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स्कूली छात्राओं पर कोरोना का प्रतिकूल प्रभाव, ऑनलाइन पढ़ाई के बजाय घरेलू कामों पर समय हो रहा खर्च: रिपोर्ट
स्कूली छात्राओं पर कोरोना का प्रतिकूल प्रभाव, ऑनलाइन पढ़ाई के बजाय घरेलू कामों पर समय हो रहा खर्च: रिपोर्ट

By Daya Sagar

घर पर कंप्यूटर या पर्याप्त संख्या में मोबाइल ना होने के कारण जहां ऑनलाइन पढ़ाई में लड़कों को लड़कियों पर प्राथमिकता दी जा रही है, वहीं कोरोना के कारण हुए आर्थिक तंगी के कारण लड़कियों की पढ़ाई छूटने का भी डर शामिल हो गया है।

घर पर कंप्यूटर या पर्याप्त संख्या में मोबाइल ना होने के कारण जहां ऑनलाइन पढ़ाई में लड़कों को लड़कियों पर प्राथमिकता दी जा रही है, वहीं कोरोना के कारण हुए आर्थिक तंगी के कारण लड़कियों की पढ़ाई छूटने का भी डर शामिल हो गया है।

भारत में कोविड वैक्सीन के मानव परीक्षण के आखिरी चरण के लिए हुआ पांच जगहों का चुनाव
भारत में कोविड वैक्सीन के मानव परीक्षण के आखिरी चरण के लिए हुआ पांच जगहों का चुनाव

By गाँव कनेक्शन

भारत में दो और वैक्सीन- एक Zydus Cadila और दूसरी भारत बायोटेक द्वारा बनाई जा रही है जो की मानव परीक्षण (ह्यूमन ट्रायल) के चरण एक तक पहुँच गया है।

भारत में दो और वैक्सीन- एक Zydus Cadila और दूसरी भारत बायोटेक द्वारा बनाई जा रही है जो की मानव परीक्षण (ह्यूमन ट्रायल) के चरण एक तक पहुँच गया है।

बंगाल में पीढ़ियों से मूर्तियों का काम करने वाले लाखों कारीगरों का काम कोरोना लॉकडाउन से प्रभावित
बंगाल में पीढ़ियों से मूर्तियों का काम करने वाले लाखों कारीगरों का काम कोरोना लॉकडाउन से प्रभावित

By Purnima Sah

कोरोना संकट, चक्रवात अम्फान और अब भारी बारिश ने मूर्तियों का काम करने वाले पारंपरिक बंगाली कारीगरों के लिए मुश्किलें पैदा कर दी है। अकेले कोलकाता में कम से कम 2.5 लाख कारीगर प्रभावित हुए हैं, वहीं वित्तीय घाटा लाखों रुपयों का हुआ है।

कोरोना संकट, चक्रवात अम्फान और अब भारी बारिश ने मूर्तियों का काम करने वाले पारंपरिक बंगाली कारीगरों के लिए मुश्किलें पैदा कर दी है। अकेले कोलकाता में कम से कम 2.5 लाख कारीगर प्रभावित हुए हैं, वहीं वित्तीय घाटा लाखों रुपयों का हुआ है।

कोविड -19 ने ना सिर्फ नियम बदले, देह व्यवसाय की परिपाटी ही बदल दी
कोविड -19 ने ना सिर्फ नियम बदले, देह व्यवसाय की परिपाटी ही बदल दी

By गाँव कनेक्शन

कोरोना लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र के सेक्स वर्कर्स को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा और वे भूखमरी के कगार तक पहुंच गईं। लेकिन वे निश्चित हैं कि सेक्स व्यापार बंद नहीं होगा और न्यू नार्मल में 'सुरक्षित रहने' के नए तरीके तैयार करने होंगे।

कोरोना लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र के सेक्स वर्कर्स को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा और वे भूखमरी के कगार तक पहुंच गईं। लेकिन वे निश्चित हैं कि सेक्स व्यापार बंद नहीं होगा और न्यू नार्मल में 'सुरक्षित रहने' के नए तरीके तैयार करने होंगे।

जयपुर: त्रासदी के बीच सामाजिक भेद-भाव का सामना करते सब कुछ दांव पर लगाने वाले कोरोना योद्धा
जयपुर: त्रासदी के बीच सामाजिक भेद-भाव का सामना करते सब कुछ दांव पर लगाने वाले कोरोना योद्धा

By गाँव कनेक्शन

"मैं आसपास जब किसी दुकान पर जाता हूं तो लोग कहते हैं कि यह कोरोना मरीजों की लाश जलाता है, इससे कोरोना फैल सकता है और मुझे सामान देने से मना कर देते हैं।"

