चावल की इन किस्मों की भी खूब माँग है आप भी कर सकते हैं इनकी खेती
चावल की इन किस्मों की भी खूब माँग है आप भी कर सकते हैं इनकी खेती

By गाँव कनेक्शन

चावल कौन नहीं खाता, शायद ही कोई देश हो जहाँ इसे किसी न किसी रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाता हो, सिर्फ भारत की बात करें तो इसकी हज़ारों किस्म मिल जाएँगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि चावल की 20 किस्में ऐसी हैं जो अपने देश या विदेशों में सबसे ज़्यादा प्रचलित हैं।

चावल कौन नहीं खाता, शायद ही कोई देश हो जहाँ इसे किसी न किसी रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाता हो, सिर्फ भारत की बात करें तो इसकी हज़ारों किस्म मिल जाएँगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि चावल की 20 किस्में ऐसी हैं जो अपने देश या विदेशों में सबसे ज़्यादा प्रचलित हैं।

धान की खेती: नर्सरी की तैयारी से लेकर रोपाई तक इन बातों का ध्यान रखकर अच्छा उत्पादन पा सकते हैं किसान
धान की खेती: नर्सरी की तैयारी से लेकर रोपाई तक इन बातों का ध्यान रखकर अच्छा उत्पादन पा सकते हैं किसान

By Divendra Singh

धान की खेती करने वाले किसान अगर शुरू से कुछ बातों का ध्यान रखें तो अच्छा उत्पादन भी पा सकतें हैं और कई तरह के कीट और रोगों से होने वाले नुकसान से भी बच सकते हैं।

धान की खेती करने वाले किसान अगर शुरू से कुछ बातों का ध्यान रखें तो अच्छा उत्पादन भी पा सकतें हैं और कई तरह के कीट और रोगों से होने वाले नुकसान से भी बच सकते हैं।

धान की खेती के बाद की चुनौतियां: खरपतवार नियंत्रण से लेकर खाद प्रबंधन तक
धान की खेती के बाद की चुनौतियां: खरपतवार नियंत्रण से लेकर खाद प्रबंधन तक

By Manvendra Singh

धान की रोपाई के बाद असली खेती शुरू होती है- जब खरपतवार, पोषण प्रबंधन, पानी की मात्रा और नकली खाद जैसी चुनौतियाँ सामने आती हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यदि किसान इस चरण में जागरूक रहें तो उत्पादन भी बढ़ता है और लागत भी घटती है।

धान की रोपाई के बाद असली खेती शुरू होती है- जब खरपतवार, पोषण प्रबंधन, पानी की मात्रा और नकली खाद जैसी चुनौतियाँ सामने आती हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यदि किसान इस चरण में जागरूक रहें तो उत्पादन भी बढ़ता है और लागत भी घटती है।

Organic black rice, organic pineapple, vermicomposting and bio solutions — Chemical-free farming picks pace in Manipur
Organic black rice, organic pineapple, vermicomposting and bio solutions — Chemical-free farming picks pace in Manipur

By Gaon Connection

Manipur Organic Mission Agency (MOMA) aims to convert the maximum farming area in the state into chemical-free organic zones by 2025. By working with state and central level institutions, MOMA is training farmers to adopt organic farming.

Manipur Organic Mission Agency (MOMA) aims to convert the maximum farming area in the state into chemical-free organic zones by 2025. By working with state and central level institutions, MOMA is training farmers to adopt organic farming.

Organic black rice, organic pineapple, vermicomposting and bio solutions — Chemical-free farming picks pace in Manipur
Organic black rice, organic pineapple, vermicomposting and bio solutions — Chemical-free farming picks pace in Manipur

By Sobhapati Samom

Manipur Organic Mission Agency (MOMA) aims to convert the maximum farming area in the state into chemical-free organic zones by 2025. By working with state and central level institutions, MOMA is training farmers to adopt organic farming.

Manipur Organic Mission Agency (MOMA) aims to convert the maximum farming area in the state into chemical-free organic zones by 2025. By working with state and central level institutions, MOMA is training farmers to adopt organic farming.

