By Shrivats Awasthi
By दरख्शां कदीर सिद्दीकी
By Arvind shukkla
By Bidyut Majumdar
By Deepanshu Mishra
By गाँव कनेक्शन
By Aritra Bhattacharya
पश्चिम बंगाल के आसनसोल में पिछले चार साल से 'एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के तहत मरीज़ों के व्यक्तिगत आधार पर इलाज' योजना को रोका हुआ है। इसके चलते यौनकर्मियों की न तो एचआईवी की अनिवार्य जांच हो पो रही है और न ही उन्हें बचाव के लिए मुफ्त कंडोम दिए जा रहे है। इससे एड्स के खिलाफ भारत की लड़ाई कमजोर पड़ती दिखाई पड़ रही है।
पश्चिम बंगाल के आसनसोल में पिछले चार साल से 'एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के तहत मरीज़ों के व्यक्तिगत आधार पर इलाज' योजना को रोका हुआ है। इसके चलते यौनकर्मियों की न तो एचआईवी की अनिवार्य जांच हो पो रही है और न ही उन्हें बचाव के लिए मुफ्त कंडोम दिए जा रहे है। इससे एड्स के खिलाफ भारत की लड़ाई कमजोर पड़ती दिखाई पड़ रही है।
By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
By Chandrakant Mishra
कुछ समय पहले तक एचआईवी पॉजिटिव मरीज आपस में शादी तो कर सकते थे, लेकिन गाइडलाइन के अनुसार बच्चे पैदा नहीं कर सकते थे। वहीं नई दवाओं के आने के बाद से माता-पिता से इन्हें संतान में जाने से भी रोका जा सकता है।
कुछ समय पहले तक एचआईवी पॉजिटिव मरीज आपस में शादी तो कर सकते थे, लेकिन गाइडलाइन के अनुसार बच्चे पैदा नहीं कर सकते थे। वहीं नई दवाओं के आने के बाद से माता-पिता से इन्हें संतान में जाने से भी रोका जा सकता है।