बीएसए के निरीक्षण में बच्चों के साथ शिक्षक भी हुए फेल  

Pankaj TripathiPankaj Tripathi   27 Oct 2017 6:56 PM GMT

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बीएसए के निरीक्षण में बच्चों के साथ शिक्षक भी हुए फेल  फोटो प्रतीकात्मक 

गाजियाबाद। जिले में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए जिलाधिकारी से लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी व खण्ड शिक्षा अधिकारी तक सभी ने कई ठोस कार्रवाई की है। विद्यालय निरीक्षण के दौरान बीएसए विनय कुमार ने बच्चों के साथ ही अध्यापकों की भी क्लास ली जिसमें ज्यादातर फेल रहे।

इसके साथ ही कई विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति के लिए थम मशीनें भी लगाई गई इसके साथ ही बिना बताए छुट्टियों पर रहने वाले अध्यापकों के लिए बीएसए आफिस में एसएमएस करके सूचित करने को कहा गया इस सब के बाद भी सरकारी स्कूलों की दशा दिशा सुधरती नहीं दिख रही। फ्री में मिल रही किताबें ड्रेस के बाद भी छात्रों की कम उपस्थिति पर नाराजगी जताते हुए बीएसए ने शिक्षकों से ऐसे बच्चों की लिस्ट बनाकर देनें की बात कहीं साथ ही ऐसे बच्चों के अभिवाहकों को विद्यालय में बुलाकर उनसे बात करने को कहा कि उनके बच्चे क्यों विद्यालय नहीं आ रहे।

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विद्यालय निरीक्षण के दौरान बीएसए विनय कुमार ने बच्चों के साथ ही अध्यापकों की भी क्लास ली, जिसमें ज्यादातर फेल रहे। सामान्य से सवालों का भी जवाब बच्चे व उनके अध्यापक नहीं दे सके इस पर हैरानी जताते हुए बीएसए ने फैसला किया कि अब सप्ताह में एक दिन स्कूलों में बच्चों व शिक्षकों की क्लास वो स्वयं लेंगे और उन्हें हो रही समस्याओं को दूर किया जाएगा। इस दौरान बच्चों को शिक्षित करने के साथ ही शिक्षकों को शिक्षा से जुड़ी बारीकियों के बारें में बताया जाएगा और जो शिक्षक इसमें रूचि नहीं लेगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाही की जाएगी।

शिक्षकों को आगाह करते हुए कहा कि बच्चों की शिक्षा में किसी तरह की कोताही बरदास्त नहीं की जाएगी। जब तक शिक्षक पढ़ाई पर मेहनत नहीं करेगा अपने ज्ञान को नहीं बढ़ाएगा वह बच्चे से कैसे उम्मीद कर सकता है इसलिए सभी को मेहनत करने की जरूरत पर जोर दिया और विभाग द्वारा पूरा सहयोग दिया जाएगा यह बात भी कही।

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शिक्षकों के ज्ञान पर स्थानीय निवासी व अध्यापक ओम प्रकाश (40 वर्ष) कहते हैं, "सरकारी स्कूल के टीचर टाइम पास करते हैं इनके बच्चे भी प्राईवेट स्कूलों में पढ़ते हैं जब तक कठोर कदम नहीं उठाया जाएगा स्थिति सुधरने वाली नहीं है।"

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