"मैं आसपास जब किसी दुकान पर जाता हूं तो लोग कहते हैं कि यह कोरोना मरीजों की लाश जलाता है, इससे कोरोना फैल सकता है और मुझे सामान देने से मना कर देते हैं।"

गांव कनेक्शन सर्वे: 40 प्रतिशत ग्रामीण महिलाओं ने कहा- कोराना और लॉकडाउन के कारण पानी के लिए करनी पड़ी अतिरिक्त मशक्कत
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By Shivani Gupta

सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियों ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए बार-बार हाथ धोने की सलाह दी है। इसका मतलब है कि रोज के पानी की जरूरतें बढ़ गई हैं और हजारों ग्रामीण महिलाओं को पानी भरने और ढोने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने पड़ रहे हैं।

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महामारी के बीच पढ़ाई के लिए संघर्ष कर रहें कश्मीर के दिव्यांग छात्र
महामारी के बीच पढ़ाई के लिए संघर्ष कर रहें कश्मीर के दिव्यांग छात्र

By गाँव कनेक्शन

जम्मू और कश्मीर में 83,000 से अधिक दिव्यांग छात्रों का नाम शैक्षणिक संस्थानों में दर्ज है। इनमें से लगभग आधे यानी 40,000 से अधिक छात्र कश्मीर क्षेत्र में हैं। कोरोना महामारी की वजह से इन बच्चों को पढ़ाई जारी रखने में बहुत कठिनाई आ रही है।

जम्मू और कश्मीर में 83,000 से अधिक दिव्यांग छात्रों का नाम शैक्षणिक संस्थानों में दर्ज है। इनमें से लगभग आधे यानी 40,000 से अधिक छात्र कश्मीर क्षेत्र में हैं। कोरोना महामारी की वजह से इन बच्चों को पढ़ाई जारी रखने में बहुत कठिनाई आ रही है।

ऑक्सीजन त्रासदी की 6 दर्दनाक कहानियां: किसी का एम्बुलेंस में टूटा दम, किसी की वेंटिलेटर पर गई जान, अपनों को बचाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा
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By Arvind Shukla

लखनऊ से लेकर दिल्ली, भोपाल तक निजी अस्पतालों में बिना ऑक्सीजन के मरीज दम तोड़ रहे हैं। जिन मरीजों का घरों में इलाज चल रहा है, उन्हें ऑक्सीजन मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। हताश परेशान लोग अपनों की जान बचाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं और सोशल मीडिया पर गुहार लगा रहे हैं..

लखनऊ से लेकर दिल्ली, भोपाल तक निजी अस्पतालों में बिना ऑक्सीजन के मरीज दम तोड़ रहे हैं। जिन मरीजों का घरों में इलाज चल रहा है, उन्हें ऑक्सीजन मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। हताश परेशान लोग अपनों की जान बचाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं और सोशल मीडिया पर गुहार लगा रहे हैं..

कोरोना महामारी के लॉकडाउन से ध्वस्त हो सकती है देश की कृषि अर्थ व्यवस्था, किसानों के लिए प्रभावकारी राहत पैकेज दे सरकार
कोरोना महामारी के लॉकडाउन से ध्वस्त हो सकती है देश की कृषि अर्थ व्यवस्था, किसानों के लिए प्रभावकारी राहत पैकेज दे सरकार

By गाँव कनेक्शन

कोरोना के कारण बढ़ रही मनोरोगियों की संख्या, महामारी ने किया निचले तबके को अधिक तंग
कोरोना के कारण बढ़ रही मनोरोगियों की संख्या, महामारी ने किया निचले तबके को अधिक तंग

By गाँव कनेक्शन

आजीविका, राशन, रोजगार और बच्चों की पढ़ाई व भविष्य की चिंता कर रहे लोगों को धीरे-धीरे मानसिक रोग घेरता जा रहा है और जो पहले से ही किसी न किसी मानसिक विकार से जूझ रहे थे उन्हें अब और गंभीर विकार हो रहे हैं। कई तरह के सर्वे और अध्ययन में भी यह स्पष्ट हुआ है।

आजीविका, राशन, रोजगार और बच्चों की पढ़ाई व भविष्य की चिंता कर रहे लोगों को धीरे-धीरे मानसिक रोग घेरता जा रहा है और जो पहले से ही किसी न किसी मानसिक विकार से जूझ रहे थे उन्हें अब और गंभीर विकार हो रहे हैं। कई तरह के सर्वे और अध्ययन में भी यह स्पष्ट हुआ है।

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