सिर्फ 115 दिनों में तैयार होगी धान की नई किस्म, दूसरी किस्मों के मुकाबले मिलेगा अधिक उत्पादन
सिर्फ 115 दिनों में तैयार होगी धान की नई किस्म, दूसरी किस्मों के मुकाबले मिलेगा अधिक उत्पादन

By Gaon Connection

किसानों के लिए अच्छी ख़बर है। वैज्ञानिकों ने धान की नई किस्म 'मालवीय मनीला सिंचित धान-1' विकसित की है, जो न केवल कम दिनों में तैयार होती है, बल्कि दूसरी किस्मों के मुकाबले इसमें कम समय में ज्यादा उत्पादन भी मिलेगा। इसको लगाने के बाद किसान दूसरी फसल की बुवाई जल्दी कर पाएंगे।

किसानों के लिए अच्छी ख़बर है। वैज्ञानिकों ने धान की नई किस्म 'मालवीय मनीला सिंचित धान-1' विकसित की है, जो न केवल कम दिनों में तैयार होती है, बल्कि दूसरी किस्मों के मुकाबले इसमें कम समय में ज्यादा उत्पादन भी मिलेगा। इसको लगाने के बाद किसान दूसरी फसल की बुवाई जल्दी कर पाएंगे।

सिर्फ 115 दिनों में तैयार होगी धान की नई किस्म, दूसरी किस्मों के मुकाबले मिलेगा अधिक उत्पादन
सिर्फ 115 दिनों में तैयार होगी धान की नई किस्म, दूसरी किस्मों के मुकाबले मिलेगा अधिक उत्पादन

By Divendra Singh

किसानों के लिए अच्छी ख़बर है। वैज्ञानिकों ने धान की नई किस्म 'मालवीय मनीला सिंचित धान-1' विकसित की है, जो न केवल कम दिनों में तैयार होती है, बल्कि दूसरी किस्मों के मुकाबले इसमें कम समय में ज्यादा उत्पादन भी मिलेगा। इसको लगाने के बाद किसान दूसरी फसल की बुवाई जल्दी कर पाएंगे।

किसानों के लिए अच्छी ख़बर है। वैज्ञानिकों ने धान की नई किस्म 'मालवीय मनीला सिंचित धान-1' विकसित की है, जो न केवल कम दिनों में तैयार होती है, बल्कि दूसरी किस्मों के मुकाबले इसमें कम समय में ज्यादा उत्पादन भी मिलेगा। इसको लगाने के बाद किसान दूसरी फसल की बुवाई जल्दी कर पाएंगे।

धान को रोगों से बचाने और ज्यादा उत्पादन के लिए अपनाएं ये मुफ्त का तरीका
धान को रोगों से बचाने और ज्यादा उत्पादन के लिए अपनाएं ये मुफ्त का तरीका

By Arvind Shukla

धान की अच्छी पैदावार और कीट-रोग से बचाने के लिए देश के कई इलाकों में किसान ऐसे कई तरीके अपनाते हैं। ये उपाय बिना किसी खर्च के कारगार भी साबित हो रहे हैं।

धान की अच्छी पैदावार और कीट-रोग से बचाने के लिए देश के कई इलाकों में किसान ऐसे कई तरीके अपनाते हैं। ये उपाय बिना किसी खर्च के कारगार भी साबित हो रहे हैं।

Trouble in the Rice Bowl of Bengal
Trouble in the Rice Bowl of Bengal

By Gurvinder Singh

West Bengal is India's top paddy growing state. Bardhaman region in the state, which is known as the rice bowl of Bengal, has received minus 47% deficient rainfall leading to a drastic reduction in paddy sowing. A Gaon Connection ground report as part of its Paddy Pain series.

West Bengal is India's top paddy growing state. Bardhaman region in the state, which is known as the rice bowl of Bengal, has received minus 47% deficient rainfall leading to a drastic reduction in paddy sowing. A Gaon Connection ground report as part of its Paddy Pain series.

कम समय में तैयार होती है धान की उन्नत सांभा मंसूरी किस्म, मधुमेह रोगी भी खा सकते हैं चावल
कम समय में तैयार होती है धान की उन्नत सांभा मंसूरी किस्म, मधुमेह रोगी भी खा सकते हैं चावल

By Divendra Singh

उन्नत सांभा मंसूरी किस्म बैक्टीरियल ब्लाइट रोग प्रतिरोधी होने और इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स की मात्रा काफी होने के कारण किसानों को काफी पसंद आ रही है।

उन्नत सांभा मंसूरी किस्म बैक्टीरियल ब्लाइट रोग प्रतिरोधी होने और इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स की मात्रा काफी होने के कारण किसानों को काफी पसंद आ रही है।

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