By गाँव कनेक्शन
ये सभी के लिए अच्छी ख़बर है। जल्द ही भारत में अनाज की किल्लत कुछ कम हो जाएगी। बढ़िया फ़सल होने के बाद भी उसे ठीक से नहीं रख पाने के कारण हर साल लाखों टन अनाज ख़राब हो जाता था। अब केंद्र सरकार ने दुनिया की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना पर काम शुरू कर दिया है, जिसे सहकारिता के क्षेत्र में बड़ा फ़ैसला माना जा रहा है।
ये सभी के लिए अच्छी ख़बर है। जल्द ही भारत में अनाज की किल्लत कुछ कम हो जाएगी। बढ़िया फ़सल होने के बाद भी उसे ठीक से नहीं रख पाने के कारण हर साल लाखों टन अनाज ख़राब हो जाता था। अब केंद्र सरकार ने दुनिया की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना पर काम शुरू कर दिया है, जिसे सहकारिता के क्षेत्र में बड़ा फ़ैसला माना जा रहा है।
By Divendra Singh
भण्डारण की सही जानकारी न होने के कारण 20 से 25 प्रतिशत अनाज नमी, दीमक, घुन, चूहों और बैक्टीरिया द्वारा नष्ट हो जाता है इसलिए अन्न को लंबे समय तक इन समस्याओं से सुरक्षित रखने के लिए उनका सही विधि से उनका सुरक्षित भंडारण ज़रूरी होता है-
भण्डारण की सही जानकारी न होने के कारण 20 से 25 प्रतिशत अनाज नमी, दीमक, घुन, चूहों और बैक्टीरिया द्वारा नष्ट हो जाता है इसलिए अन्न को लंबे समय तक इन समस्याओं से सुरक्षित रखने के लिए उनका सही विधि से उनका सुरक्षित भंडारण ज़रूरी होता है-
By Chandrakant Mishra
विश्व में फल-सब्जी का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक भारत हर साल 13,300 करोड़ रुपये के ताजा उत्पाद बर्बाद कर देता है क्योंकि देश में पर्यात कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं और रेफ्रिजरेट वाली परिवहन सुविधाओं का अभाव है। इसी बर्बादी को रोकने के लिए केंद्र ने 'आपरेशन ग्रीन योजना' शुरू की है। इसके तहत आलू, प्याज और टमाटर को संरक्षित किया जाएगा। लेकिन सवाल यह है क्या ऑपरेशन ग्रीन के शुरू होन से फलों और सब्जियों की बर्बादी रुक जाएगी
विश्व में फल-सब्जी का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक भारत हर साल 13,300 करोड़ रुपये के ताजा उत्पाद बर्बाद कर देता है क्योंकि देश में पर्यात कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं और रेफ्रिजरेट वाली परिवहन सुविधाओं का अभाव है। इसी बर्बादी को रोकने के लिए केंद्र ने 'आपरेशन ग्रीन योजना' शुरू की है। इसके तहत आलू, प्याज और टमाटर को संरक्षित किया जाएगा। लेकिन सवाल यह है क्या ऑपरेशन ग्रीन के शुरू होन से फलों और सब्जियों की बर्बादी रुक जाएगी