अब लीजिए नमकीन अंडों का स्वाद, जानिए खासियतें
Diti Bajpai | Jan 15, 2019, 10:43 IST
लखनऊ। केंद्रीय पक्षी अनुंसंधान संस्थान (सीएआरआई) ने ऐसे अंडे विकसित किए हैं जिसको उबालने के बाद नमक डालने की जरूरत नहीं है। यह अंडे पहले से नमकीन होंगे।
बरेली स्थित के सीएआरआई के वैज्ञानिक पिछले कई वर्षों से नमकीन अंडों पर काम कर रहे हैं। इन अंडों को आप सीधे उबाल कर खा सकते हैं और ऊपर से नमक छिड़कने की जरूरत नहीं है। इस अंडे की खासियत के बारे में सीएआरआई के प्रधान वैज्ञानिक डॉ ए एस यादव बताते हैं, '' यह सामान्य अंडों की तरह ही होता है। बस इन अंडों को उबालने के बाद 48 घंटे तक रखा जा सकता है जबकि जो सामान्य अंडे होते है उसको उबाल कर सिर्फ 24 घंटे तक ही रखा जा सकता है। ''
नमकीन अंडों को तैयार करने के लिए ज्यादा पैसों की आवश्यकता है जैसे सामान्य अंडों को तैयार किया जाता है वैसे ही इन अंडों को भी तैयार किया जाता है। इस प्रशिक्षण के बारे में डॉ यादव बताते हैं, ''अभी बाजारों में यह अंडा उपलब्ध नहीं है लेकिन अगर कोई व्यवसायी या मुर्गीपालक इन अंडों को व्यवयासिक रूप से शुरू करना चाहता है तो संस्थान द्वारा इस तकनीक का लाइसेंस पांच हजार 500 रूपए में दिया जा रहा है, साथ ही दो से तीन का प्रशिक्षण भी दिया जाता है।''
इन अंडों को तैयार करने के लिए बिजली या मशीन की जरूरत नहीं होती है। घर पर ही इन अंडों को आसानी से तैयार किया जा सकता है। कच्चे अंडे को सबसे पहले फूड-ग्रेड सलूशन में 20 मिनट के लिए डाला जाता है और उसके बाद इन अंडों को एक दूसरे सलूशन में 42 घंटों के लिए रखा जाता है। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान अंडों में नमक को इन्फ्यूज किया जाता है। सीएआरआई के वैज्ञानिकों द्वारा नमकीन अंडें ही नहीं बल्कि कई अंडों से कई ऐसे उत्पाद तैयार किए जा रहे है जिससे किसानों को आय को बढ़ाया जा सके।
बरेली स्थित के सीएआरआई के वैज्ञानिक पिछले कई वर्षों से नमकीन अंडों पर काम कर रहे हैं। इन अंडों को आप सीधे उबाल कर खा सकते हैं और ऊपर से नमक छिड़कने की जरूरत नहीं है। इस अंडे की खासियत के बारे में सीएआरआई के प्रधान वैज्ञानिक डॉ ए एस यादव बताते हैं, '' यह सामान्य अंडों की तरह ही होता है। बस इन अंडों को उबालने के बाद 48 घंटे तक रखा जा सकता है जबकि जो सामान्य अंडे होते है उसको उबाल कर सिर्फ 24 घंटे तक ही रखा जा सकता है। ''
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नमकीन अंडों को तैयार करने के लिए ज्यादा पैसों की आवश्यकता है जैसे सामान्य अंडों को तैयार किया जाता है वैसे ही इन अंडों को भी तैयार किया जाता है। इस प्रशिक्षण के बारे में डॉ यादव बताते हैं, ''अभी बाजारों में यह अंडा उपलब्ध नहीं है लेकिन अगर कोई व्यवसायी या मुर्गीपालक इन अंडों को व्यवयासिक रूप से शुरू करना चाहता है तो संस्थान द्वारा इस तकनीक का लाइसेंस पांच हजार 500 रूपए में दिया जा रहा है, साथ ही दो से तीन का प्रशिक्षण भी दिया जाता है।''
इन अंडों को तैयार करने के लिए बिजली या मशीन की जरूरत नहीं होती है। घर पर ही इन अंडों को आसानी से तैयार किया जा सकता है। कच्चे अंडे को सबसे पहले फूड-ग्रेड सलूशन में 20 मिनट के लिए डाला जाता है और उसके बाद इन अंडों को एक दूसरे सलूशन में 42 घंटों के लिए रखा जाता है। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान अंडों में नमक को इन्फ्यूज किया जाता है। सीएआरआई के वैज्ञानिकों द्वारा नमकीन अंडें ही नहीं बल्कि कई अंडों से कई ऐसे उत्पाद तैयार किए जा रहे है जिससे किसानों को आय को बढ़ाया जा सके।