By Arvind Shukla
अगर आप लौकी, कद्दू या तरोई जैसी फसलों की खेती से मुनाफा कमाना चाहते हैंं इस प्रगतिशील किसान का तरीका अपना सकते हैं.. देखिए वीडियो
अगर आप लौकी, कद्दू या तरोई जैसी फसलों की खेती से मुनाफा कमाना चाहते हैंं इस प्रगतिशील किसान का तरीका अपना सकते हैं.. देखिए वीडियो
By Shyam Dangi
देश में बागवानी फसलों की बढ़ती मांग को देखते हुए कई किसानों ने पारंपरिक खेती से हटकर फलों की खेती का रुख किया है। जानकारों के मुताबिक बागवानी में भी वो किसान ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं जो क्वालिटी युक्त, बाजार की मांग के अनुसार खेती करते हैं। ऐसे ही एक किसान हैं मध्य प्रदेश के राजेश पाटीदार जो जैविक तरीके से बागवानी कर रहे हैं।
देश में बागवानी फसलों की बढ़ती मांग को देखते हुए कई किसानों ने पारंपरिक खेती से हटकर फलों की खेती का रुख किया है। जानकारों के मुताबिक बागवानी में भी वो किसान ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं जो क्वालिटी युक्त, बाजार की मांग के अनुसार खेती करते हैं। ऐसे ही एक किसान हैं मध्य प्रदेश के राजेश पाटीदार जो जैविक तरीके से बागवानी कर रहे हैं।
By Arvind Shukla
भारत दुनिया का वो पहला देश बना है, जहां नैनो यूरिया तरल लॉन्च हो गई। इसे किसानों की संस्था इफको ने तैयार किया है, लेकिन खेती में बड़ा बदलाव लाने वाले इस उत्पाद के पीछे एक किसान के बेटे की मेहनत और शोध है, नाम है डॉ. रमेश रालिया।
भारत दुनिया का वो पहला देश बना है, जहां नैनो यूरिया तरल लॉन्च हो गई। इसे किसानों की संस्था इफको ने तैयार किया है, लेकिन खेती में बड़ा बदलाव लाने वाले इस उत्पाद के पीछे एक किसान के बेटे की मेहनत और शोध है, नाम है डॉ. रमेश रालिया।
By Kumar Shyam
हनुमानगढ़ जिले के एक गांव में कुछ साल पहले तक लड़कियों के लिए स्पोर्ट की जर्सी पहनकर खेलना एक सपने जैसा था। गांव में खेल का माहौल ही नहीं था, लेकिन एक शिक्षक की बदौलत आज लड़कियां राज्य स्तर पर नाम कमा रही हैं।
हनुमानगढ़ जिले के एक गांव में कुछ साल पहले तक लड़कियों के लिए स्पोर्ट की जर्सी पहनकर खेलना एक सपने जैसा था। गांव में खेल का माहौल ही नहीं था, लेकिन एक शिक्षक की बदौलत आज लड़कियां राज्य स्तर पर नाम कमा रही हैं।
By Mithilesh Dhar
हार्वेस्टिंग फार्मर नेटवर्क नामक इस ऐप को अमेरिका में इंजीनियर रहे रुचित गर्ग ने शुरु किया है। इस ऐप के माध्यम से किसानों को फसल में रोग लगने से लेकर उत्पाद बेचने तक की जानकारी और सुविधा मुफ्त में मिलती है। गांव कनेक्शन ने रुचिग गर्ग से इस बारे में खास बात की।
हार्वेस्टिंग फार्मर नेटवर्क नामक इस ऐप को अमेरिका में इंजीनियर रहे रुचित गर्ग ने शुरु किया है। इस ऐप के माध्यम से किसानों को फसल में रोग लगने से लेकर उत्पाद बेचने तक की जानकारी और सुविधा मुफ्त में मिलती है। गांव कनेक्शन ने रुचिग गर्ग से इस बारे में खास बात की।
By Arun Singh
भीषण गरीबी और संघर्षों के बीच पले बढ़े सरकारी स्कूल के शिक्षक जब रिटायर हुए तो उन्होंने जीपीएफ और ग्रेच्युटी के करीब 40 लाख रुपए उसी गांव के बच्चों की पढ़ाई और भलाई के लिए दान कर दिए। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले का यह शिक्षक इन दिनों चर्चा में है। संघर्षों से परिपूर्ण इनके जीवन यात्रा की क्या है अनकही कहानी, जानें।
भीषण गरीबी और संघर्षों के बीच पले बढ़े सरकारी स्कूल के शिक्षक जब रिटायर हुए तो उन्होंने जीपीएफ और ग्रेच्युटी के करीब 40 लाख रुपए उसी गांव के बच्चों की पढ़ाई और भलाई के लिए दान कर दिए। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले का यह शिक्षक इन दिनों चर्चा में है। संघर्षों से परिपूर्ण इनके जीवन यात्रा की क्या है अनकही कहानी, जानें।
By Sachin Tulsa tripathi
अब तक आपने मिट्टी और पीओपी (प्लास्टर ऑफ पेरिस) से बनी भगवान गणेश और मां दुर्गा की प्रतिमाएं देखी होंगी लेकिन सतना के सरकारी स्कूल के छात्रों ने विद्यालय की प्रयोगशाला में फिटकरी से गणेश प्रतिमा बनाई है। जिसकी चर्चा भी हो रही है।
अब तक आपने मिट्टी और पीओपी (प्लास्टर ऑफ पेरिस) से बनी भगवान गणेश और मां दुर्गा की प्रतिमाएं देखी होंगी लेकिन सतना के सरकारी स्कूल के छात्रों ने विद्यालय की प्रयोगशाला में फिटकरी से गणेश प्रतिमा बनाई है। जिसकी चर्चा भी हो रही है।
By Arun Singh
पन्ना जिले के जनवार गांव का देश का स्केटबोडिंग वाला गांव कहा जाता है। जंगल के सहारे जीवन जीने वाले आदिवासी बाहुल्य गांव के कई बच्चे देश-विदेश में मेडल जीत चुके हैं। अब ये गांव सब्जियों की खेती से कमाई कर रहा है।
पन्ना जिले के जनवार गांव का देश का स्केटबोडिंग वाला गांव कहा जाता है। जंगल के सहारे जीवन जीने वाले आदिवासी बाहुल्य गांव के कई बच्चे देश-विदेश में मेडल जीत चुके हैं। अब ये गांव सब्जियों की खेती से कमाई कर रहा है।
By Arvind Shukla
देश के सुदूर इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। कोरोना गांव-गांव फैल रहा है। लोगों की मौते हो रही हैं। ऐसे मुश्किल वक्त में दूरदराज के इलाकों में कुछ लोगों ने अलग हटकर काम किया। माया विश्वकर्मा उन्हीं में एक हैं।
देश के सुदूर इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। कोरोना गांव-गांव फैल रहा है। लोगों की मौते हो रही हैं। ऐसे मुश्किल वक्त में दूरदराज के इलाकों में कुछ लोगों ने अलग हटकर काम किया। माया विश्वकर्मा उन्हीं में एक हैं।