मौसम बदलते ही गेहूं की बुवाई ने पकड़ी रफ्तार, लेकिन दलहन और तिलहन की बुवाई कम

Arvind ShuklaArvind Shukla   10 Nov 2018 11:07 AM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
मौसम बदलते ही गेहूं की बुवाई ने पकड़ी रफ्तार, लेकिन दलहन और तिलहन की बुवाई कमयूयी के रायबरेली में एक खेत में गेहूं की बुवाई। फाइल फोटो- साभार

नई दिल्ली। मौसम में बदलाव आते ही चालू रबी सीजन में गेहूं की बुवाई ने जोर पकड़ लिया है। अभी तक सबसे ज्यादा गेहूं मध्य प्रदेश में बोया गया है। कृषि मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक इस सीजन में गेहूं का रिकॉर्ड बुवाई हो सकती है लेकिन दलहन और मोटे अनाज की बुवाई पिछड़ गई है।

केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि इस मौसम में अब तक गेहूं का रकबा बढ़कर 15.19 लाख हेक्टेयर हो गया है। रबी फसलों की बुवाई अक्टूबर से शुरू होती है और मार्च से कटाई का काम शुरु होता है। गेहूं प्रमुख रबी फसल है। साल भर पहले इस वक्त तक 12.65 लाख हेक्टेयर में गेहूं बोया गया था। उत्तर भारत के कई राज्यों ंमें गेहूं १५ नवबंर से १५ दिसंबर तक बोया जाता है। मौसम में सर्दी बढ़ने पर काफी किसान नवंबर के पहले में बुवाई शुरु कर देते हैं।

ये भी पढ़ें- डीजल, उर्वरक महंगा होने से 25 से 40 फीसदी तक बढ़ी खेती की लागत

मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार गेहूं की सबसे अधिक बुवाई मध्यप्रदेश में हुई जहां किसानों ने चालू सत्र में अभी तक छह लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई की है। यह पिछले साल की इसी अवधि की बुवाई रकबे के मुकाबले 2.17 लाख हेक्टेयर अधिक है। चालू सत्र में अभी तक पंजाब में गेहूं खेती का रकबा 4.68 लाख हेक्टेयर तथा उत्तर प्रदेश में 1.73 लाख हेक्टेयर है।


दालों की बुवाई ने गति नहीं पकड़ी है क्योंकि इस फसल की बुवाई का रकबा 28.22 प्रतिशत कम यानी 39.05 लाख हेक्टेयर ही है, जो रकबा पिछले साल की समान अवधि में 54.34 लाख हेक्टेयर था। सभी प्रमुख उत्पादक राज्यों में दाल खेती का रकबा कम है। कर्नाटक में, दालों की खेती मात्र 5.52 लाख हेक्टेयर में की गई है जो रकबा पिछले साल की इसी अवधि में 11.28 लाख हेक्टेयर था। मध्य प्रदेश में इसकी खेती का रकबा इस बार 12.26 लाख हेक्टेयर है जो पहले 17.62 लाख हेक्टेयर था।

आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में भी दलहन खेती अभी कम है जो अभी तक 5.31 लाख हेक्टेयर में बोया गया है, जो रकबा पिछले साल की इसी अवधि में 7.47 लाख हेक्टेयर था। जबकि राजस्थान में इसकी खेती का क्षेत्रफल 5.29 लाख हेक्टेयर है जो पहले 6.65 लाख हेक्टेयर था।

इसी तरह, तिलहन खेती का रकबा कम यानी 37.09 लाख हेक्टेयर है जो पिछले साल की इसी अवधि में 40.86 लाख हेक्टेयर था। जबकि मोटे अनाज की खेती का रकबा इस बार 14.14 लाख हेक्टेयर है जो पहले 22.65 लाख हेक्टेयर में बोया गया था।

चावल खेती का रकबा भी चालू सत्र में अभी तक 5.24 लाख हेक्टेयर है जो पिछले साल की इसी अवधि में 7.66 लाख हेक्टेयर था। कुल मिलाकर, सभी रबी फसलों के खेती का रकबा इस बार कम यानी 110.71 लाख हेक्टेयर है जो पिछले सत्र की इसी अवधि में 138.16 लाख हेक्टेयर था। (भाषा)

ये भी पढ़ें- काले गेहूं की खेती होती है, लेकिन बाकी सच्चाई भी जान लीजिए

गेहूं की बुवाई

1. मध्य प्रदेश में गेहूं की बुवाई- 6 लाख हेक्टेयर

2. पंजाब में- 4.68 लाख हेक्टेयर

3. उत्तर प्रदेश में 1.73 लाख हेक्टेयर गेहूं बोया गया

दलहनी फसलों की बुवाई पिछड़ी

1. कर्नाटक में 5.52 लाख हेक्टेयर बुवाई, पिछले साल था 11.28 हेक्टेयर

2. मध्य प्रदेश में 12.26 लाख हेक्टेयर बुवाई, जो पहले 17.62 लाख हेक्टेयर था

3. उत्तर प्रदेश में सिर्फ 5.31 लाख हेक्टेयर में दलहन की बुवाई, पिछले साल था 7.47 लाख हेक्टेयर

ये भी पढ़ें- जीरो टिलेज सीड ड्रिल से गेहूं की बुवाई, जुताई के महंगे खर्च में आएगी कमी, मिलेगा ज्यादा उत्पादन

    

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.