अधिक मुनाफे के लिए इस महीने करें भिंडी की बुवाई

गाँव कनेक्शन | Jan 17, 2018, 13:10 IST
Farming
मोविन अहमद

रायबरेली। सब्जी की खेती करने वाले अधिकतर किसान भिंडी की फसल उगाकर कम लागत में लाखों रुपया कमा लेते हैं। वही क्षेत्र के कुछ किसान ऐसे भी हैं जो भिंडी की फसल उगाने में सिर्फ एक बार पैसा खर्च करते हैं और दो बार भिंडी की फसल को उगाकर चार गुना मुनाफा कमा लेते हैं।

जिले के बछरावां ब्लॉक से पांच किलोमीटर पश्चिम में छोटे से गाँव एशिया में रहने वाले 48 वर्षीय भुल्लू चौधरी पिछले कई सालों से भिंडी की खेती कर कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं। भुल्लू चौधरी बताते हैं, "मैं पिछले 12 वर्षों से भिंडी की खेती कर रहा हूं। वैसे तो भिंडी की बुवाई फरवरी-मार्च में की जाती है। लेकिन मैं भिंडी की बुवाई जनवरी के पहले सप्ताह में ही कर देता हूं। जिससे मेरी फसल क्षेत्र में सबसे पहले तैयार हो जाती है। सब्जियों का सही दाम या तो सीजन की शुरुआत में होता है या फिर सीजन की आखिरी में।

वह आगे बताते हैं, "जल्दी बुवाई करने की वजह से भिंडी की पहली फसल अप्रैल मार्च में तैयार हो जाती है और उस समय मार्केट में भिंडी किसी के पास नहीं होती है जिससे मुझे मेरी फसल के मुंह मांगे दाम मिल जाते हैं। उसके बाद उन्हीं पौधों में दूसरी फसल जब तैयार होती है भिंडी का सीजन खत्म होने वाला होता है। उस समय भी मार्केट में भिंडी कम होती है और मुझे मेरी फसल का अच्छा दाम मिल जाता है।"

ये है बेहतर तरीका

भुल्लू चौधरी बताते हैं, "भिंडी की बुवाई का समय तो फरवरी से शुरू होता है पर मैं बाजार से उस प्रजाति का बीज खरीदता हूं जो जल्दी तैयार हो और गर्मी-बरसात दोनों ही मौसमों में अच्छी उपज दें। जनवरी के प्रथम सप्ताह में ही में अपने खेत में भिंडी के बीज अंकुरित करके बुवाई कर देता हूं। खाद-पानी की व्यस्था आम भिंडी की फसलों की तरह ही करनी है। जल्दी बुआई करने से मेरी फसल मार्च में तैयार हो जाती है। उसे तोड़ने के बाद जून के महीने में भिंडी के पौधों को जड़ से चार-पांच इंच छोड़ कर उसकी कलम कर देता हूं । कुछ दिनों के बाद बरसात शुरू हो जाती है और और कलम किए गए पौधों में फिर से कल्ले निकल आते हैं। दोबारा निकले हुए कल्लो में 40 से 45 दिनों में ही फल उगने लगते हैं। इस तरह आप एक बार बीज की बुआई कर दोबारा फसल काट सकते हैं। इससे आपकी खाद-पानी बीज की लागत आधे से कम होगी और मुनाफा चार गुना हो सकता है।

कई तरह के प्रोटीन व पोषक तत्वों से भरपूर भिंडी उत्पादन में भारत का विश्व में प्रथम स्थान है। भिंडी भारत के कई राज्यों में प्रमुखता से उगाई जाती है। भिंडी की खेती हरियाणा,पंजाब बिहार, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, आसाम आदि क्षेत्रों में प्रमुखता से की जाती है। भारत में भिंडी की खेती लगभग 490 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में उगाई जाती है। जिसमें से लगभग 5830 हजार टन प्रतिवर्ष भिंडी का उत्पादन किया जाता है।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

रायबरेली जिले के कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि विशेषज्ञ डॉक्टर शैलेंद्र विक्रम सिंह ने भिंडी की अगेती फसल व डबल क्रॉप वाली किस्मों के बारे में जानकारी देते हुए कहा, "कृषि वैज्ञानिकों द्वारा भिंडी की कुछ ऐसी किस्में इजाद की गई हैं। जो ग्रीष्मकालीन और वर्षाकालीन दोनों ऋतुओ में अधिक उपज देती हैं। जिसमें काशी शक्ति, काशी विभूति, काशी प्रगति ऐसी किस्में हैं। जिनकी अगेती बुवाई कर फसल तोड़ने के बाद इनके पौधों की कलम करके इनसे बरसात के मौसम में दोबारा फसल प्राप्त कर सकते हैं।

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