By Dr SK Singh
टमाटर के पौधों का अचानक मुरझा जाना किसानों के लिए एक आम लेकिन गंभीर समस्या है। यह केवल पानी की कमी नहीं, बल्कि कई बार मिट्टी जनित फफूंद, जीवाणु, कीट या मौसम के उतार-चढ़ाव का परिणाम होता है। सही पहचान, संतुलित सिंचाई, जैविक उपायों और प्रतिरोधक किस्मों के चयन से इस समस्या पर आसानी से काबू पाया जा सकता है।
टमाटर के पौधों का अचानक मुरझा जाना किसानों के लिए एक आम लेकिन गंभीर समस्या है। यह केवल पानी की कमी नहीं, बल्कि कई बार मिट्टी जनित फफूंद, जीवाणु, कीट या मौसम के उतार-चढ़ाव का परिणाम होता है। सही पहचान, संतुलित सिंचाई, जैविक उपायों और प्रतिरोधक किस्मों के चयन से इस समस्या पर आसानी से काबू पाया जा सकता है।
By गाँव कनेक्शन
By Nalin Chauhan
By Gaon Connection
खरीफ में धान प्रमुख फ़सल होती है, लेकिन इस फ़सल में शुरू से देखरेख न की गई तो उत्पादन पर भी असर पड़ता है। ऐसी एक अवस्था पौधों में आयरन की कमी भी होती है, जिसे समय रहते पूरा करके उत्पादन बढ़ाया जा सकता है।
खरीफ में धान प्रमुख फ़सल होती है, लेकिन इस फ़सल में शुरू से देखरेख न की गई तो उत्पादन पर भी असर पड़ता है। ऐसी एक अवस्था पौधों में आयरन की कमी भी होती है, जिसे समय रहते पूरा करके उत्पादन बढ़ाया जा सकता है।
By Dr SK Singh
खरीफ में धान प्रमुख फ़सल होती है, लेकिन इस फ़सल में शुरू से देखरेख न की गई तो उत्पादन पर भी असर पड़ता है। ऐसी एक अवस्था पौधों में आयरन की कमी भी होती है, जिसे समय रहते पूरा करके उत्पादन बढ़ाया जा सकता है।
खरीफ में धान प्रमुख फ़सल होती है, लेकिन इस फ़सल में शुरू से देखरेख न की गई तो उत्पादन पर भी असर पड़ता है। ऐसी एक अवस्था पौधों में आयरन की कमी भी होती है, जिसे समय रहते पूरा करके उत्पादन बढ़ाया जा सकता है।
By Gaon Connection
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों के लिए उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, बिहार, असम और अरुणाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। किसान, मछुआरे और स्थानीय प्रशासन सतर्क रहें।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों के लिए उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, बिहार, असम और अरुणाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। किसान, मछुआरे और स्थानीय प्रशासन सतर्क रहें।
By Dr SK Singh
केले के पौधों को धूप से बचाने के लिए छाया प्रबंधन, जल प्रबंधन, पत्तियों की सुरक्षा और नियमित छंटाई जरूरी है। लंबे समय में, मिट्टी के स्वास्थ्य पर ध्यान देना और धूप-प्रतिरोधी किस्मों का चयन करना पौधों को मजबूत बनाता है और उन्हें कठिन पर्यावरणीय परिस्थितियों का सामना करने में सक्षम बनाता है।
केले के पौधों को धूप से बचाने के लिए छाया प्रबंधन, जल प्रबंधन, पत्तियों की सुरक्षा और नियमित छंटाई जरूरी है। लंबे समय में, मिट्टी के स्वास्थ्य पर ध्यान देना और धूप-प्रतिरोधी किस्मों का चयन करना पौधों को मजबूत बनाता है और उन्हें कठिन पर्यावरणीय परिस्थितियों का सामना करने में सक्षम बनाता है।
By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
भारी बारिश के साथ बागवानी फसलों में पानी जमा होने की समस्या भी शुरू हो गई है, अगर इस समस्या से तुरंत नहीं निपटा गया तो आगे दिक्कत हो सकती है।
भारी बारिश के साथ बागवानी फसलों में पानी जमा होने की समस्या भी शुरू हो गई है, अगर इस समस्या से तुरंत नहीं निपटा गया तो आगे दिक्कत हो सकती है।
By Diti Bajpai