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याद है हरी चटनी के साथ भुने आलू का मज़ा और गन्ने की मिठास
गाँव की हर एक बात हमें कुछ न कुछ ज़रूर सिखाती है। रोज़ सुबह सूरज उगने से पहले लोगों का जागना , फिर खेतों पर जाकर अपने बड़ों को खेती करते हुए देखना। पशुओं को समय से चारा देना और समय पर गाँव की रसोई का...
Anusha Mishra 23 Jan 2019 5:43 AM GMT
गाँव की यादें : हो-हल्ला कर खेतों के चक्कर लगाना और बचपन की शैतानियां
गाँव की ताज़ी सुबह और वहां का माहौल शहर में रहने वाले लोगों को अपनी ओर खींचता है। हम भले ही अपने गाँवों से बहुत दूर चले आए हों, लेकिन हमारा गाँव से जुड़ाव कभी कम नहीं होता। गाँव कनेक्शन की सीरीज़ '...
Shrinkhala Pandey 30 Jan 2018 1:12 PM GMT
बदरका : ‘आज़ाद’ का वो गांव जहां मेरा बचपन बीता
मेरा गाँव -बचपन में गाँव में की गई शैतानियों की याद जब भी आती है, मुस्कुराहट चेहरे पर अपने आप आ जाती है। गाँव में बिताया का हर एक पल हमें हूबहू याद होगा , भले ही हम वर्षों से अपने गाँव न गए हों। गाँव...
Diti Bajpai 21 Jan 2018 1:09 PM GMT
‘पापा की डांट और माँ के हाथ के खाने में बसता है मेरा गाँव’
हम भले ही अपने गाँव बहुत कम जा पाते हों, लेकिन अक्सर में हमें अपने गाँवों की याद आ ही जाती है। अॉफिस में लंच टाइम होने पर गाँव की रसोई की याद , तो पानी पीते समय उस घड़े की याद ज़रूर आती होगी, जिसमें...
Chandrakant Mishra 20 Jan 2018 3:14 PM GMT
आइरूर गाँव : कटहल के पत्तों से टेबल स्पून और सिल पर मसाला बनाना, सब गाँव से सीखा
वो खेल का मैदान जहां हम सब ने खूब गुल्ली-डंडा और कंचे खेले हैं। अम्मा की रसोई में रखी अचारदानी से अचार चुरा कर भागना। रात होते ही आंगन में खटिया पर लेट कर दादी से कहानी सुनना। गाँव की ऐसी ही कई यादें...
गाँव कनेक्शन 19 Jan 2018 12:31 PM GMT
हरसाना कलां गाँव : टप्पर गाड़ी में चढ़कर जाते थे नानी के घर
हमारा गाँव हमको अपने से दूर नहीं जाने देता है। गाँव की ताज़ी हवा और बारिश में गीली होकर महकती मिट्टी, ट्यूबवेल से झर-झर निकलता पानी और रात में जलते अलाव मानो हमें अपने पास बुलाते हैं। 'मेरा गाँव...
गाँव कनेक्शन 18 Jan 2018 2:39 PM GMT
मेरा गाँव कनेक्शन (भाग - 3) : चूल्हे के पास बैठी औरतों की खुसुर-फुसुर और पकवानों की महक से सराबोर है बीबामऊ गाँव
गाँव जाने वाली सड़क, वो गलियारे , खेत और चूल्हे पर बनते उस लज़ीज़ खाने की महक। हमारे गाँवों में कितना कुछ है, जो हमें आज तक याद है। हमारे आस-पास आज कितना कुछ बदल चुका है , लेकिन हमारे गाँव बदलाव की इस...
Pooja Vrat Gupta 18 Jan 2018 10:42 AM GMT
मेरा गाँव कनेक्शन (भाग - 2) : महिला शिक्षा का प्रमुख अंग रहा है राजस्थान का वनस्थली
बचपन में हम गर्मी की छुट्टियों में अपने गाँव में जाते थे। अगर आपका बचपन किसी गाँव या कस्बे में बीता है, तो आपके अंदर गाँव कहीं न कहीं ज़रूर जिंदा होगा। बड़े होने के साथ साथ हम अपनी ज़िंदगी में इतने...
गाँव कनेक्शन 16 Jan 2018 4:50 PM GMT