By गाँव कनेक्शन
By Aishwarya Tripathi
कल्पना, उत्तर प्रदेश के मिर्तला गाँव में एक 'सैनिटरी पैड डिपो' चलाती हैं। अपने इस काम से वे वहाँ की युवा लड़कियों की विश्वासपात्र बन गई हैं, जो अब बिना किसी झिझक के उनके साथ मासिक धर्म और व्यक्तिगत स्वच्छता के मुद्दों पर खुलकर चर्चा करती हैं। पिछले तीन साल से कल्पना गांव की महिलाओं को सस्ते दामों पर सैनिटरी पैड बेच रही हैं।
कल्पना, उत्तर प्रदेश के मिर्तला गाँव में एक 'सैनिटरी पैड डिपो' चलाती हैं। अपने इस काम से वे वहाँ की युवा लड़कियों की विश्वासपात्र बन गई हैं, जो अब बिना किसी झिझक के उनके साथ मासिक धर्म और व्यक्तिगत स्वच्छता के मुद्दों पर खुलकर चर्चा करती हैं। पिछले तीन साल से कल्पना गांव की महिलाओं को सस्ते दामों पर सैनिटरी पैड बेच रही हैं।
By Arvind Singh Parmar
बुंदेलखंड के ललितपुर में एक सप्ताह से मची डीएपी खाद की किल्लत कम होती नजर नहीं आ रही है। खाद के चलते तीन किसानों की जान जा चुकी हैं। वहीं कृषि मंत्री की रहे हैं कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में खाद है, जिन जिलों में कमी है वहां तुरंत आपूर्ति कराई जा रही है।
बुंदेलखंड के ललितपुर में एक सप्ताह से मची डीएपी खाद की किल्लत कम होती नजर नहीं आ रही है। खाद के चलते तीन किसानों की जान जा चुकी हैं। वहीं कृषि मंत्री की रहे हैं कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में खाद है, जिन जिलों में कमी है वहां तुरंत आपूर्ति कराई जा रही है।
By Arvind Singh Parmar
ललितपुर में महरौनी इलाके में सिंचाई और दूसरी सुविधाओं को एक बांध बनाया गया है। इस बांध से हजारों लोगों को फायदा भी मिलेगा लेकिन बाँध के करीब के करीब बसे एक गांव के सैकड़ों लोग परेशान हो गए हैं। वो रास्ते में पानी भर जाने के कारण खेती नहीं कर पा रहे। कोई उनकी जमीन को खरीदने को भी तैयार नहीं है।
ललितपुर में महरौनी इलाके में सिंचाई और दूसरी सुविधाओं को एक बांध बनाया गया है। इस बांध से हजारों लोगों को फायदा भी मिलेगा लेकिन बाँध के करीब के करीब बसे एक गांव के सैकड़ों लोग परेशान हो गए हैं। वो रास्ते में पानी भर जाने के कारण खेती नहीं कर पा रहे। कोई उनकी जमीन को खरीदने को भी तैयार नहीं है।
By Aishwarya Tripathi
उत्तर प्रदेश के महोबा ज़िले के किसान अब पारंपरिक डीजल पंपसेटों की जगह सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप सेटों की ओर रुख़ कर रहे हैं। ये पंपसेट उनकी फसलों को सींचने, साल में तीन फ़सल उगाने और डीज़ल के हज़ारों रुपये बचाने में मदद कर रहे हैं। एक ग्राउंड रिपोर्ट-
उत्तर प्रदेश के महोबा ज़िले के किसान अब पारंपरिक डीजल पंपसेटों की जगह सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप सेटों की ओर रुख़ कर रहे हैं। ये पंपसेट उनकी फसलों को सींचने, साल में तीन फ़सल उगाने और डीज़ल के हज़ारों रुपये बचाने में मदद कर रहे हैं। एक ग्राउंड रिपोर्ट-
By Arvind Singh Parmar
बुंदेलखंड के ललितपुर में खाद के लिए लाइन में लगा एक बुजुर्ग किसान चक्कर खाकर गिर गया। लोग उसे अस्पताल ले गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। बुंदेलखंड के कई जिलों में 4-5 दिनों से खाद के लिए सैकड़ों किसान लाइन में हैं। आखिर एकाएक यहां खाद की इतनी किल्लत क्यों हो गई?
बुंदेलखंड के ललितपुर में खाद के लिए लाइन में लगा एक बुजुर्ग किसान चक्कर खाकर गिर गया। लोग उसे अस्पताल ले गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। बुंदेलखंड के कई जिलों में 4-5 दिनों से खाद के लिए सैकड़ों किसान लाइन में हैं। आखिर एकाएक यहां खाद की इतनी किल्लत क्यों हो गई?