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जलकुंभी अब बनेगी कमाई: ICRISAT का सोलर हार्वेस्टर आया ग्रामीणों के साथ
जलकुंभी अब बनेगी कमाई: ICRISAT का सोलर हार्वेस्टर आया ग्रामीणों के साथ

By Gaon Connection

भारत के गाँवों में जलकुंभी वर्षों से एक ऐसी समस्या रही है जिसने तालाबों, मछलियों, जलजीवों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का दम घोंट दिया है। तालाब जो कभी जीवन का स्रोत थे, आज हरी चादरों के नीचे सिसकते दिखते हैं। पर इसी अंधेरे के बीच एक नई रोशनी उभरी ICRISAT का सौर ऊर्जा से चलने वाला वाटर हाइऐसिंथ हार्वेस्टर। एक ऐसी मशीन जो न केवल जलकुंभी हटाती है, बल्कि उसे ग्रामीण आजीविका, पर्यावरण संरक्षण और महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के अवसर में बदल देती है।

भारत के गाँवों में जलकुंभी वर्षों से एक ऐसी समस्या रही है जिसने तालाबों, मछलियों, जलजीवों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का दम घोंट दिया है। तालाब जो कभी जीवन का स्रोत थे, आज हरी चादरों के नीचे सिसकते दिखते हैं। पर इसी अंधेरे के बीच एक नई रोशनी उभरी ICRISAT का सौर ऊर्जा से चलने वाला वाटर हाइऐसिंथ हार्वेस्टर। एक ऐसी मशीन जो न केवल जलकुंभी हटाती है, बल्कि उसे ग्रामीण आजीविका, पर्यावरण संरक्षण और महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के अवसर में बदल देती है।

ICRISAT की मूंगफली अनुसंधान में बड़ी उपलब्धि: 20 साल में 25–27 किग्रा प्रति हेक्टेयर तक बढ़ी उपज
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By Gaon Connection

इस नई पहल से अब रागी होगी दो महीने में तैयार, किसानों और शोधकर्ताओं के लिए वरदान
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By Gaon Connection

ICRISAT ने विकसित की दुनिया की पहली ‘स्पीड ब्रीडिंग’ तकनीक फिंगर मिलेट के लिए। ‘रैपिड-रागी’ से फसल अब 135 दिन की बजाय 68 दिन में होगी तैयार, मोटे अनाजों की खेती में क्रांतिकारी बदलाव।

ICRISAT ने विकसित की दुनिया की पहली ‘स्पीड ब्रीडिंग’ तकनीक फिंगर मिलेट के लिए। ‘रैपिड-रागी’ से फसल अब 135 दिन की बजाय 68 दिन में होगी तैयार, मोटे अनाजों की खेती में क्रांतिकारी बदलाव।

Here is all you need to know about agri-business incubators in India
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By Shrichakradhar Varanasi

Agri startups are mushrooming across India. The Indian government, along with NABARD, is supporting the formation of agri-business incubators that are promoting agri innovation, FPOs, and agri technology.

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एग्री-बिजनेस इन्क्यूबेटर के बारे में जानते हैं? यहां मिलेगी पूरी जानकारी
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By Gaon Connection

कृषि स्टार्टअप पूरे भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं। नाबार्ड के साथ भारत सरकार भी कृषि-व्यवसाय इन्क्यूबेटरों के गठन का समर्थन कर रही है जो कृषि नवाचार, एफपीओ और कृषि प्रौद्योगिकी को बढ़ावा दे रहे हैं।

कृषि स्टार्टअप पूरे भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं। नाबार्ड के साथ भारत सरकार भी कृषि-व्यवसाय इन्क्यूबेटरों के गठन का समर्थन कर रही है जो कृषि नवाचार, एफपीओ और कृषि प्रौद्योगिकी को बढ़ावा दे रहे हैं।

एग्री-बिजनेस इन्क्यूबेटर के बारे में जानते हैं? यहां मिलेगी पूरी जानकारी
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By Shrichakradhar Varanasi

कृषि स्टार्टअप पूरे भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं। नाबार्ड के साथ भारत सरकार भी कृषि-व्यवसाय इन्क्यूबेटरों के गठन का समर्थन कर रही है जो कृषि नवाचार, एफपीओ और कृषि प्रौद्योगिकी को बढ़ावा दे रहे हैं।

कृषि स्टार्टअप पूरे भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं। नाबार्ड के साथ भारत सरकार भी कृषि-व्यवसाय इन्क्यूबेटरों के गठन का समर्थन कर रही है जो कृषि नवाचार, एफपीओ और कृषि प्रौद्योगिकी को बढ़ावा दे रहे हैं।

चने की फसल को नुकसान पहुंचा रहा नया रोग, जलवायु परिवर्तन के कारण भविष्य में बढ़ सकती हैं कई दूसरी बीमारियां
चने की फसल को नुकसान पहुंचा रहा नया रोग, जलवायु परिवर्तन के कारण भविष्य में बढ़ सकती हैं कई दूसरी बीमारियां

By Divendra Singh

जलवायु परिवर्तन का असर खेती पर भी पड़ रहा है, वैज्ञानिकों के एक अध्ययन में पता चला है कि भविष्य में चने की फसल में कई तरह की मिट्टी जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है।

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दाल संकट का समाधान: अरहर की इस नई किस्म से बढ़ेगा उत्पादन, घटेगा आयात
दाल संकट का समाधान: अरहर की इस नई किस्म से बढ़ेगा उत्पादन, घटेगा आयात

By Gaon Connection

ICRISAT ने विकसित की ‘आईसीपीवी 25444’ - दुनिया की पहली अरहर किस्म जो 45 डिग्री सेल्सियस तक की गर्मी सह सकती है। मात्र 125 दिनों में तैयार होने वाली यह किस्म अब खरीफ के साथ-साथ गर्मियों में भी सफलतापूर्वक उगाई जा सकेगी। इससे भारत को दाल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने और आयात पर निर्भरता घटाने में मदद मिलेगी

ICRISAT ने विकसित की ‘आईसीपीवी 25444’ - दुनिया की पहली अरहर किस्म जो 45 डिग्री सेल्सियस तक की गर्मी सह सकती है। मात्र 125 दिनों में तैयार होने वाली यह किस्म अब खरीफ के साथ-साथ गर्मियों में भी सफलतापूर्वक उगाई जा सकेगी। इससे भारत को दाल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने और आयात पर निर्भरता घटाने में मदद मिलेगी

चने में वैज्ञानिकों ने की जेनेटिक कोड की खोज, बढ़ेगी पैदावार
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By Divendra Singh

बिना नुकसान पहुंचाए धान की नस्लों की जांच: वैज्ञानिकों की नई खोज
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By Gaon Connection

X-ray इमेजिंग तकनीक अब धान के दानों की गुणवत्ता जाँचने के लिए पारंपरिक तरीकों का विकल्प बन रही है, वह भी बिना दानों को काटे या नुकसान पहुँचाए। ICRISAT और अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की इस संयुक्त पहल ने चावल के फिजिकल ट्रेट्स की जांच के लिए एक तेज़, सटीक तकनीक विकसित की है।

X-ray इमेजिंग तकनीक अब धान के दानों की गुणवत्ता जाँचने के लिए पारंपरिक तरीकों का विकल्प बन रही है, वह भी बिना दानों को काटे या नुकसान पहुँचाए। ICRISAT और अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की इस संयुक्त पहल ने चावल के फिजिकल ट्रेट्स की जांच के लिए एक तेज़, सटीक तकनीक विकसित की है।

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