By Sachin Tulsa tripathi
By Sachin Tulsa tripathi
मध्यप्रदेश के सतना की सरकारी स्कूल व्यंकट वन ने रासायनिक तत्वों के नाम से बच्चों की हाजिरी शुरू की है, स्कूल की प्रिंसिपल का दावा है कि इससे बच्चों को तत्वों के नाम याद रखने में आसानी होगी।
मध्यप्रदेश के सतना की सरकारी स्कूल व्यंकट वन ने रासायनिक तत्वों के नाम से बच्चों की हाजिरी शुरू की है, स्कूल की प्रिंसिपल का दावा है कि इससे बच्चों को तत्वों के नाम याद रखने में आसानी होगी।
By Dr.Vikas Sharma
छींद का पेड़ कितना उपयोगी होता है, ये छिंदवाड़ा के आदिवासियों से बेहतर कौन बता सकता है। इसके फल पोषण से भरपूर होते हैं तो पत्तियां, झाड़ू से लेकर झोपड़ी तक बनाने में काम आती हैं। इसकी जड़े जमीन में भूजल की मात्रा बढ़ाती है। आदिवासी तो शादियों में इसकी पत्तियों का मुकुट तक पहनते हैं।
छींद का पेड़ कितना उपयोगी होता है, ये छिंदवाड़ा के आदिवासियों से बेहतर कौन बता सकता है। इसके फल पोषण से भरपूर होते हैं तो पत्तियां, झाड़ू से लेकर झोपड़ी तक बनाने में काम आती हैं। इसकी जड़े जमीन में भूजल की मात्रा बढ़ाती है। आदिवासी तो शादियों में इसकी पत्तियों का मुकुट तक पहनते हैं।
By गाँव कनेक्शन
By Arun Singh
रहस्य, रोमांच और जुदाई की घटनाओं से भरे पूरे बीस माह तक पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहे दो सुपरस्टार बाघ शावकों की कहानी बेहद रोचक है। स्थानीय ग्रामीणों ने इन दोनों भाइयों का नाम हीरा और पन्ना रखा था, जो पर्यटकों के बीच भी खासा लोकप्रिय रहा है।
रहस्य, रोमांच और जुदाई की घटनाओं से भरे पूरे बीस माह तक पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहे दो सुपरस्टार बाघ शावकों की कहानी बेहद रोचक है। स्थानीय ग्रामीणों ने इन दोनों भाइयों का नाम हीरा और पन्ना रखा था, जो पर्यटकों के बीच भी खासा लोकप्रिय रहा है।
By Arun Singh
बड़ी बिल्ली यानी बाघों के लिए प्रसिद्ध मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिज़र्व में फिशिंग कैट ( मछली खाने वाली बिल्ली ) भी पाई जाती है। तेजी से विलुप्त हो रही इस दुर्लभ बिल्ली का प्राकृतिक आवास यहाँ पर है, जिसकी फोटो पन्ना टाइगर रिज़र्व द्वारा लगाए गए कैमरा ट्रैप में कैद हुई है।
बड़ी बिल्ली यानी बाघों के लिए प्रसिद्ध मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिज़र्व में फिशिंग कैट ( मछली खाने वाली बिल्ली ) भी पाई जाती है। तेजी से विलुप्त हो रही इस दुर्लभ बिल्ली का प्राकृतिक आवास यहाँ पर है, जिसकी फोटो पन्ना टाइगर रिज़र्व द्वारा लगाए गए कैमरा ट्रैप में कैद हुई है।
By Ashok Parmar
पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से पशु आहार जैसे दूसरे जरूरी चीजों के दाम भी बढ़े हैं, जिसका असर दूध व्यवसाय पर भी पड़ा है। अब तो पशुपालकों के लिए लागत निकालना भी मुश्किल हो रहा है।
पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से पशु आहार जैसे दूसरे जरूरी चीजों के दाम भी बढ़े हैं, जिसका असर दूध व्यवसाय पर भी पड़ा है। अब तो पशुपालकों के लिए लागत निकालना भी मुश्किल हो रहा है।
By Arun Singh
पन्ना टाइगर रिजर्व में मौजूदा समय 29 बाघिन हैं, जिनमें 12 बाघिन शावकों को जन्म दे रही हैं। वर्ष 2020 में यहां शावकों सहित बाघों की संख्या 64 थी जो 2021 के अंत तक बढ़कर 78 होने की उम्मीद है।
पन्ना टाइगर रिजर्व में मौजूदा समय 29 बाघिन हैं, जिनमें 12 बाघिन शावकों को जन्म दे रही हैं। वर्ष 2020 में यहां शावकों सहित बाघों की संख्या 64 थी जो 2021 के अंत तक बढ़कर 78 होने की उम्मीद है।
By Arun Singh
भीषण गरीबी और संघर्षों के बीच पले बढ़े सरकारी स्कूल के शिक्षक जब रिटायर हुए तो उन्होंने जीपीएफ और ग्रेच्युटी के करीब 40 लाख रुपए उसी गांव के बच्चों की पढ़ाई और भलाई के लिए दान कर दिए। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले का यह शिक्षक इन दिनों चर्चा में है। संघर्षों से परिपूर्ण इनके जीवन यात्रा की क्या है अनकही कहानी, जानें।
भीषण गरीबी और संघर्षों के बीच पले बढ़े सरकारी स्कूल के शिक्षक जब रिटायर हुए तो उन्होंने जीपीएफ और ग्रेच्युटी के करीब 40 लाख रुपए उसी गांव के बच्चों की पढ़ाई और भलाई के लिए दान कर दिए। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले का यह शिक्षक इन दिनों चर्चा में है। संघर्षों से परिपूर्ण इनके जीवन यात्रा की क्या है अनकही कहानी, जानें।
By Anil Tiwari
पर्यावरणविदों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ रही खनन गतिविधियों के कारण हाथियों के प्राकृतिक आवास खत्म होते जा रहे हैं। इन जंगली हाथियों ने वहां से पलायन कर अब मध्य प्रदेश के जंगलों में स्थित गांवों की और रुख किया है। जिस वजह से इंसान और हाथी के बीच संघर्ष की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
पर्यावरणविदों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ रही खनन गतिविधियों के कारण हाथियों के प्राकृतिक आवास खत्म होते जा रहे हैं। इन जंगली हाथियों ने वहां से पलायन कर अब मध्य प्रदेश के जंगलों में स्थित गांवों की और रुख किया है। जिस वजह से इंसान और हाथी के बीच संघर्ष की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।