इलाहाबाद: भेड़ के बालों की बिक्री थमी,25 रुपए बिकने वाला बाल अब 5 रूपए में भी नहीं बिक रहा
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By गाँव कनेक्शन

अविशान से मिलेगा यूपी में भेड़ पालन को बढ़ावा
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By Ashwani Nigam

भेड़ों में होने वाली इन रोगों का रखें ध्यान, नहीं होगा घाटा
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By Diti Bajpai

बकरियों को गंभीर बीमारियों से बचाएगा टीकाकरण
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By Diti Bajpai

भारत में पशुपालक अलग-अलग तरह के हैं तो उनके कल्याण की योजनाएं भी उसी के हिसाब से बनें
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By गाँव कनेक्शन

जलवायु परिवर्तन में पशुपालन के क्षेत्र में भी बढ़ रहीं हैं गंभीर चुनौतियां, अपने क्षेत्र के हिसाब से ही करें पशुओं का पालन
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By Dr. Satyendra Pal Singh

पुराने समय से ही भारत में पाले जाने वाले पशुओं पर नजर डाली जाये तो यह लगता है कि यहां गाय, भैंस, भेड़, बकरी, मिथुन, याक, घोड़ा, ऊंट आदि की नस्लों को एक क्षेत्र विशेष की जलवायु के अनुकूल ही प्रमुखता दी जाती थी।

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मुनाफे का व्यवसाय है भेड़ पालन, आपके क्षेत्र के लिए कौन सी नस्ल होगी सही, पढ़ें पूरी खबर
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By Diti Bajpai

मौसम के बदले रुख को देखते हुए कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को दिए कई सुझाव
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By गाँव कनेक्शन

प्रदेश में मौसम के हिसाब से किसान बेहतर उत्पादन के लिए अगले सप्ताह कृषि प्रबन्धन के लिए ये उपाय अपना सकते हैं

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विश्व के नंबर एक दूध उत्पादक देश में अभी भी है श्वेत क्रांति के विकास की संभावनाएं
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By Dr. Satyendra Pal Singh

आजादी के इतने वर्षों के बाद श्वेत क्रांति के जोरदार आगाज के बाद भी हमारी भारतीय गाय के एक ब्यांत का औसत दुग्ध उत्पादन पाकिस्तान जैसे देश के मुकाबले आधा है। आंकड़ों के अनुसार भारत में गाय का एक ब्यांत का औसत दुग्ध उत्पादन 1100 लीटर, पाकिस्तान का 2200 लीटर, यूएसए का 9000 लीटर और इजराइल का 11000 लीटर तक है। भारतीय श्वेत क्रांति की यह एक ऐसी सच्चाई है, जिसे नकारा नहीं जा सकता है।

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