By Diti Bajpai
पशुओं में गर्भधारण के बाद मिल्क फीवर और कीटोसिस जैसी बीमारियों का सबसे अधिक खतरा रहता है। पशुओं में बढ़ते इन बीमारियों के प्रकोप के कारण न केवल पशुओं की दुग्ध उत्पादक क्षमता घट जाती है बल्कि दुबारा प्रजनन में भी काफी दिक्कतें आती है।
पशुओं में गर्भधारण के बाद मिल्क फीवर और कीटोसिस जैसी बीमारियों का सबसे अधिक खतरा रहता है। पशुओं में बढ़ते इन बीमारियों के प्रकोप के कारण न केवल पशुओं की दुग्ध उत्पादक क्षमता घट जाती है बल्कि दुबारा प्रजनन में भी काफी दिक्कतें आती है।
By Diti Bajpai
थनैला रोग एक जीवाणु जनित रोग है। यह रोग ज्यादातर दुधारू पशु गाय, भैंस, बकरी को होता है। इस बीमारी से देश में 60 प्रतिशत गाये, भैंसे और बकरी पीड़ित है। यही नहीं इसके कारण दुग्ध उत्पादकों को कई हजार करोड़ रुपये का नुकसान होता है।
थनैला रोग एक जीवाणु जनित रोग है। यह रोग ज्यादातर दुधारू पशु गाय, भैंस, बकरी को होता है। इस बीमारी से देश में 60 प्रतिशत गाये, भैंसे और बकरी पीड़ित है। यही नहीं इसके कारण दुग्ध उत्पादकों को कई हजार करोड़ रुपये का नुकसान होता है।
By Diti Bajpai
The government, under the Dairy Entrepreneurship Development Scheme, is providing subsidy through NABARD on dairy installation and dairy products equipment. The progressive consumption of milk and milk products is leading to immense possibilities of self-employment in this field
The government, under the Dairy Entrepreneurship Development Scheme, is providing subsidy through NABARD on dairy installation and dairy products equipment. The progressive consumption of milk and milk products is leading to immense possibilities of self-employment in this field
By Diti Bajpai
By Diti Bajpai
अगर आपके क्षेत्र में छुट्टा जानवरों संख्या ज्यादा है तो अपने ग्राम प्रधान या वार्ड मेम्बर की मदद से आवारा पशुओं की लिस्ट तैयार करे। उस लिस्ट को अपने नजदीकी पशुचिकित्सालय में भेजे।
अगर आपके क्षेत्र में छुट्टा जानवरों संख्या ज्यादा है तो अपने ग्राम प्रधान या वार्ड मेम्बर की मदद से आवारा पशुओं की लिस्ट तैयार करे। उस लिस्ट को अपने नजदीकी पशुचिकित्सालय में भेजे।
By Diti Bajpai
By Diti Bajpai
By Mudassir Kuloo
Being an agrarian region, the agriculture sector contributes 16.18 per cent to Jammu & Kashmir’s GDP, of which 35 per cent is contributed by the dairy sector. Under the Integrated Dairy Development Scheme, 43 dairy farming units have been set up in Shopian with a subsidy of Rs one crore.
Being an agrarian region, the agriculture sector contributes 16.18 per cent to Jammu & Kashmir’s GDP, of which 35 per cent is contributed by the dairy sector. Under the Integrated Dairy Development Scheme, 43 dairy farming units have been set up in Shopian with a subsidy of Rs one crore.
By गाँव कनेक्शन
देश में एक बड़ा तबका पशुपालन से जुड़ा हुआ है, लेकिन कई गर्मी बढ़ने के साथ हम खुद का तो खयाल रखते हैं, लेकिन पशुओं का ध्यान नहीं रखते है। इसलिए कुछ बातों का ध्यान रखकर पशुओं को गर्मी से बचाया जा सकता है।
देश में एक बड़ा तबका पशुपालन से जुड़ा हुआ है, लेकिन कई गर्मी बढ़ने के साथ हम खुद का तो खयाल रखते हैं, लेकिन पशुओं का ध्यान नहीं रखते है। इसलिए कुछ बातों का ध्यान रखकर पशुओं को गर्मी से बचाया जा सकता है।
By गाँव कनेक्शन