By Divendra Singh
चने की इस किस्म की खेती करने से किसानों को अधिक पैदावार भी मिलेगी, अगर चना बुवाई में देरी भी हो गई है तब भी उत्पादन पर असर नहीं पड़ता है।
चने की इस किस्म की खेती करने से किसानों को अधिक पैदावार भी मिलेगी, अगर चना बुवाई में देरी भी हो गई है तब भी उत्पादन पर असर नहीं पड़ता है।
By Pintu Lal Meena
चने की बुवाई से पहले बीजोपचार व भूमि शोधन के बाद ही बुवाई करनी चाहिए और जिस खेत में विल्ट का प्रकोप अधिक होता हैं वहां गहरी जुताई के बाद देरी से बुवाई करनी चाहिए ..
चने की बुवाई से पहले बीजोपचार व भूमि शोधन के बाद ही बुवाई करनी चाहिए और जिस खेत में विल्ट का प्रकोप अधिक होता हैं वहां गहरी जुताई के बाद देरी से बुवाई करनी चाहिए ..
By गाँव कनेक्शन
इस समय चना की खेती करने वाले किसानों को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि फलियां लगते समय चने में कई तरह के कीटों का प्रकोप हो जाता है।
इस समय चना की खेती करने वाले किसानों को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि फलियां लगते समय चने में कई तरह के कीटों का प्रकोप हो जाता है।
By Divendra Singh
By Gaon Connection
चने की बुवाई के साथ ही किसान इस समय गाजर, मूली, आलू जैसी फसलों की बुवाई कर सकते हैं, शुरू से कुछ बातों का ध्यान रखकर किसान बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं।
चने की बुवाई के साथ ही किसान इस समय गाजर, मूली, आलू जैसी फसलों की बुवाई कर सकते हैं, शुरू से कुछ बातों का ध्यान रखकर किसान बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं।
By Divendra Singh
जलवायु परिवर्तन का असर खेती पर भी पड़ रहा है, वैज्ञानिकों के एक अध्ययन में पता चला है कि भविष्य में चने की फसल में कई तरह की मिट्टी जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है।
जलवायु परिवर्तन का असर खेती पर भी पड़ रहा है, वैज्ञानिकों के एक अध्ययन में पता चला है कि भविष्य में चने की फसल में कई तरह की मिट्टी जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है।
By गाँव कनेक्शन
By Divendra Singh
चने की बुवाई से पहले बीजोपचार करना चाहिए और जिस खेत में विल्ट का प्रकोप अधिक होता हैं वहां गहरी जुताई के बाद देरी से बुवाई करनी चाहिए...
चने की बुवाई से पहले बीजोपचार करना चाहिए और जिस खेत में विल्ट का प्रकोप अधिक होता हैं वहां गहरी जुताई के बाद देरी से बुवाई करनी चाहिए...
By दिति बाजपेई
Nothing takes one back to one’s childhood than a festival. Chhath Puja brings back memories of mothers, grandmothers, aunts and cousins bustling around preparing for the pujas, cooking and spreading joy and that special buzz.
Nothing takes one back to one’s childhood than a festival. Chhath Puja brings back memories of mothers, grandmothers, aunts and cousins bustling around preparing for the pujas, cooking and spreading joy and that special buzz.
By गाँव कनेक्शन