अगले पाँच साल में 15,000 करोड़ रुपये का व्यवसाय करेगी भारतीय बीज सहकारी समिति

Gaon Connection | Sep 29, 2024, 10:49 IST
भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड सहकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के साथ मिलकर केंद्र और राज्य सरकारों की सहायता से उन्नत और पारम्परिक बीजों के उत्पादन व वितरण में नई उपलब्धि हासिल करने का प्रयास कर रहा है। बीज व्यवसाय की शुरूआत भी प्रमाणित बीजों के द्वारा सहकारी समितियों के साथ मिलकर शुरू किया है।
Bharatiya Beej Sahakari Samiti Limited BBSSL seed production second anniversary office amit shah (1)
अगले पाँच साल में भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड 15,000 करोड़ रुपये के बीज का बिजनेस करेगी। यही नहीं दालों और तिलहन बीजों के उत्पादन और वितरण के लिए विशेष प्रबंध भी किया जा रहा है।

28 सितंबर को भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड की दूसरी वार्षिक आम सभा का आयोजन इफको मुख्यालय में किया गया। सहकार से समृद्धि के दृष्टिकोण को अपनाते हुए देश में सहकारिता आंदोलन की मजबूती के लिए उच्च गुणवत्ता और अधिक उपज के साथ देश के किसानों की आय बढ़ने के लिए भारतीय बीज सहकारी समिति जो की एक बहुराज्य सहकारी समिति है का गठन 2023 में किया गया।

अध्यक्ष बीबीएसएसऐल और विपणन निदेशक इफको योगेंद्र कुमार, ने अपने इस दौरान बताया कि सभी प्रवर्तक संस्थाओं और सहकारिता मंत्रालय भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच चर्चा के उपरांत पाँचवें वित्तीय वर्ष के आखिर में अनुमानतः पंद्रह हजार करोड़ टर्न ओवर का आकलन किया गया।

बीज उत्पादन कार्यक्रम और विपणन के लिए विधिक आवश्यक अनुज्ञा पत्र राज्यों से प्राप्त हो गए है। बीज उत्पादन करने के लिए प्रदेशों में कार्यरत सहकारी संस्थाओं और प्रतिनिधियों से वार्ता करके क्षमतानुसार बीज व्यवसाय के लिए प्रयास शीघ्रता से किए जा रहे हैं। साथ ही समिति अपने बीजों के विक्रय के लिए राज्य सरकारों से सम्पर्क करके निविदाओं में सम्मिलित होने का प्रयास कर रही है।

Bharatiya Beej Sahakari Samiti Limited BBSSL seed production second anniversary office amit shah (2)
Bharatiya Beej Sahakari Samiti Limited BBSSL seed production second anniversary office amit shah (2)
उन्होंने आगे बताया, "भारत सरकार के कृषि मंत्रालय ने भारतीय बीज सहकारी समिति को दालों और तेल वाली फसलों में बीजों के वितरण के लिए नोडल संस्थाओं में शामिल कर लिया है। वर्ष 2023-24 की रबी फसलों बीज के उत्पादन के लिए चार राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में 78 बीज उत्पादकों के प्रक्षेत्रों में लगभग 1100 एकड़ क्षेत्र में गेंहू, चना, सरसों और मटर फसलों के जनक से आधारीय बीजों का उत्पादन कराया गया है जिससे आने वाले वर्ष 2024-25 की रबी फसलों के प्रमाणित बीजों के उत्पादन में प्रयोग किया जायेगा। खरीफ 2024 की कुछ फसलों का जनक बीज कृषि मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आवंटन प्राप्त हुआ है जिसका आधारीय बीजों के उत्पादन में प्रयोग किया गया है।

मोबाइल ऐप के ज़रिए करें पंजीकरण

भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष के शुरुआत से ही सदस्यता अभियान की शुरूआत कर दी थी। कुल 11759 आवेदकों के शेयर प्रमाण पत्र जारी किया जाना प्रस्तावित है, और 14 आवेदकों के आवेदन वापस कर दिए गए है। सभी समितियों से निवेदन किया की वह शीघ्र-अतिशीघ्र अपने पंजीकरण कर लें। उन्होंने बताया की किसान ऐप के माध्यम से भी पंजीकरण कर सकते हैं।

समिति के नियंत्रण एवं निर्देशन हेतु पांचों प्रवर्तक संस्थाओं (इफको, कृभको, नाफेड, एनसीडीसी और एंडीडीबी) से एक-एक प्रतिनिधि को चुन कर अंतरिम बोर्ड का गठन हुआ। वैधानिक आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए एक नियमित बोर्ड का गठन जुलाई 2023 में हुआ और बोर्ड के सदस्यों के चुनाव के बाद योगेंद्र कुमार को सर्वसम्मति से बोर्ड का अध्यक्ष चुना गया।

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