5 लाख टन तक घट सकता है चीनी उत्पादन, उत्तर प्रदेश की वजह से पड़ा असर

इस्मा ने विपणन वर्ष 2019-19 के चीनी उत्पादन अनुमान को कम करके 3.07 करोड़ टन कर दिया है। जबकि जुलाई 2018 में चालू विपणन सत्र के दौरान 3.5 करोड़ टन चीनी उत्पादन का अनुमान व्यक्त किया गया था जो अब तब उत्पादन सर्वोच्च स्तर था।

Mithilesh DharMithilesh Dhar   22 Jan 2019 7:15 AM GMT

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sugar production, sugar production decrease, indian sugar mill of indiaकई प्रदेशों में खराब मौसम के कारण भी घटा उत्पादन

लखनऊ। भारतीय चीनी मिल्स संगठन (इस्मा) ने एक बार फिर चीनी उत्पादन के अनुमान को कम कर दिया है। एथेनॉल के ज्यादा उत्पादन को इसके पीछे का कारण बताया जा रहा है। इस्मा ने सोमवार को एक विज्ञप्ति के जरिये इसकी जानकारी दी।

सोमवार को जारी रिपोर्ट में इस्मा ने विपणन वर्ष 2019-19 के चीनी उत्पादन अनुमान को कम करके 3.07 करोड़ टन कर दिया है। जबकि जुलाई 2018 में चालू विपणन सत्र के दौरान 3.5 करोड़ टन चीनी उत्पादन का अनुमान व्यक्त किया गया था जो अब तब उत्पादन सर्वोच्च स्तर था। इससे पिछले वर्ष देश में 3.25 करोड़ टन चीनी उत्पादन हुआ था। इस्मा के अनुसार इस साल बी-हैवी शीरे से इथेनॉल का उत्पादन होने से चीनी उत्पादन में पांच लाख टन की कमी आ सकती है जो कुल उत्पादन का 2.53 फीसदी है।

खराब मौसम और कम बारिश के कारण पिछले साल अक्टूबर में भी इस अनुमान को घटाकर 3.15 करोड़ टन कर दिया गया था। महाराष्ट्र में गन्ने की पैदावार सबसे ज्यादा प्रभावित हुई थी। वहीं निर्यात के बारे में इस्मा ने बताया कि यह मौजूदा विपणन वर्ष (अक्तूबर-सितंबर) में 30 से 35 लाख टन तक हो सकता है। जबकि सरकार ने 50 लाख टन चीनी निर्यात कोटा तय किया है। संगठन ने कहा है कि निर्यात लक्ष्य हासिल करने के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे।

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चालू विपणन वर्ष में 15 जनवरी तक चीनी मिलों ने एक करोड़ 46 लाख टन चीनी का उत्पादन किया, जो कि एक साल पहले इसी अवधि में एक करोड़ 35 लाख टन था। इस्मा ने कहा कि देश में चीनी के सबसे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों ने 41.9 लाख टन चीनी का उत्पादन किया, जबकि महाराष्ट्र ने 57.2 लाख टन और कर्नाटक ने इस वर्ष 15 जनवरी तक 26.7 लाख टन चीनी उत्पादन किया।

इस्मा की विज्ञप्ति के अनुसार, 15 जनवरी तक देशभर में चालू 510 मिलों में चीनी का उत्पादन 146.86 लाख हुआ है, जोकि पिछले साल की समान अवधि से 8.32 फीसदी अधिक है। पिछले साल देशभर में 15 जनवरी तक चीनी का उत्पादन 135.57 लाख टन हुआ था। उत्तर प्रदेश की 117 चीनी मिलों ने 382.1 लाख टन गन्ने की पेराई करके 41.93 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है।

उत्तर प्रदेश में घटा उत्पादन

इस्मा के अनुसार, चालू सत्र में उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन 112.86 लाख टन रहने का अनुमान है, जबकि पिछले साल प्रदेश में 120.45 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ था। महाराष्ट्र की 188 मिलों ने 15 जनवरी तक 57.25 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के उत्पादन से सात लाख टन ज्यादा है। इस्मा के अनुसार, महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन चालू सत्र में 95 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल 107.23 लाख हुआ था।

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