By Ankit Rathore
वाराणसी के कुम्हारों को बिजली से चलने वाले चाक उपलब्ध कराने की सरकार की पहल की उन कारीगरों द्वारा सराहना की जा रही है, जिनके पास दिवाली उत्सव में मिट्टी के दीयों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अब बेहतर तकनीक है। कुम्हारों का दावा है कि बिजली वाली चाक का की मदद से उनका उत्पादन दोगुना हो गया है।
वाराणसी के कुम्हारों को बिजली से चलने वाले चाक उपलब्ध कराने की सरकार की पहल की उन कारीगरों द्वारा सराहना की जा रही है, जिनके पास दिवाली उत्सव में मिट्टी के दीयों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अब बेहतर तकनीक है। कुम्हारों का दावा है कि बिजली वाली चाक का की मदद से उनका उत्पादन दोगुना हो गया है।
By Shashwat
कहा जा रहा है काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनकर जब तैयार होगा तो बनारस की खूबसूरती में 4 चांद लग जाएंगे। लेकिन निर्माण कार्य के बाद जिस तरह से ललिता घाट पर गंगा के पानी का रंग बदला है। नदी के जानकार और बनारस प्रेमी गंगा और उसके बहाव में कई बदलावों की आशंका जता रहे हैं।
कहा जा रहा है काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनकर जब तैयार होगा तो बनारस की खूबसूरती में 4 चांद लग जाएंगे। लेकिन निर्माण कार्य के बाद जिस तरह से ललिता घाट पर गंगा के पानी का रंग बदला है। नदी के जानकार और बनारस प्रेमी गंगा और उसके बहाव में कई बदलावों की आशंका जता रहे हैं।
By Ankit Kumar Singh
By गाँव कनेक्शन
रमजान का महीना चल रहा है। इस्लाम के पांच इबादतों में एक पाक महीना रमजान महीने को बताया जाता है। इस रमजान पाक महीने मे हर मुसलमान एक महीने का रोजा रखता है।
रमजान का महीना चल रहा है। इस्लाम के पांच इबादतों में एक पाक महीना रमजान महीने को बताया जाता है। इस रमजान पाक महीने मे हर मुसलमान एक महीने का रोजा रखता है।
By Dewesh Pandey
पूरी दुनिया में अपने स्वाद के लिए मशहूर बनारसी पान खुद उसके ही किसानों को बेस्वाद लगने लगा है। जीआई टैग मिलने के बाद भी पान किसान इसकी ख़ेती से क्यों कर रहे हैं तौबा, इसी की पड़ताल है गाँव कनेक्शन की ये रिपोर्ट।
पूरी दुनिया में अपने स्वाद के लिए मशहूर बनारसी पान खुद उसके ही किसानों को बेस्वाद लगने लगा है। जीआई टैग मिलने के बाद भी पान किसान इसकी ख़ेती से क्यों कर रहे हैं तौबा, इसी की पड़ताल है गाँव कनेक्शन की ये रिपोर्ट।
By Gaon Connection
पूरी दुनिया में अपने स्वाद के लिए मशहूर बनारसी पान खुद उसके ही किसानों को बेस्वाद लगने लगा है। जीआई टैग मिलने के बाद भी पान किसान इसकी ख़ेती से क्यों कर रहे हैं तौबा, इसी की पड़ताल है गाँव कनेक्शन की ये रिपोर्ट।
पूरी दुनिया में अपने स्वाद के लिए मशहूर बनारसी पान खुद उसके ही किसानों को बेस्वाद लगने लगा है। जीआई टैग मिलने के बाद भी पान किसान इसकी ख़ेती से क्यों कर रहे हैं तौबा, इसी की पड़ताल है गाँव कनेक्शन की ये रिपोर्ट।
By Manish Mishra
By गाँव कनेक्शन
By Vinod Sharma
By गाँव कनेक्शन