‘दलहन का निर्यात बढ़ाए सरकार’ 

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‘दलहन का निर्यात बढ़ाए सरकार’ दाल

दालों का निर्यात बढ़ाने समेत दाल उद्योगों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा के लिए ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार को नई दिल्ली में वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव संतोष कुमार सारंगी के साथ मिलकर अपनी मांगें रखेगा।

इस बारे में ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया, “हम मिलकर सरकार से मांग करेंगे कि सरकार को कम से कम 25 लाख टन दलहन देश के बाहर निर्यात करना चाहिए। देश के बाहर चना, तुअर, उड़द, कच्चे माल, खड़ा दलहन का निर्यात शुरू करना चाहिए क्योंकि सरकार के पास 20 लाख टन दलहनों का बम्पर स्टॉक है, उसे भी देश के बाहर विक्रय करने की जरूरत है।“

उन्होंने आगे कहा, “जिस प्रकार ऑस्ट्रेलिया के चने और चने की दाल की डिमांड पाकिस्तान, बांग्लादेश, अरब देशों और चीन सहित अनेक देशों में है। मसूर की मांग भी कनाडा, टर्की, बहरीन, पाकिस्तान और गल्फ कन्ट्री में विक्रय के लिये है। साथ ही तुअर की मांग भी अरब कन्ट्री में भी रहती है और पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल भी तुअर खरीदते हैं, इसलिए भारत सरकार को भी इन देशों और अन्य देशों को तुअर दलहन निर्यात करने की आवश्यकता है।“

अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया, “इसी प्रकार व्यापारियों और किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए, देश के बाहर सभी प्रकार की दालों का निर्यात करने के लिए प्रोत्साहन राशि का 15 प्रतिशत सहयोग करने के लिए भी अनुरोध किया जायेगा।“

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वर्तमान में भारत सरकार द्वारा दालों के निर्यात से प्रतिबंध हटा लिया गया है, किन्तु सरकार के इस निर्णय से देश के दाल मिलर्स और व्यापारियों को जो प्रतिसाद मिलना चाहिए, वह नहीं मिल पा रहा है। पूर्व में एक्सपोर्ट बंद होने से सबसे बड़ा नुकसान यह हुआ है कि भारत का दालों का बना-बनाया एक्सपोर्ट मार्केट, दालों का निर्यात न होने के कारण पूरी तरह से खत्म हो गया है।

इस बारे में सुरेश आगे बताते हैं, “भारत से एक्सपोर्ट बंद होने की वजह से बर्मा, दुबई, श्रीलंका, जेद्दा और अफ्रीकन देशों में अनेक दाल मिलें भारत से वहां जाकर खुल गई है। इसलिए जो एक्सपोर्ट हमारे देश से होता था, वह अब बर्मा, दुबई, श्रीलंका, जेद्दा और अफ्रीकन देशों से विश्व के अनेक देशों में हो रहा है। इसलिए देश के बाहर दालों के निर्यात को प्रोत्साहन देने के लिए निर्यात पॉलिसी निर्धारित करने की अत्यंत आवश्यकता है।“

एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार सुबह वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव संतोष कुमार सारंगी के साथ मिलकर अपनी मांगें रखेंगे। इस मौके पर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुभाष गुप्ता, सचिव दिनेश अग्रवाल भी शामिल रहेंगे।

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