कोविड समीक्षा बैठक में बोले पीएम मोदी- घर-घर जांच के साथ आशा और आंगनबाड़ी कर्मचारियों को बनाएं सशक्त

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कोविड समीक्षा बैठक में बोले पीएम मोदी- घर-घर जांच के साथ आशा और आंगनबाड़ी कर्मचारियों को बनाएं सशक्त15 मई तक देश में लगाए गए 18 करोड़ टीके। फोटो- अरेजमेंट

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवा संसाधनों को बढ़ाया जाना चाहिए साथ ही घर-घर जांच और निगरानी बढ़ाई जाए। पीएम ने आशा और आंगनबाड़ी कर्मचारियों को बनाएं सशक्त बनाए जाने पर जोर दिया है। प्रधानमंत्री कोविड की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक में चर्चा कर रहे थे।

कोविड और टीकाकरण से जुड़ी स्थिति पर आयोजित बैठक में प्रधानमंत्री को बताया गया कि देश में जांच की संख्या तेजी से बढ़ी है, मार्च की शुरुआत में प्रति हफ्ते कोविड-19 के लिए लगभग 50 लाख जांच की जा रही थी जो अब बढ़कर प्रति हफ्ते लगभग 1.3 करोड़ हो गयी है। अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को जांच में धीरे-धीरे घट रही पॉजिटिविटी रेट और बीमारी से उबरने की बढ़ती दर की भी जानकारी दी।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 15 मई तक देश में कोविड-19 टीके की 18 करोड़ से ज्यादा खुराक दी गईं। अब तक 18 से 44 उम्र के आयु समूह में 42 लाख से ज्यादा लोगों को टीके लगाए गए।

अधिकारियों ने कोविड की राज्य और जिला स्तर की स्थिति, जांच, ऑक्सीजन की उपलब्धता, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे, टीकाकरण रोडमैप पर एक विस्तृत रिपोर्ट पीएम को दी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि विशेष रूप से उन राज्यों के लिए स्थानीयकृत नियंत्रण रणनीति समय की जरूरत है जहां जिलों में जांच पॉजिटिविटी रेट (टीपीआर) अधिक है।

उन्होंने निर्देश दिया कि आरटी पीसीआर और रैपिड टेस्ट दोनों के उपयोग के साथ, विशेष रूप से उच्च जांच पॉजिटिविटी रेट वाले क्षेत्रों में जांच को और बढ़ाया जाना चाहिए।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घर-घर जाकर जांच और निगरानी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य संसाधनों को बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने सभी आवश्यक साधनों के साथ आशा और आंगनवाड़ी कर्मचारियों को सशक्त बनाने के बारे में भी बात की। प्रधानमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन और इलाज के लिए दिशानिर्देश चित्रों के साथ-साथ आसान भाषा में उपलब्ध कराने को कहा।

प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक वितरण योजना तैयार की जाए, जिसमें ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स का प्रावधान शामिल है। ऐसे उपकरणों के संचालन के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण प्रदान किया जाना चाहिए और ऐसे चिकित्सा उपकरणों के सुचारू संचालन के लिए बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए।

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वेंटीलेटर को लेकर पीएम ने जताई नाराजगी

प्रधानमंत्री ने कुछ राज्यों में वेंटिलेटर के स्टोरेज में पड़े होने की कुछ रिपोर्टों को गंभीरता से लिया और निर्देश दिया कि केंद्र सरकार द्वारा दिए गए वेंटिलेटर के उपयोग और संचालन का तत्काल ऑडिट किया जाना चाहिए। जरूरी हो तो स्वास्थ्य कर्मियों को वेंटिलेटर के ठीक से संचालन के लिए रिफ्रेशर ट्रेनिंग दी जानी चाहिए।

अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को टीकाकरण प्रक्रिया और 45 साल से ज्यादा उम्र की आबादी को राज्यवार तरीके से दिए गए टीके के बारे में जानकारी दी। भविष्य में टीके की उपलब्धता के रोडमैप पर भी चर्चा की गयी। उन्होंने अधिकारियों को टीकाकरण की गति तेज करने के लिए राज्यों के साथ मिलकर काम करने का निर्देश दिया।

18-45 आयु वर्ग में 42 लाख से ज्यादा लोगों को लगे टीके

स्वाास्य्आयु एवं परिवार कल्यााण मंत्रालय की अस्थायी रिपोर्ट के अनुसार 15 मई की सुबह 7 बजे तक 26,02,435 सत्रों में कोविड-19 के टीके की कुल 18,04,57,579 खुराक दी जा चुकी हैं। इनमें वे 96,27,650 स्वास्थ्य सेवा कर्मी (एचसीडब्ल्यू) शामिल हैं, जिन्होंने वैक्सीन की पहली खुराक ली है और 66,22,040 ऐसे एचसीडब्ल्यू भी शामिल हैं, जिन्होंने वैक्सीन की दूसरी खुराक ले ली है।

इसके अलावा पहली खुराक लेने वाले 1,43,65,871 अग्रिम पंक्ति के कर्मी (FLW), दूसरी खुराक लेने वाले 81,49,613 FLW और 18 से 44 साल के आयु समूह में पहली खुराक लेने वाले 42,58,756 लोग शामिल हैं। इसके साथ-साथ 45 से 60 वर्ष की आयु के पहली खुराक लेने वाले 5,68,05,772 और दूसरी खुराक लेने वाले 87,56,313 लाभार्थियों के साथ-साथ 5,43,17,646 पहली खुराक लेने वाले और 1,75,53,918 दूसरी खुराक लेने वाले 60 वर्ष की आयु से ज्यादा के लाभार्थी भी शामिल हैं।

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