जिसमें छह पुरुष, तीन महिलाएं और छह बच्चे हैं। कम से कम चार संदिग्ध आत्मघाती हमलावर मारे गए और तीन अन्य घायल अस्पताल में हैं। कलमुनई, चावलकडे और सम्मंथुरई के मुस्लिम बहुल इलाकों में लागू कर्फ्यू अगला नोटिस आने तक जारी रहेगा।
#UPDATE Fifteen people including six children die during a Sri Lankan security forces operation in the aftermath of the Easter attacks, as three cornered suicide bombers blow themselves up and others are shot dead https://t.co/wKpfhxyUfg pic.twitter.com/Z1bmZ7gZaK
— AFP news agency (@AFP) April 27, 2019
अधिकारियों ने दक्षिण कोलंबो के उपनगर वेल्लावट्टा में एक रेलवे स्टेशन के समीप एक किलोग्राम विस्फोटक भी बरामद किए। शनिवार सुबह चार बजे अन्य इलाकों से कर्फ्यू हटा दिया गया। शुक्रवार की रात सुरक्षा परिषद की बैठक हुई जिसमें यह फैसला लिया गया कि आतंकवादियों पर कार्रवाई के लिए तलाश अभियान तब तक जारी रहना चाहिए जब तक उसका पूरी तरह से खात्मा ना हो जाए।
होटलों, स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा में सुधार किया गया है। ईस्टर पर रविवार को नौ आत्मघाती हमलावरों ने तीन गिरजाघरों और तीन लग्जरी होटलों पर सिलसिलेवार बम धमाके किए जिसमें 253 लोगों की मौत हुई थी। इस्लामिक स्टेट ने हमलों की जिम्मेदारी ली है लेकिन सरकार ने हमलों के लिए स्थानीय इस्लामिक चरमपंथी समूह एनटीजे को जिम्मेदार ठहराया है।