By Divendra Singh
देश में सीवीड की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार की कई योजनाएँ भी चल रहीं हैं, पिछले कुछ बरसों में देश में सीवीड का उत्पादन भी बढ़ गया है।
देश में सीवीड की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार की कई योजनाएँ भी चल रहीं हैं, पिछले कुछ बरसों में देश में सीवीड का उत्पादन भी बढ़ गया है।
By गाँव कनेक्शन
By Pankaja Srinivasan
यह पुथंडु यानी तमिल नव वर्ष है और हर जगह सफेद नीम के फूलों की भरमार है। दक्षिण भारत के ज्यादातर घरों में इन फूलों को खास पकवानों में शामिल किया जाता है। सिर्फ इसलिए नहीं कि उनका स्वाद अच्छा होता है, बल्कि इसलिए भी कि ये घरों में एक संदेश लेकर आते हैं- जीवन नीम के पेड़ की तरह खूबसूरत है, जिसमें कड़वाहट तो है, लेकिन तन, मन और आत्मा के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। हम यहां आपके साथ नीम के फूल से झटपट बनने वाली रसम की रेसिपी साझा कर रहे हैं।
यह पुथंडु यानी तमिल नव वर्ष है और हर जगह सफेद नीम के फूलों की भरमार है। दक्षिण भारत के ज्यादातर घरों में इन फूलों को खास पकवानों में शामिल किया जाता है। सिर्फ इसलिए नहीं कि उनका स्वाद अच्छा होता है, बल्कि इसलिए भी कि ये घरों में एक संदेश लेकर आते हैं- जीवन नीम के पेड़ की तरह खूबसूरत है, जिसमें कड़वाहट तो है, लेकिन तन, मन और आत्मा के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। हम यहां आपके साथ नीम के फूल से झटपट बनने वाली रसम की रेसिपी साझा कर रहे हैं।
By Pankaja Srinivasan
On World Food Safety Day, a small patch of green in the middle of a residential colony in Coimbatore, reminds us about the happy mantra of eating local, seasonal and sustainable.
On World Food Safety Day, a small patch of green in the middle of a residential colony in Coimbatore, reminds us about the happy mantra of eating local, seasonal and sustainable.
By Pankaja Srinivasan
The Perur-Sundakkamuthur Lake, said to be commissioned by the Chola kings in the 8th and 9th century, is losing favour with birds as commercial fishing and construction mania takes a toll on this unique bird habitat.
The Perur-Sundakkamuthur Lake, said to be commissioned by the Chola kings in the 8th and 9th century, is losing favour with birds as commercial fishing and construction mania takes a toll on this unique bird habitat.
By गाँव कनेक्शन
अपनी क्लिक की हुई तस्वीरों के जरिए आप भी पेड़ों को बचा सकते हैं। लाइट एंड लाइफ एकेडमी और रोटरी इंटरनेशनल ने एक अनोखी ऑनलाइन प्रतियोगिता शुरू की है।
अपनी क्लिक की हुई तस्वीरों के जरिए आप भी पेड़ों को बचा सकते हैं। लाइट एंड लाइफ एकेडमी और रोटरी इंटरनेशनल ने एक अनोखी ऑनलाइन प्रतियोगिता शुरू की है।
By Nidhi Jamwal
उष्णकटिबंधीय तरंगों की वजह से तमिलनाडु में भारी बारिश हुई है। इसकी वजह से यह राज्य कम बारिश वाले क्षेत्र से बाहर निकल कर अधिक बारिश वाले क्षेत्र में पहुंच गया है। हालांकि यह बारिश अपने साथ तमाम तरह की कठिनाईयां लाई है। इस बारिश की वजह से राज्य में जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। मौसम के जानकारों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के इस दौर में यह नई सामान्यता (न्यू नॉर्मल) है।
उष्णकटिबंधीय तरंगों की वजह से तमिलनाडु में भारी बारिश हुई है। इसकी वजह से यह राज्य कम बारिश वाले क्षेत्र से बाहर निकल कर अधिक बारिश वाले क्षेत्र में पहुंच गया है। हालांकि यह बारिश अपने साथ तमाम तरह की कठिनाईयां लाई है। इस बारिश की वजह से राज्य में जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। मौसम के जानकारों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के इस दौर में यह नई सामान्यता (न्यू नॉर्मल) है।
By Pankaja Srinivasan
ऑस्कर विनर डाक्यूमेंट्री 'द एलीफेंट व्हिस्परर्स’को जहाँ फिल्माया गया था, वहाँ से करीब 200 किलोमीटर दूर, टॉप स्लिप, कोयम्बटूर के एक शिविर में महावत, कावड़ी और कुमकी हाथियों से जुड़ी ढ़ेरों कहानियाँ मौजूद हैं। एशिया के सबसे पुराने हाथी शिविर वाले राज्य का ये हिस्सा हरे-भरे सौंदर्य के बीच बसा हाथियों का एक देश है।
ऑस्कर विनर डाक्यूमेंट्री 'द एलीफेंट व्हिस्परर्स’को जहाँ फिल्माया गया था, वहाँ से करीब 200 किलोमीटर दूर, टॉप स्लिप, कोयम्बटूर के एक शिविर में महावत, कावड़ी और कुमकी हाथियों से जुड़ी ढ़ेरों कहानियाँ मौजूद हैं। एशिया के सबसे पुराने हाथी शिविर वाले राज्य का ये हिस्सा हरे-भरे सौंदर्य के बीच बसा हाथियों का एक देश है।
By Divendra Singh
By Pankaja Srinivasan
ग्लासगो में चल रहे COP26 में सौ से अधिक देशों ने 2030 तक वनों की कटाई पर पूर्ण पाबंदी और दुनिया भर में महत्वपूर्ण वन क्षेत्रों को संरक्षित करने का संकल्प लिया है। हालांकि भारत ने इस समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। लेकिन, तमिलनाडु के वन विभाग ने वन क्षेत्र को 24 प्रतिशत से बढ़ाकर 34 प्रतिशत करने, सौ से ज्यादा विभिन्न देशी प्रजाति के पौधों को बहाल करने और अगले दस सालों तक, हर साल 33 करोड़ पेड़ लगाने की एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है। पर्यावरण और वन, तमिलनाडु, की प्रधान सचिव सुप्रिया साहू ने इस योजना को लेकर गांव कनेक्शन से बातचीत की।
ग्लासगो में चल रहे COP26 में सौ से अधिक देशों ने 2030 तक वनों की कटाई पर पूर्ण पाबंदी और दुनिया भर में महत्वपूर्ण वन क्षेत्रों को संरक्षित करने का संकल्प लिया है। हालांकि भारत ने इस समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। लेकिन, तमिलनाडु के वन विभाग ने वन क्षेत्र को 24 प्रतिशत से बढ़ाकर 34 प्रतिशत करने, सौ से ज्यादा विभिन्न देशी प्रजाति के पौधों को बहाल करने और अगले दस सालों तक, हर साल 33 करोड़ पेड़ लगाने की एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है। पर्यावरण और वन, तमिलनाडु, की प्रधान सचिव सुप्रिया साहू ने इस योजना को लेकर गांव कनेक्शन से बातचीत की।