By Mohit Saini
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सावन महीने की ख़ास मिठाई घेवर की मिठास को इस बार कोरोना महामारी ने फीका कर दिया है। सावन महीने में इस मिठाई का सबसे बड़ा व्यापार होता था लेकिन इस बार ऐसा नहीं है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सावन महीने की ख़ास मिठाई घेवर की मिठास को इस बार कोरोना महामारी ने फीका कर दिया है। सावन महीने में इस मिठाई का सबसे बड़ा व्यापार होता था लेकिन इस बार ऐसा नहीं है।
By Gaon Connection
मिठाई बाज़ार में आगरे का पारंपरिक पेठा अब लड्डू और बर्फी को टक्कर दे रहा है। ऐसे में पेठे की बढ़ती माँग से कुम्हड़ा की ख़ेती किसानों के लिए अच्छा विकल्प है। पारंपरिक फ़सलों से मुँह मोड़ चुके कई किसान इसकी ख़ेती पर अब ज़ोर दे रहे हैं। कितना आसान है इसकी ख़ेती और कैसे बनती है पेठे की मिठाई जानिए यहाँ।
मिठाई बाज़ार में आगरे का पारंपरिक पेठा अब लड्डू और बर्फी को टक्कर दे रहा है। ऐसे में पेठे की बढ़ती माँग से कुम्हड़ा की ख़ेती किसानों के लिए अच्छा विकल्प है। पारंपरिक फ़सलों से मुँह मोड़ चुके कई किसान इसकी ख़ेती पर अब ज़ोर दे रहे हैं। कितना आसान है इसकी ख़ेती और कैसे बनती है पेठे की मिठाई जानिए यहाँ।
By गाँव कनेक्शन
मिठाई बाज़ार में आगरे का पारंपरिक पेठा अब लड्डू और बर्फी को टक्कर दे रहा है। ऐसे में पेठे की बढ़ती माँग से कुम्हड़ा की ख़ेती किसानों के लिए अच्छा विकल्प है। पारंपरिक फ़सलों से मुँह मोड़ चुके कई किसान इसकी ख़ेती पर अब ज़ोर दे रहे हैं। कितना आसान है इसकी ख़ेती और कैसे बनती है पेठे की मिठाई जानिए यहाँ।
मिठाई बाज़ार में आगरे का पारंपरिक पेठा अब लड्डू और बर्फी को टक्कर दे रहा है। ऐसे में पेठे की बढ़ती माँग से कुम्हड़ा की ख़ेती किसानों के लिए अच्छा विकल्प है। पारंपरिक फ़सलों से मुँह मोड़ चुके कई किसान इसकी ख़ेती पर अब ज़ोर दे रहे हैं। कितना आसान है इसकी ख़ेती और कैसे बनती है पेठे की मिठाई जानिए यहाँ।
By Sumit Yadav
उत्तर प्रदेश के उन्नाव के बक्सर गाँव में होली की विशेष मिठाई, गुझिया ने एक सदी पुरानी दुकान को काफी प्रसिद्धि दिलाई है। पारंपरिक गुझिया के विपरीत, जो आकार में लम्बी होती हैं, बिल्ला सेठ की मशहूर पुरानी दुकान में इसे गोल आकार में बनाया जाता है।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव के बक्सर गाँव में होली की विशेष मिठाई, गुझिया ने एक सदी पुरानी दुकान को काफी प्रसिद्धि दिलाई है। पारंपरिक गुझिया के विपरीत, जो आकार में लम्बी होती हैं, बिल्ला सेठ की मशहूर पुरानी दुकान में इसे गोल आकार में बनाया जाता है।
By Sangeeta Khanna
अधिकतर लोग पिन्नी को सुबह के नाश्ते में दूध के साथ खाते हैं, कुछ लोग इसे मिठाई के तौर पर परोसते हैं। खाने और परोसने का तरीक़ा चाहे जो भी हो, सर्दियों में पिन्नी खाना स्वास्थ्य और स्वाद दोनों के लिए काफ़ी अच्छा है।
अधिकतर लोग पिन्नी को सुबह के नाश्ते में दूध के साथ खाते हैं, कुछ लोग इसे मिठाई के तौर पर परोसते हैं। खाने और परोसने का तरीक़ा चाहे जो भी हो, सर्दियों में पिन्नी खाना स्वास्थ्य और स्वाद दोनों के लिए काफ़ी अच्छा है।
By Diti Bajpai
सफल डेयरी कारोबार: संगीता सिंह के पास पांच गाय हैं जिनका दूध पहले वो डेयरी में बेच देती थी, लेकिन अब वह उस दूध को बेचने की बजाय उससे पनीर, रसगुल्ला, कलाकंद समेत कई चीजों को बनाकर बाजार में बेच रही हैं।
सफल डेयरी कारोबार: संगीता सिंह के पास पांच गाय हैं जिनका दूध पहले वो डेयरी में बेच देती थी, लेकिन अब वह उस दूध को बेचने की बजाय उससे पनीर, रसगुल्ला, कलाकंद समेत कई चीजों को बनाकर बाजार में बेच रही हैं।
By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
By Sundar Chandel