By Gaon Connection
प्राकृतिक आपदाएँ सिर्फ खेत नहीं उजाड़तीं, बल्कि किसानों की सालभर की मेहनत और उम्मीदें भी बहा ले जाती हैं। संसद में पेश हुए आंकड़ों में बताया गया कि हर साल लाखों किसान तूफ़ान, बाढ़ और बारिश की मार झेल रहे हैं।
प्राकृतिक आपदाएँ सिर्फ खेत नहीं उजाड़तीं, बल्कि किसानों की सालभर की मेहनत और उम्मीदें भी बहा ले जाती हैं। संसद में पेश हुए आंकड़ों में बताया गया कि हर साल लाखों किसान तूफ़ान, बाढ़ और बारिश की मार झेल रहे हैं।
By Arvind Singh Parmar
पानी के लिए तरसने वाले बुंदेलखंड के खेतों में पानी ने ही फिर तबाही मचाई है। बेमौसम अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से मटर, चना, मसूर और सरसों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
पानी के लिए तरसने वाले बुंदेलखंड के खेतों में पानी ने ही फिर तबाही मचाई है। बेमौसम अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से मटर, चना, मसूर और सरसों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
By गाँव कनेक्शन
By Mithilesh Dhar
By Arvind Shukla
In the past 15-20 days, the price of tomatoes has doubled. The farmers and retailers blame incessant rains and said rates would go up further if it won’t stop raining
In the past 15-20 days, the price of tomatoes has doubled. The farmers and retailers blame incessant rains and said rates would go up further if it won’t stop raining
By गाँव कनेक्शन
By Kirti Shukla
उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बुधवार (21 अप्रैल) रात आए आंधी-तूफान से तैयार फसलों को काफी नुकसान हुआ। किसानों के लिए यह आफत और भी निराशाजनक है जब राज्य में शनिवार व रविवार को लॉकडाउन लगता है और उन्हें डर है कि पिछले साल की तरह पूरी तरह लॉकडाउन लग सकता है।
उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बुधवार (21 अप्रैल) रात आए आंधी-तूफान से तैयार फसलों को काफी नुकसान हुआ। किसानों के लिए यह आफत और भी निराशाजनक है जब राज्य में शनिवार व रविवार को लॉकडाउन लगता है और उन्हें डर है कि पिछले साल की तरह पूरी तरह लॉकडाउन लग सकता है।
By Swati Subhedar
According to the preliminary estimates, crop standing on over 54 lakh hectares, worth Rs 8,000 crore, has been damaged by unseasonal rains
According to the preliminary estimates, crop standing on over 54 lakh hectares, worth Rs 8,000 crore, has been damaged by unseasonal rains
By गाँव कनेक्शन
भारी बारिश के साथ बागवानी फसलों में पानी जमा होने की समस्या भी शुरू हो गई है, अगर इस समस्या से तुरंत नहीं निपटा गया तो आगे दिक्कत हो सकती है।
भारी बारिश के साथ बागवानी फसलों में पानी जमा होने की समस्या भी शुरू हो गई है, अगर इस समस्या से तुरंत नहीं निपटा गया तो आगे दिक्कत हो सकती है।
By Ramji Mishra
उनका धान पक चुका था और किसानों ने उसकी कटाई के बाद उसे अपने खेतों में बड़े करीने से व्यवस्थित बंडलों में रख दिया था। उन्हें उम्मीद थी कि सूरज की रोशनी उनकी फसल में बची थोड़ी नमी को खत्म कर देगी। लेकिन पिछले तीन दिनों में हुई भारी बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है और वे कर्ज में दब गए हैं। पढ़िए पूरी रिपोर्ट
उनका धान पक चुका था और किसानों ने उसकी कटाई के बाद उसे अपने खेतों में बड़े करीने से व्यवस्थित बंडलों में रख दिया था। उन्हें उम्मीद थी कि सूरज की रोशनी उनकी फसल में बची थोड़ी नमी को खत्म कर देगी। लेकिन पिछले तीन दिनों में हुई भारी बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है और वे कर्ज में दब गए हैं। पढ़िए पूरी रिपोर्ट