By Gaon Connection
केरल के तिरुवनंतपुरम ज़िले के परसाला गाँव में एक ऐसा खेत है, जहाँ केला सिर्फ फसल नहीं बल्कि संस्कृति, स्मृति और संरक्षण का प्रतीक है। कभी कोच्चि में वेब डिजाइनिंग कंपनी चलाने वाले विनोद सहदेवन नायर ने माँ के निधन के बाद कॉर्पोरेट दुनिया छोड़कर खेती को अपनाया। आज उनके खेत में भारत ही नहीं, दुनिया भर से लाई गई 400 से ज़्यादा केले की दुर्लभ किस्में उग रही हैं।
केरल के तिरुवनंतपुरम ज़िले के परसाला गाँव में एक ऐसा खेत है, जहाँ केला सिर्फ फसल नहीं बल्कि संस्कृति, स्मृति और संरक्षण का प्रतीक है। कभी कोच्चि में वेब डिजाइनिंग कंपनी चलाने वाले विनोद सहदेवन नायर ने माँ के निधन के बाद कॉर्पोरेट दुनिया छोड़कर खेती को अपनाया। आज उनके खेत में भारत ही नहीं, दुनिया भर से लाई गई 400 से ज़्यादा केले की दुर्लभ किस्में उग रही हैं।
By Gaon Connection
2024-25 के तृतीय अग्रिम अनुमान के अनुसार भारत के बागवानी क्षेत्र में ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की गई है। सरकार का दावा है कि किसानों की मेहनत, वैज्ञानिक अनुसंधान और आधुनिक तकनीकों ने कृषि को वैश्विक नेतृत्व की दिशा में आगे बढ़ाया है।
2024-25 के तृतीय अग्रिम अनुमान के अनुसार भारत के बागवानी क्षेत्र में ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की गई है। सरकार का दावा है कि किसानों की मेहनत, वैज्ञानिक अनुसंधान और आधुनिक तकनीकों ने कृषि को वैश्विक नेतृत्व की दिशा में आगे बढ़ाया है।
By Gaon Connection
In the ongoing Monsoon Session of the Parliament, the Union Agriculture Ministry was asked about the possibility of declaring the minimum support price [MSP] for horticulture crops. In its reply, the ministry mentioned the parameters on the basis of which MSP is decided. Details here.
In the ongoing Monsoon Session of the Parliament, the Union Agriculture Ministry was asked about the possibility of declaring the minimum support price [MSP] for horticulture crops. In its reply, the ministry mentioned the parameters on the basis of which MSP is decided. Details here.
By गाँव कनेक्शन
In the ongoing Monsoon Session of the Parliament, the Union Agriculture Ministry was asked about the possibility of declaring the minimum support price [MSP] for horticulture crops. In its reply, the ministry mentioned the parameters on the basis of which MSP is decided. Details here.
In the ongoing Monsoon Session of the Parliament, the Union Agriculture Ministry was asked about the possibility of declaring the minimum support price [MSP] for horticulture crops. In its reply, the ministry mentioned the parameters on the basis of which MSP is decided. Details here.
By Dr SK Singh
आजकल हर एक क्षेत्र में डिजिटल तकनीक मददगार साबित हो रही है, ऐसे में खेती में भी किसानों की मदद हो रही है, जिससे किसानों का उत्पादन चार गुना तक बढ़ सकता है।
आजकल हर एक क्षेत्र में डिजिटल तकनीक मददगार साबित हो रही है, ऐसे में खेती में भी किसानों की मदद हो रही है, जिससे किसानों का उत्पादन चार गुना तक बढ़ सकता है।
By गाँव कनेक्शन
2020-21 में कुल बागवानी उत्पादन रिकॉर्ड 334.60 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो कि 2019-20 में कुल उत्पादन की तुलना में लगभग 14.13 मिलियन टन (4.4%) अधिक है। जबकि 2021-22 में कुल बागवानी उत्पादन 333.3 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो 2020-21 (अंतिम) की तुलना में लगभग 1.35 मिलियन टन (0.4% की कमी) कम है।
2020-21 में कुल बागवानी उत्पादन रिकॉर्ड 334.60 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो कि 2019-20 में कुल उत्पादन की तुलना में लगभग 14.13 मिलियन टन (4.4%) अधिक है। जबकि 2021-22 में कुल बागवानी उत्पादन 333.3 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो 2020-21 (अंतिम) की तुलना में लगभग 1.35 मिलियन टन (0.4% की कमी) कम है।
By Divendra Singh
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 13 अप्रैल (मंगलवार) को राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड द्वारा विकसित इस नए राष्ट्रीय नर्सरी पोर्टल का शुभारंभ किया है। इसके जरिए लोग फूल, फल, सब्जियों और मसालों के पौधे ऑनलाइन खरीद या बेच सकेंगे।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 13 अप्रैल (मंगलवार) को राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड द्वारा विकसित इस नए राष्ट्रीय नर्सरी पोर्टल का शुभारंभ किया है। इसके जरिए लोग फूल, फल, सब्जियों और मसालों के पौधे ऑनलाइन खरीद या बेच सकेंगे।
By Deepanshu Mishra
पार्क का नाम गुलाब पार्क है पर इसे प्रसिद्धी आम का विशेष प्रकार के पेड़ों के कारण मिली है।
पार्क का नाम गुलाब पार्क है पर इसे प्रसिद्धी आम का विशेष प्रकार के पेड़ों के कारण मिली है।
By गाँव कनेक्शन
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के ग्वालियर केंद्र से उत्तरी मध्य प्रदेश के 21 जिलों के किसानों को बागवानी फसलों और नई योजनाओं की जानकारी मिलेगी।
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के ग्वालियर केंद्र से उत्तरी मध्य प्रदेश के 21 जिलों के किसानों को बागवानी फसलों और नई योजनाओं की जानकारी मिलेगी।
By Mudassir Kuloo
According to the horticulture department, J&K, area under horticulture has jumped from 82,486 hectares in 1975 to 330,956 ha in 2021. The cultivation of paddy is on a decline, as farmers and experts say horticulture brings in more profits. But there is a flip side too — farmers have to buy rice from the market.
According to the horticulture department, J&K, area under horticulture has jumped from 82,486 hectares in 1975 to 330,956 ha in 2021. The cultivation of paddy is on a decline, as farmers and experts say horticulture brings in more profits. But there is a flip side too — farmers have to buy rice from the market.