By Divendra Singh
देश में सीवीड की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार की कई योजनाएँ भी चल रहीं हैं, पिछले कुछ बरसों में देश में सीवीड का उत्पादन भी बढ़ गया है।
देश में सीवीड की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार की कई योजनाएँ भी चल रहीं हैं, पिछले कुछ बरसों में देश में सीवीड का उत्पादन भी बढ़ गया है।
By गाँव कनेक्शन
By Ashwani Nigam
By Divendra Singh
खरपतवार से छुटकारा चाह रहे किसानों को अब और परेशान नहीं होना पड़ेगा, क्योंकि भारतीय अनुसंधान परिषद-खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, ने खरपतवार से निपटने के लिए हर्बीसाइड्स कैलकुलेटर ऐप विकसित किया है।
खरपतवार से छुटकारा चाह रहे किसानों को अब और परेशान नहीं होना पड़ेगा, क्योंकि भारतीय अनुसंधान परिषद-खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, ने खरपतवार से निपटने के लिए हर्बीसाइड्स कैलकुलेटर ऐप विकसित किया है।
By Divendra Singh
तालाब में फैलने वाले जलीय पौधों यानी खरपतवार से लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है, इन्हीं में से साल्विनिया मोलेस्टा भी है, जिसे जितना तालाब से हटाया जाता है उतना ही बढ़ते जाते हैं। वैज्ञानिकों ने इससे भी निजात पाने का तरीका ढूंढ लिया है।
तालाब में फैलने वाले जलीय पौधों यानी खरपतवार से लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है, इन्हीं में से साल्विनिया मोलेस्टा भी है, जिसे जितना तालाब से हटाया जाता है उतना ही बढ़ते जाते हैं। वैज्ञानिकों ने इससे भी निजात पाने का तरीका ढूंढ लिया है।
By Deepak Acharya
खरपतवार शब्द सुनकर ही ऐसा प्रतीत होता है मानों ये खरपतवार सिवाए नुकसान के कुछ और काम नहीं कर सकते लेकिन आश्चर्य की बात है कि आदिवासी अंचलों में अनेक खरपतवारों को औषधीय नुस्खों के तौर पर अपनाया जाता है
खरपतवार शब्द सुनकर ही ऐसा प्रतीत होता है मानों ये खरपतवार सिवाए नुकसान के कुछ और काम नहीं कर सकते लेकिन आश्चर्य की बात है कि आदिवासी अंचलों में अनेक खरपतवारों को औषधीय नुस्खों के तौर पर अपनाया जाता है
By गाँव कनेक्शन
गन्ने का ज्याद उत्पादन पाने के लिए किसान समय से गन्ने की बोआई, सिंचाई, खरपतवार पर नियंत्रण, कीट नाशक पर ध्यान दें तो काफी फायदा होगा
गन्ने का ज्याद उत्पादन पाने के लिए किसान समय से गन्ने की बोआई, सिंचाई, खरपतवार पर नियंत्रण, कीट नाशक पर ध्यान दें तो काफी फायदा होगा
By गाँव कनेक्शन
By Divendra Singh
चावल खाने वाले लोगों में आर्सेनिक से कई तरह की बीमारियां होने की समस्या बढ़ जाती है, क्योंकि धान की खेती में सबसे ज्यादा सिंचाई होती है, इसलिए पानी से आर्सेनिक फसल उत्पाद में पहुंच जाता है। लेकिन वैज्ञानिकों ने एक शोध में पाया है कि कैसे इस समस्या से निपटा जा सकता है।
चावल खाने वाले लोगों में आर्सेनिक से कई तरह की बीमारियां होने की समस्या बढ़ जाती है, क्योंकि धान की खेती में सबसे ज्यादा सिंचाई होती है, इसलिए पानी से आर्सेनिक फसल उत्पाद में पहुंच जाता है। लेकिन वैज्ञानिकों ने एक शोध में पाया है कि कैसे इस समस्या से निपटा जा सकता है।
By Pragati Prava
Millet cultivation and processing are highly labour intensive. Introduction of modern machines for weeding and husking of millets in Koraput has improved productivity, earning, and the health of the tribal farmers.
Millet cultivation and processing are highly labour intensive. Introduction of modern machines for weeding and husking of millets in Koraput has improved productivity, earning, and the health of the tribal farmers.