ग्राम निधि के तहत कितना खर्च कितना बचा, कुछ हिसाब नहीं 

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ग्राम निधि के तहत कितना खर्च कितना बचा, कुछ हिसाब नहीं डीपीआरओ के कंप्यूटर विभाग में काम करते लोग 

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क/ गाँव कनेक्शन

कन्नौज। जिले की 310 ग्राम पंचायतों में ग्राम निधि के तहत खर्च की गई धनराशि का ब्योरा प्रिया सॉफ्टवेयर में फीड नहीं किया गया है, जिससे करीब 53 करोड़ रुपए का गड़बड़झाला होने की उम्मीद जताई जा रही है। खास बात यह है कि जिम्मेदारों की ओर से नोटिस दिए जाने के बाद भी ग्राम पंचायत व विकास अधिकारी रुचि नहीं ले रहे हैं।

जिले में 504 ग्राम पंचायतें हैं। इसमें सिर्फ 194 ग्राम पंचायतों ने ही प्रिया सॉफ्टवेयर के तहत फीडिंग कराई है। डीपीएम शलभ त्रिपाठी बताते हैं, ‘‘वर्ष 2015-16 में 60 करोड़ और वर्ष 2016-17 में 70 करोड़ रुपए ग्राम निधि के तहत पंचायतों को दिया गया था। वर्ष 2015-16 की सौ फीसदी फीडिंग हो चुकी है। पिछले साल की सिर्फ 17 करोड़ की ही फीडिंग हुई है।’’

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जिनकी फीडिंग कम है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 30 तक हर हाल में फीडिंग करा ली जानी चाहिए।
अवधेश बहादुर सिंह, सीडीओ कन्नौज

प्रिया सॉफ्टवेयर के अंतर्गत पंचायत के लिए स्वीकृत केंद्र वित्त एवं राज्य वित्त के धन का लेखा-जोखा देखा जा जाता है।

डीपीएम आगे बताते हैं, ‘‘ग्राम निधि का जो भी खर्च होता है उसका बिल, बाउचर देना पड़ता है। साथ ही प्रिया सॉफ्टवेयर में फीडिंग भी होती है। फीडिंग न कराने पर धन का दुरुपयोग माना जाता है। बची हुई 310 ग्राम पंचायतों को 15 सितम्बर तक फीडिंग करानी थी। कई बार अधिकारियों ने पत्र भेजे हैं, लेकिन कई पंचायत अधिकारी और विकास अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं।’’

फीडिंग में फिसड्डी रहने वालों में अरविंद, रामऔतार, विश्राम सिंह, युवराज सिंह, विनोद कुमार, अमर सिंह, गोविंद सिंह, राजकमल, अशोक यादव, देवेंद्र यादव, ज्ञानेंद्र आदि शामिल हैं।

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लापरवाह सचिवों को डीपीआरओ साहब की ओर से नोटिस भेजा जा चुका है। सीडीओ साहब ने भी कार्रवाई की है। जो विकास अधिकारी हैं उनको डीडीओ साहब की ओर से नोटिस भेजा गया है। जानकारी डीडी कानपुर को भी दी जा चुकी है। अगस्त महीने का वेतन रोकने की कार्रवाई की जाएगी।
शलभ त्रिपाठी, डीपीएम कन्नौज

जो रुचि नहीं ले रहे हैं उनको नोटिस जारी कर रहे हैं। अगर 30 तारीख तक फीडिंग नहीं कराई तो अधिकार सीज कर दिए जाएंगे।
इंद्रपाल सोनकर, डीपीआरओ कन्नौज

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