By Gaon Connection
भारत ने पहली बार हिम तेंदुओं की देशव्यापी वैज्ञानिक गणना पूरी की है, जिसमें कुल 718 तेंदुओं के होने की पुष्टि हुई। यह सर्वे हिमालयी इकोसिस्टम की सुरक्षा और इस दुर्लभ प्रजाति के संरक्षण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
भारत ने पहली बार हिम तेंदुओं की देशव्यापी वैज्ञानिक गणना पूरी की है, जिसमें कुल 718 तेंदुओं के होने की पुष्टि हुई। यह सर्वे हिमालयी इकोसिस्टम की सुरक्षा और इस दुर्लभ प्रजाति के संरक्षण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
By गाँव कनेक्शन
By Pratyaksh Srivastava
संसाधनों की कमी नए विचारों को जन्म देने से रोक नहीं सकती है। ये साबित किया है उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के एक गाँव के प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका रोशन जहाँ ने। वे न सिर्फ सफलतापूर्वक एक बहु-ग्रेड, बहु-स्तरीय कक्षा का प्रबंधन करती हैं, अपने सभी 55 छात्रों को व्यस्त भी रखती हैं।
संसाधनों की कमी नए विचारों को जन्म देने से रोक नहीं सकती है। ये साबित किया है उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के एक गाँव के प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका रोशन जहाँ ने। वे न सिर्फ सफलतापूर्वक एक बहु-ग्रेड, बहु-स्तरीय कक्षा का प्रबंधन करती हैं, अपने सभी 55 छात्रों को व्यस्त भी रखती हैं।
By गाँव कनेक्शन
आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने हरे चारे की कई किस्में विकसित की हैं, जिनकी बुवाई करके किसान पशुओं को पौष्टिक हरा चारा खिला सकते हैं।
आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने हरे चारे की कई किस्में विकसित की हैं, जिनकी बुवाई करके किसान पशुओं को पौष्टिक हरा चारा खिला सकते हैं।
By Neetu Singh
By Swati Shukla
By Gaon Connection
भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान, (IGFRI) ने किसानों और पशुपालकों के लिए ऐसी चारा किस्में विकसित की हैं, जो अत्यधिक गर्मी, सूखा और कीटों जैसी जलवायु चुनौतियों को भी झेल सकती हैं। ये किस्में अलग-अलग राज्यों और मौसमों के लिए उपयुक्त हैं और टिकाऊ पशुपालन की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही हैं
भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान, (IGFRI) ने किसानों और पशुपालकों के लिए ऐसी चारा किस्में विकसित की हैं, जो अत्यधिक गर्मी, सूखा और कीटों जैसी जलवायु चुनौतियों को भी झेल सकती हैं। ये किस्में अलग-अलग राज्यों और मौसमों के लिए उपयुक्त हैं और टिकाऊ पशुपालन की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही हैं
By गाँव कनेक्शन
By Divendra Singh
वैज्ञानिकों ने मटर के पौधे में अधिक फूल लगने वाली प्रजाति विकसित की है, जिसके कारण पौधे पर पैदा होने वाली मटर की फलियों की संख्या बढ़ सकती है।
वैज्ञानिकों ने मटर के पौधे में अधिक फूल लगने वाली प्रजाति विकसित की है, जिसके कारण पौधे पर पैदा होने वाली मटर की फलियों की संख्या बढ़ सकती है।
By गाँव कनेक्शन