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Food and Agriculture Organization की घोषणा: 2026 होगा अंतरराष्ट्रीय महिला किसान वर्ष। जानिए भारतीय महिला किसानों के लिए क्यों है यह ज़रूरी?
Food and Agriculture Organization की घोषणा: 2026 होगा अंतरराष्ट्रीय महिला किसान वर्ष। जानिए भारतीय महिला किसानों के लिए क्यों है यह ज़रूरी?

By Preeti Nahar

अगर महिला किसानों को पुरुषों के बराबर संसाधन मिलें, तो खेती की पैदावार 20-30% तक बढ़ सकती है। इससे दुनिया भर में भुखमरी 15% तक कम हो सकती है। महिला किसान सिर्फ़ परिवारों का पेट ही नहीं भरतीं, बल्कि ग्रामीण समुदायों को मज़बूत बनाती हैं और देश की अर्थव्यवस्था में भी बड़ा योगदान देती हैं।

अगर महिला किसानों को पुरुषों के बराबर संसाधन मिलें, तो खेती की पैदावार 20-30% तक बढ़ सकती है। इससे दुनिया भर में भुखमरी 15% तक कम हो सकती है। महिला किसान सिर्फ़ परिवारों का पेट ही नहीं भरतीं, बल्कि ग्रामीण समुदायों को मज़बूत बनाती हैं और देश की अर्थव्यवस्था में भी बड़ा योगदान देती हैं।

33 फीसदी आरक्षण से गाँव से शहर ऐसे बढ़ेगी नारी शक्ति
33 फीसदी आरक्षण से गाँव से शहर ऐसे बढ़ेगी नारी शक्ति

By गाँव कनेक्शन

नए संसद भवन में कार्यवाही के पहले दिन ही केंद्र सरकार ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम नाम से महिला आरक्षण बिल पेश कर दिया है। इसके कानून बनते ही महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण मिलने लगेगा।

नए संसद भवन में कार्यवाही के पहले दिन ही केंद्र सरकार ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम नाम से महिला आरक्षण बिल पेश कर दिया है। इसके कानून बनते ही महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण मिलने लगेगा।

आज भी लैंगिक असमानता से क्यों जूझ रही हैं नौकरीपेशा महिलाएँ
आज भी लैंगिक असमानता से क्यों जूझ रही हैं नौकरीपेशा महिलाएँ

By गाँव कनेक्शन

बेशक देश में बालिका शिक्षा पर ज़ोर दिया जा रहा है, लड़कियों के स्कूलों की संख्या बढ़ी है, लेकिन दफ़्तरों में आज भी महिलाएँ लैंगिक असमानता का शिकार है। इससे जुड़ी 'भारत भेदभाव रिपोर्ट 2022' और वर्ल्ड बैंक की ताज़ा रिपोर्ट चौंकाने वाली है।

बेशक देश में बालिका शिक्षा पर ज़ोर दिया जा रहा है, लड़कियों के स्कूलों की संख्या बढ़ी है, लेकिन दफ़्तरों में आज भी महिलाएँ लैंगिक असमानता का शिकार है। इससे जुड़ी 'भारत भेदभाव रिपोर्ट 2022' और वर्ल्ड बैंक की ताज़ा रिपोर्ट चौंकाने वाली है।

यहाँ इलेक्ट्रीशियन बनकर लोगों के घरों में उज़ाला ला रहीं महिलाएँ
यहाँ इलेक्ट्रीशियन बनकर लोगों के घरों में उज़ाला ला रहीं महिलाएँ

By Laraib Fatima Warsi

इलेक्ट्रीशियन का काम करते हुए आपने हमेशा से पुरुषों को देखा होगा, लेकिन इस रूढ़िवादिता को तोड़ते हुए महिलाएँ भी इलेक्ट्रीशियन बन गई हैं।

इलेक्ट्रीशियन का काम करते हुए आपने हमेशा से पुरुषों को देखा होगा, लेकिन इस रूढ़िवादिता को तोड़ते हुए महिलाएँ भी इलेक्ट्रीशियन बन गई हैं।

सिर्फ ससुराल नहीं पिता के घर भी कोई सताए तो घरेलू हिंसा है, जानिए कैसे मिलेगी मदद
सिर्फ ससुराल नहीं पिता के घर भी कोई सताए तो घरेलू हिंसा है, जानिए कैसे मिलेगी मदद

