By Dr SB Misra
गाँव में आज भी चिकित्सा व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। 70% आबादी गाँवों में रहती है, लेकिन डॉक्टरों का सिर्फ़ 26% हिस्सा वहां उपलब्ध है। अस्पतालों की कमी, दवाइयों का अभाव, झोलाछाप डॉक्टरों का बोलबाला और तेजी से बढ़ती शहरी बीमारियां, ग्रामीण स्वास्थ्य को बड़ी चुनौती के रूप में खड़ी कर रही हैं।
गाँव में आज भी चिकित्सा व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। 70% आबादी गाँवों में रहती है, लेकिन डॉक्टरों का सिर्फ़ 26% हिस्सा वहां उपलब्ध है। अस्पतालों की कमी, दवाइयों का अभाव, झोलाछाप डॉक्टरों का बोलबाला और तेजी से बढ़ती शहरी बीमारियां, ग्रामीण स्वास्थ्य को बड़ी चुनौती के रूप में खड़ी कर रही हैं।
By गाँव कनेक्शन
By Chandrakant Mishra
किडनी कैंसर होने का प्रमुख कारण स्मोकिंग और मोटापा है, वहीं लंबे समय तक डायलिसिस होने पर भी कैंसर होने का खतरा बढ़त जाता है, भारत के लोगों में दूसरे देशों की अपेक्षा पहले हो जाता है किडनी कैसर
किडनी कैंसर होने का प्रमुख कारण स्मोकिंग और मोटापा है, वहीं लंबे समय तक डायलिसिस होने पर भी कैंसर होने का खतरा बढ़त जाता है, भारत के लोगों में दूसरे देशों की अपेक्षा पहले हो जाता है किडनी कैसर
By Chandrakant Mishra
अभी तक यह माना जाता था कि बढ़ते वायु प्रदूषण से अस्थमा और फेफड़ों का कैंसर होता है, लेकिन बढ़ते वायु प्रदुषण से झिल्लीदार नेफ्रोपैथी रोग यानी किडनी रोग का खतरा भी बढ़ता है
अभी तक यह माना जाता था कि बढ़ते वायु प्रदूषण से अस्थमा और फेफड़ों का कैंसर होता है, लेकिन बढ़ते वायु प्रदुषण से झिल्लीदार नेफ्रोपैथी रोग यानी किडनी रोग का खतरा भी बढ़ता है
By गाँव कनेक्शन
By डॉ दीपक आचार्य
By Chandrakant Mishra
विश्व स्तर पर मनुष्य की सेहत को संक्रामक बीमारियों की तुलना में उच्च रक्त चाप, ह्रदय संबंधी रोग, मधुमेह व गुर्दे की बीमारियों से ज्यादा खतरा है, आज प्रत्येक 10 में से 1 वयस्क व्यक्ति गुर्दे की किसी ना किसी बीमारी से ग्रस्त है
विश्व स्तर पर मनुष्य की सेहत को संक्रामक बीमारियों की तुलना में उच्च रक्त चाप, ह्रदय संबंधी रोग, मधुमेह व गुर्दे की बीमारियों से ज्यादा खतरा है, आज प्रत्येक 10 में से 1 वयस्क व्यक्ति गुर्दे की किसी ना किसी बीमारी से ग्रस्त है
By गाँव कनेक्शन
By Deepak Acharya
By Chandrakant Mishra
पीलिया होने पर पुर्ननवा के संपूर्ण पौधे के रस में हरड़ या हर्रा के फलों का चूर्ण मिलाकर लेने से रोग में आराम मिलता है, हृदय रोगियों के लिए पुर्ननवा का पांचांग (समस्त पौधा) का रस और अर्जुन छाल की समान मात्रा बड़ी फाय़देमंद होती है
पीलिया होने पर पुर्ननवा के संपूर्ण पौधे के रस में हरड़ या हर्रा के फलों का चूर्ण मिलाकर लेने से रोग में आराम मिलता है, हृदय रोगियों के लिए पुर्ननवा का पांचांग (समस्त पौधा) का रस और अर्जुन छाल की समान मात्रा बड़ी फाय़देमंद होती है