By Divendra Singh
खरीफ 2025-26 के प्रथम अग्रिम अनुमान बताते हैं कि जलवायु चुनौतियों के बावजूद भारतीय कृषि ने असाधारण प्रदर्शन किया है। कुल खाद्यान्न उत्पादन 1733.30 लाख टन पहुँचने की उम्मीद है, जिसमें चावल, मक्का, दलहन और तेलहन सभी में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
खरीफ 2025-26 के प्रथम अग्रिम अनुमान बताते हैं कि जलवायु चुनौतियों के बावजूद भारतीय कृषि ने असाधारण प्रदर्शन किया है। कुल खाद्यान्न उत्पादन 1733.30 लाख टन पहुँचने की उम्मीद है, जिसमें चावल, मक्का, दलहन और तेलहन सभी में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
By Ishtyak Khan
By Divendra Singh
By Divendra Singh
वैज्ञानिकों ने मूंग की नई किस्म विकसित की है जोकि पीला मोजेक रोग प्रतिरोधी है, साथ ही दूसरी किस्मों की तुलना में कम समय में तैयार भी हो जाती है।
वैज्ञानिकों ने मूंग की नई किस्म विकसित की है जोकि पीला मोजेक रोग प्रतिरोधी है, साथ ही दूसरी किस्मों की तुलना में कम समय में तैयार भी हो जाती है।
By Divendra Singh
By Pintu Lal Meena
मार्च-अप्रैल के महीने में जिन किसानों के खेत आलू की खुदाई व सरसों की कटाई के बाद खाली हो जाते हैं, वो इस समय जायद की मूंग कर सकते हैं।
मार्च-अप्रैल के महीने में जिन किसानों के खेत आलू की खुदाई व सरसों की कटाई के बाद खाली हो जाते हैं, वो इस समय जायद की मूंग कर सकते हैं।
By Divendra Singh
By Divendra Singh
By Gaon Connection
किसान मार्च में गर्मी यानी जायद में बोई जाने वाली मूंग की बुवाई कर सकते हैं। मूंग जैसी दलहनी फसलों की बुवाई से यह फायदा होता है कि यह खेत में नाइट्रोजन की मात्रा को बढ़ाती हैं, जिससे दूसरी फसलों से भी बढ़िया उत्पादन मिलता है।
किसान मार्च में गर्मी यानी जायद में बोई जाने वाली मूंग की बुवाई कर सकते हैं। मूंग जैसी दलहनी फसलों की बुवाई से यह फायदा होता है कि यह खेत में नाइट्रोजन की मात्रा को बढ़ाती हैं, जिससे दूसरी फसलों से भी बढ़िया उत्पादन मिलता है।
By Ishtyak Khan