By गाँव कनेक्शन
इस नए मास्क को एसएचजी-95 (बिलियन सोशल मास्क) कहते हैं। ये 'मेड इन इंडिया' मास्क प्रदूषित कणों को लगभग 90 प्रतिशत और बैक्टीरिया को लगभग 99 प्रतिशत तक रोकने में सक्षम हैं।
इस नए मास्क को एसएचजी-95 (बिलियन सोशल मास्क) कहते हैं। ये 'मेड इन इंडिया' मास्क प्रदूषित कणों को लगभग 90 प्रतिशत और बैक्टीरिया को लगभग 99 प्रतिशत तक रोकने में सक्षम हैं।
By India Science Wire
वर्तमान में प्रचलित फेस मास्क वायरस को मारते नहीं हैं, बल्कि उनका केवल फिल्टर करते हैं। मास्क ठीक से नहीं पहनने या फिर उनका सही तरीके से निपटान नहीं करने पर संक्रमण का खतरा रहता है। स्व-रोगाणुनाशक कपड़े के मास्क इस खतरे को कम करने में मददगार हो सकते हैं।
वर्तमान में प्रचलित फेस मास्क वायरस को मारते नहीं हैं, बल्कि उनका केवल फिल्टर करते हैं। मास्क ठीक से नहीं पहनने या फिर उनका सही तरीके से निपटान नहीं करने पर संक्रमण का खतरा रहता है। स्व-रोगाणुनाशक कपड़े के मास्क इस खतरे को कम करने में मददगार हो सकते हैं।
By गाँव कनेक्शन
देश के कई राज्यों में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी है, जबकि उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ, नोएडा सहित कई जिलों में सार्वजनिक क्षेत्रों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।
देश के कई राज्यों में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी है, जबकि उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ, नोएडा सहित कई जिलों में सार्वजनिक क्षेत्रों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।
By India Science Wire
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी के शोधकर्ताओं ने किया विकसित, बढ़ते कोविड कचरे में कमी ला सकता है यह नया प्रयोग, खास फैब्रिक से किया गया है तैयार, जरूरत पड़ने पर 60 बार धुलने के बाद भी इसमें विषाणु रोधी क्षमता पाई गई है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी के शोधकर्ताओं ने किया विकसित, बढ़ते कोविड कचरे में कमी ला सकता है यह नया प्रयोग, खास फैब्रिक से किया गया है तैयार, जरूरत पड़ने पर 60 बार धुलने के बाद भी इसमें विषाणु रोधी क्षमता पाई गई है।
By गाँव कनेक्शन
इस मास्क की एक खासियत यह भी है कि इसे धोकर दोबारा उपयोग किया जा सकता है। दूसरे महंगे मास्कों की तुलना में यह काफी सस्ता है और इसकी लागत 50 रुपये से भी कम आती है।
इस मास्क की एक खासियत यह भी है कि इसे धोकर दोबारा उपयोग किया जा सकता है। दूसरे महंगे मास्कों की तुलना में यह काफी सस्ता है और इसकी लागत 50 रुपये से भी कम आती है।
By Jinendra Parakh
By India Science Wire
‘वज्र कवच’ में कई चरणों में डिसइन्फेक्शन प्रणाली का प्रयोग किया गया है, जिसमें वायरस और बैक्टीरिया से होने संक्रमण को खत्म कर दिया जाता है।
‘वज्र कवच’ में कई चरणों में डिसइन्फेक्शन प्रणाली का प्रयोग किया गया है, जिसमें वायरस और बैक्टीरिया से होने संक्रमण को खत्म कर दिया जाता है।
By Arvind Singh Parmar
By गाँव कनेक्शन
By Shivani Gupta
Over 46 million residents in the National Capital Region (NCR) have been breathing poison. But, we must remember that there are people choking out in nearby villages of these cities
Over 46 million residents in the National Capital Region (NCR) have been breathing poison. But, we must remember that there are people choking out in nearby villages of these cities