सड़कें बनीं, वाहन बढ़े… लेकिन सुरक्षा कहाँ? ग्रामीण भारत में बढ़ती दुर्घटनाओं पर सवाल
सड़कें बनीं, वाहन बढ़े… लेकिन सुरक्षा कहाँ? ग्रामीण भारत में बढ़ती दुर्घटनाओं पर सवाल

By Dr SB Misra

एक समय था जब गाँवों की लाइफ साइकिल और बैलगाड़ी तक सीमित थी। आज वहां मोटरसाइकिल, कार और ट्रैक्टर की भरमार है, लेकिन ड्राइविंग ट्रेनिंग और ट्रैफिक नियमों की समझ पीछे छूट गई। नतीजा: दुर्घटनाएं बढ़ रहीं, और जिम्मेदारी कोई लेने को तैयार नहीं।

एक समय था जब गाँवों की लाइफ साइकिल और बैलगाड़ी तक सीमित थी। आज वहां मोटरसाइकिल, कार और ट्रैक्टर की भरमार है, लेकिन ड्राइविंग ट्रेनिंग और ट्रैफिक नियमों की समझ पीछे छूट गई। नतीजा: दुर्घटनाएं बढ़ रहीं, और जिम्मेदारी कोई लेने को तैयार नहीं।

उत्तराखंड में अब खेती की ज़मीन पर भी बन सकेंगे रिसॉर्ट
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By Gaon Connection

उत्तराखंड सरकार ने विकास, पर्यटन और नागरिक जीवन सुधार के लिए ऐसे फैसले किए हैं, जो सीधे आम लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाएंगे। किसान, भूमिहीन, युवा प्रतियोगी परीक्षार्थी और शहरवासियों के लिए नई उम्मीदें और अवसर खुल रहे हैं

उत्तराखंड सरकार ने विकास, पर्यटन और नागरिक जीवन सुधार के लिए ऐसे फैसले किए हैं, जो सीधे आम लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाएंगे। किसान, भूमिहीन, युवा प्रतियोगी परीक्षार्थी और शहरवासियों के लिए नई उम्मीदें और अवसर खुल रहे हैं

हाईवे के अधिकारियों ने नहीं बनवाया संपर्क मार्ग, कीचड़ से परेशानी
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By गाँव कनेक्शन

हाइवे पर बने अवैध कट बन रहे हादसों का कारण
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By गाँव कनेक्शन

क्या है 03 सेकेंड नियम ? सड़क दुर्घटनाओं से बचना है तो जानिए यातायात के ये जरूरी नियम
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By Kushal Mishra

सड़क किनारे लगे हर विशेष प्रतीक चिन्ह का महत्व होता है, अगर लोग इन चिन्हों को समझ लें और इनका पालन करें तो काफी हद तक हादसे रोके जा सकते हैं।

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'रोड नहीं तो वोट नहीं': यूपी के इन गांवों तक अब तक नहीं पहुंची सड़क तो लोगों ने किया चुनाव का बहिष्कार
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By Brijendra Dubey

उत्तर प्रदेश में 300,000 किलोमीटर से अधिक का सड़क नेटवर्क है। लेकिन मिर्जापुर के मतवार ग्राम पंचायत के 13 गांवों के 40,000 से अधिक आदिवासी निवासियों के लिए इसका कोई मतलब नहीं है, जिनके गांवों तक पहुंचने के लिए सड़क तक नहीं है। वे शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं, बाजारों और रोजगार के अवसरों तक पहुंचने के लिए संघर्ष करते हैं। अब, उन्होंने आगामी विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करने की धमकी दी है।

उत्तर प्रदेश में 300,000 किलोमीटर से अधिक का सड़क नेटवर्क है। लेकिन मिर्जापुर के मतवार ग्राम पंचायत के 13 गांवों के 40,000 से अधिक आदिवासी निवासियों के लिए इसका कोई मतलब नहीं है, जिनके गांवों तक पहुंचने के लिए सड़क तक नहीं है। वे शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं, बाजारों और रोजगार के अवसरों तक पहुंचने के लिए संघर्ष करते हैं। अब, उन्होंने आगामी विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करने की धमकी दी है।

हर सड़क की अपनी कहानी है, मील का पत्थर बताता है कितनी दूर तक जाएगी सड़क
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By Mohit Asthana

हाईवे और सड़कों के किनारे जो मील के पत्थर लगे होते हैं, उनका रंग कई कहानी कहते हैं, बात पते में जानिए इन मील के पत्थरों की कहानी

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गाँव की सड़क है खराब तो ऐसे करें ऑनलाइन शिकायत
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By Kushal Mishra

जनप्रतिनिधियों ने नहीं दिया ध्यान तो ग्रामीणों ने खुद बना ली सड़क, बरसात में बच्चे नहीं जा पाते थे स्कूल
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By Sachin Tulsa tripathi

सतना के जिले इंदरहा गांव के लोग सड़क के लिए परेशान थे। कई बार अधिकारियों के पास गये, जनप्रतिनिधियों के पास गये, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अंत में ग्रामीणों ने खुद मिलकर चलने लायक सड़क बना ली।

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सड़क दुर्घटना में भाई की मौत के बाद युवा ग्राम प्रधान अपने गाँव में बाँटते हैं हेलमेट
सड़क दुर्घटना में भाई की मौत के बाद युवा ग्राम प्रधान अपने गाँव में बाँटते हैं हेलमेट

By Ramji Mishra

भारत में सड़क दुर्घटनाओं में हर घंटे 19 लोग अपनी जान गँवा देते हैं। ऐसे ही एक हादसे में ग्राम प्रधान अभय प्रताप सिंह ने अपने भाई को खो दिया, जिसके बाद उन्होंने हेलमेट पहनने के बारे में जागरूकता अभियान शुरू किया; अब वो न सिर्फ हेलमेट पहनने के लिए सभी को प्रेरित करते हैं बल्कि गाँवों में बाँटते भी हैं।

भारत में सड़क दुर्घटनाओं में हर घंटे 19 लोग अपनी जान गँवा देते हैं। ऐसे ही एक हादसे में ग्राम प्रधान अभय प्रताप सिंह ने अपने भाई को खो दिया, जिसके बाद उन्होंने हेलमेट पहनने के बारे में जागरूकता अभियान शुरू किया; अब वो न सिर्फ हेलमेट पहनने के लिए सभी को प्रेरित करते हैं बल्कि गाँवों में बाँटते भी हैं।

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