आप ने रघुराम राजन को राज्यसभा सीट का प्रस्ताव दिया
गाँव कनेक्शन | Nov 08, 2017, 19:23 IST
नई दिल्ली (भाषा)। आम आदमी पार्टी (आप) ने भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को पार्टी उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा की सदस्यता की पेशकश की है।
आप के एक वरिष्ठ नेता ने राज्यसभा में दिल्ली की अगले साल जनवरी में खाली हो रही तीन सीटों पर पार्टी के किसी नेता को उम्मीदवार नहीं बनाये जाने की जानकारी देते हुये बताया कि इस बाबत राजन से संपर्क किया गया है। पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर आप नेता ने बताया कि राजन की तरफ से फिलहाल इस पेशकश पर कोई जवाब नहीं मिला है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि आप नेतृत्व ने संसद के उच्च सदन के लिये पार्टी अपने किसी नेता को उम्मीदवार नहीं बनायेगी। इसके लिये राजन के अलावा दो अन्य उम्मीदवारों के लिये पार्टी को किसी कानूनविद और प्रतिष्ठित समाजसेवी की तलाश है।
दिल्ली से राज्यसभा की तीन सीटों पर कांग्रेस के जनार्दन द्विवेदी, डॉ. कर्ण सिंह और परवेज हाशमी सांसद हैं। इनका कार्यकाल अगले साल जनवरी में खत्म हो रहा है। इन तीनों सीटों पर दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में 66 विधायकों वाली आप के तीनों उम्मीदवारों की जीत तय है।
राज्यसभा की सदस्यता के लिये आप के किसी नेता को मैदान में नहीं उतारने के फैसले से संसद के उच्च सदन में पहुंचने का पार्टी नेता कुमार विश्वास का दावा भी निष्प्रभावी हो गया है। इससे पार्टी के अंदर राज्यसभा की सदस्यता को लेकर मचा घमासान भी खत्म करने में पार्टी नेतृत्व को मदद मिलेगी।
आप के एक वरिष्ठ नेता ने राज्यसभा में दिल्ली की अगले साल जनवरी में खाली हो रही तीन सीटों पर पार्टी के किसी नेता को उम्मीदवार नहीं बनाये जाने की जानकारी देते हुये बताया कि इस बाबत राजन से संपर्क किया गया है। पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर आप नेता ने बताया कि राजन की तरफ से फिलहाल इस पेशकश पर कोई जवाब नहीं मिला है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि आप नेतृत्व ने संसद के उच्च सदन के लिये पार्टी अपने किसी नेता को उम्मीदवार नहीं बनायेगी। इसके लिये राजन के अलावा दो अन्य उम्मीदवारों के लिये पार्टी को किसी कानूनविद और प्रतिष्ठित समाजसेवी की तलाश है।
दिल्ली से राज्यसभा की तीन सीटों पर कांग्रेस के जनार्दन द्विवेदी, डॉ. कर्ण सिंह और परवेज हाशमी सांसद हैं। इनका कार्यकाल अगले साल जनवरी में खत्म हो रहा है। इन तीनों सीटों पर दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में 66 विधायकों वाली आप के तीनों उम्मीदवारों की जीत तय है।
राज्यसभा की सदस्यता के लिये आप के किसी नेता को मैदान में नहीं उतारने के फैसले से संसद के उच्च सदन में पहुंचने का पार्टी नेता कुमार विश्वास का दावा भी निष्प्रभावी हो गया है। इससे पार्टी के अंदर राज्यसभा की सदस्यता को लेकर मचा घमासान भी खत्म करने में पार्टी नेतृत्व को मदद मिलेगी।