By गाँव कनेक्शन

ये ज़रूरी नहीं है कि घरेलू हिंसा सिर्फ ससुराल में ही हो, वकील अंचल गुप्ता बता रहीं हैं घरेलू हिंसा में क्या-क्या आता है और इसके लिए कौन से कानून बनाए गए हैं।

ये ज़रूरी नहीं है कि घरेलू हिंसा सिर्फ ससुराल में ही हो, वकील अंचल गुप्ता बता रहीं हैं घरेलू हिंसा में क्या-क्या आता है और इसके लिए कौन से कानून बनाए गए हैं।

Madhya Pradesh: For the first time, a gram panchayat in Panna district elects an all-women panchayat
Madhya Pradesh: For the first time, a gram panchayat in Panna district elects an all-women panchayat

By Arun Singh

Good news from the adivasi-dominated Panna district where Aramganj gram panchayat has elected a woman sarpanch and 17 women panchs as representatives for the rural administration. In order to felicitate the panchayat for its achievement, the state government will reward it with Rs 1,500,000 which will be utilised for the welfare of the rural residents. Details here.

Good news from the adivasi-dominated Panna district where Aramganj gram panchayat has elected a woman sarpanch and 17 women panchs as representatives for the rural administration. In order to felicitate the panchayat for its achievement, the state government will reward it with Rs 1,500,000 which will be utilised for the welfare of the rural residents. Details here.

No. You can't abuse in this village. You will be thrashed or canned
No. You can't abuse in this village. You will be thrashed or canned

By Diti Bajpai

The sarpanch of Talauda village, about 15 kms from Jind district in Haryana, has launched a campaign against the cusswords which mention women. He is not alone. He is backed by all the women of the village in this campaign

The sarpanch of Talauda village, about 15 kms from Jind district in Haryana, has launched a campaign against the cusswords which mention women. He is not alone. He is backed by all the women of the village in this campaign

Corporate India needs to do more for women
Corporate India needs to do more for women

By गाँव कनेक्शन

Companies can support women's economic empowerment not just through corporate social responsibility, but also by examining and reassessing their internal policies and practices

Companies can support women's economic empowerment not just through corporate social responsibility, but also by examining and reassessing their internal policies and practices

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाता ई-कॉमर्स डिलीवरी प्लेटफार्म
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाता ई-कॉमर्स डिलीवरी प्लेटफार्म

By Sarah Khan

ईवेन कार्गो - एक डिलीवरी और लॉजिस्टिक्स प्लेटफॉर्म देश भर में लगभग 250 महिलाओं को लॉजिस्टिक्स और परिवहन क्षेत्र में अवसर प्रदान करके आजीविका प्रदान कर रहा है। गाँव कनेक्शन ने ग्रामीण इलाकों की उन दो महिलाओं से बात की जो ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के लिए डिलीवरी पर्सन के रूप में काम करती हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि आजीविका के अवसर ने उनके जीवन में कैसे बदलाव लाया है।

ईवेन कार्गो - एक डिलीवरी और लॉजिस्टिक्स प्लेटफॉर्म देश भर में लगभग 250 महिलाओं को लॉजिस्टिक्स और परिवहन क्षेत्र में अवसर प्रदान करके आजीविका प्रदान कर रहा है। गाँव कनेक्शन ने ग्रामीण इलाकों की उन दो महिलाओं से बात की जो ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के लिए डिलीवरी पर्सन के रूप में काम करती हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि आजीविका के अवसर ने उनके जीवन में कैसे बदलाव लाया है।

इंटरनेट बना रहा है गाँव की औरतों की राह आसान,शहरों से ज़्यादा गाँवों में बढ़ रहा है इसका इस्तेमाल
इंटरनेट बना रहा है गाँव की औरतों की राह आसान,शहरों से ज़्यादा गाँवों में बढ़ रहा है इसका इस्तेमाल

By Aishwarya Tripathi

देश में इंटरनेट के विस्तार के साथ ही महिलाओं में भी इसका इस्तेमाल तेज़ी से बढ़ रहा है। गाँव की औरतें तो मनोरंजन और जानकारी के लिए इंटरनेट डेटा पैक का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रही हैं। इसी से जुड़ी है गाँव कनेक्शन की ये स्पेशल रिपोर्ट।

देश में इंटरनेट के विस्तार के साथ ही महिलाओं में भी इसका इस्तेमाल तेज़ी से बढ़ रहा है। गाँव की औरतें तो मनोरंजन और जानकारी के लिए इंटरनेट डेटा पैक का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रही हैं। इसी से जुड़ी है गाँव कनेक्शन की ये स्पेशल रिपोर्ट।

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