By Dr SB Misra
एक समय था जब गाँवों की लाइफ साइकिल और बैलगाड़ी तक सीमित थी। आज वहां मोटरसाइकिल, कार और ट्रैक्टर की भरमार है, लेकिन ड्राइविंग ट्रेनिंग और ट्रैफिक नियमों की समझ पीछे छूट गई। नतीजा: दुर्घटनाएं बढ़ रहीं, और जिम्मेदारी कोई लेने को तैयार नहीं।
एक समय था जब गाँवों की लाइफ साइकिल और बैलगाड़ी तक सीमित थी। आज वहां मोटरसाइकिल, कार और ट्रैक्टर की भरमार है, लेकिन ड्राइविंग ट्रेनिंग और ट्रैफिक नियमों की समझ पीछे छूट गई। नतीजा: दुर्घटनाएं बढ़ रहीं, और जिम्मेदारी कोई लेने को तैयार नहीं।
By गाँव कनेक्शन
By Kirti Shukla
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन की स्थिति में उत्तर प्रदेश में सीतापुर के श्रम प्रवर्तन अधिकारियों ने दिहाड़ी मजदूरों के लिए एक अहम पहल की है।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन की स्थिति में उत्तर प्रदेश में सीतापुर के श्रम प्रवर्तन अधिकारियों ने दिहाड़ी मजदूरों के लिए एक अहम पहल की है।
By Virendra Singh
ग्रामीण और पुलिसकर्मी घटनास्थल पर सहायता के लिए पहुंचे और राहत कार्य में जुट गए हैं। घायलों और मृतकों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।
ग्रामीण और पुलिसकर्मी घटनास्थल पर सहायता के लिए पहुंचे और राहत कार्य में जुट गए हैं। घायलों और मृतकों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।
By Kirti Shukla
By Divendra Singh
By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
By Kirti Shukla
सीतापुर जिले की मिश्रिख तहसील में दो केंद्रीकृत बायोमेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट सुविधाएं मौजूद हैं। इसके बावजूद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास सीरिंज, बेकार दवाएं, खून से सनी पट्टियां, और प्लेसेंटा (गर्भनाल) को खुले मैदान में फेंका और जला दिया जाता है। स्थानीय लोग और सफाई कर्मचारी इसकी दुर्गंध और जहरीले धुएं से बुरी तरह प्रभावित हैं।
सीतापुर जिले की मिश्रिख तहसील में दो केंद्रीकृत बायोमेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट सुविधाएं मौजूद हैं। इसके बावजूद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास सीरिंज, बेकार दवाएं, खून से सनी पट्टियां, और प्लेसेंटा (गर्भनाल) को खुले मैदान में फेंका और जला दिया जाता है। स्थानीय लोग और सफाई कर्मचारी इसकी दुर्गंध और जहरीले धुएं से बुरी तरह प्रभावित हैं।
By Kirti Shukla