राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर NPR: इस बार ऐप से होगी जनगणना

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राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर NPR: इस बार ऐप से होगी जनगणना

लखनऊ। नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने 2021 जनगणना से पहले, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (National Population Register- NPR) की निर्माण प्रक्रिया पर मुहर लगा दी है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कैबिनेट मीटिंग के बाद इस फैसले की जानकारी दी। मोदी कैबिनेट ने एनपीआर के निर्माण का यह फैसला तब लिया है, जब नेशनल सिटीजन रजिस्टर (एनसीआर) और सिटीजनशिप एमेंडमेट एक्ट (सीएए) पर देश भर में विरोध प्रदर्शन चल रहा है।

उन्होंने कहा, "वर्तमान में जनगणना करने के लिए जो प्रक्रिया अपनाई जाती है, वह अंग्रेजों के जमाने की है। उसमें सुधार की जरुरत है। इस बार जो जनगणना होगी, वह ऐप आधारित और पूर्णतया डिजिटल होगी। इसमें नागरिकों को जनगणना करने वाले कर्मचारियों को किसी भी तरह के दस्तावेज नहीं देने होंगे।" ऐप आधारित यह जनगणना 1 अप्रैल, 2020 से 30 सितंबर, 2020 तक होगी।

प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि इस जनगणना प्रक्रिया से ना सिर्फ देश की वर्तमान जनसंख्या जानने में मदद मिलेगी बल्कि इससे केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ भी एक बड़ी जनसंख्या तक पहुंच सकेगा। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जनसंख्या से जुड़ी जानकारियां मंत्रालयों के अनुरोध पर उन्हें उपलब्धर कराई जाएंगी, ताकि उसके अनुसार वे अपनी योजनाएं बना सकें।

इसके अलावा सरकारी योजनाएं जमीन पर कितनी कारगर साबित हो रही हैं, इसका पता भी राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर से पता चल सकेगा। केन्द्री य मंत्रिमंडल के अनुसार इस जनगणना प्रक्रिया पर 8754.23 करोड़ रूपए का खर्च आएगा, वहीं एनपीआर के अपडेशन पर 3941.35 करोड़ रूपए का खर्च आएगा।

प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि देश की पूरी आबादी जनगणना प्रक्रिया के दायरे में आएगी जबकि एनपीआर के अपडेशन में असम को छोड़कर देश की बाकी जनसंख्या को शामिल किया जाएगा।

भारत की जनंसख्याम गणना प्रक्रिया दुनिया की सबसे बड़ी जनंसख्या गणना प्रक्रिया है। देश में जनगणना का काम हर दस साल बाद होता है। ऐसे में अगली जनसंख्यान गणना 2021 में होनी है। जनसंख्या गणना का यह काम दो चरणों में किया जाएगा।

पहले चरण के तहत अप्रैल-सितंबर 2020 तक प्रत्ये2क घर और उसमें रहने वाले व्य क्तियों की सूची बनाई जाएगी। असम को छोड़कर देश के अन्ये हिस्सों् में एनपीआर रजिस्टखर के अपडेशन का काम भी इसके साथ किया जाएगा। जबकि दूसरे चरण में 9 फरवरी से 28 फरवरी 2021 तक पूरी देश की जनसंख्याा की गणना की जाएगी।

आपको बता दें कि भारत में हर दस साल में जनगणना होती है, जिसकी शुरूआत 1872 में हुई थी। यह जनगणना देश की 16वीं और आजादी के बाद की 8वीं जनगणना होगी।

यह भी पढ़ें- आखिर देश में नये नागरिकता कानून पर क्यों बढ़ रहा विरोध ?


     

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