By Gaon Connection
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में किसानों के लिए 12 अरब डॉलर की आर्थिक सहायता की घोषणा की है। उन्होंने भारत जैसे देशों से कृषि उत्पादों के आयात पर टैक्स बढ़ाने की चेतावनी देकर कृषि क्षेत्र को सुरक्षा देने का एक साहसी कदम उठाया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में किसानों के लिए 12 अरब डॉलर की आर्थिक सहायता की घोषणा की है। उन्होंने भारत जैसे देशों से कृषि उत्पादों के आयात पर टैक्स बढ़ाने की चेतावनी देकर कृषि क्षेत्र को सुरक्षा देने का एक साहसी कदम उठाया है।
By Gaon Connection
बेमौसम बारिश, फसलों को हुए बड़े नुकसान और खरीफ कीमतों में भारी गिरावट ने किसानों की आय को बुरी तरह झटका दिया है। एलारा सिक्योरिटीज की ताज़ा रिपोर्ट बताती है कि कई राज्यों में आय महामारी के बाद के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गई है।
बेमौसम बारिश, फसलों को हुए बड़े नुकसान और खरीफ कीमतों में भारी गिरावट ने किसानों की आय को बुरी तरह झटका दिया है। एलारा सिक्योरिटीज की ताज़ा रिपोर्ट बताती है कि कई राज्यों में आय महामारी के बाद के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गई है।
By Gaon Connection
अफ्रीकन स्वाइन फीवर (ASF) के नए मामले सामने आने के बाद फिलीपींस ने स्पेन से सूअर मांस आयात पर अस्थायी रोक लगा दी है। सरकार ने कहा कि यह कदम घरेलू पशुओं की सुरक्षा के लिए जरूरी है और त्योहारों के दौरान मांस की कमी नहीं होने दी जाएगी। वैश्विक पोर्क बाजार में यह बड़ा झटका है, जबकि भारत में भी ASF का संकट कभी-भी असर दिखा सकता है।
अफ्रीकन स्वाइन फीवर (ASF) के नए मामले सामने आने के बाद फिलीपींस ने स्पेन से सूअर मांस आयात पर अस्थायी रोक लगा दी है। सरकार ने कहा कि यह कदम घरेलू पशुओं की सुरक्षा के लिए जरूरी है और त्योहारों के दौरान मांस की कमी नहीं होने दी जाएगी। वैश्विक पोर्क बाजार में यह बड़ा झटका है, जबकि भारत में भी ASF का संकट कभी-भी असर दिखा सकता है।
By Dr SB Misra
भारत की खेती 10,000 साल पुरानी है, लेकिन आज किसान अपने ही खेत में असहाय खड़ा है। कैसे विकास के गलत मॉडल, रसायनिक खेती और नीतिगत खैरात ने किसान को आत्मनिर्भर से आश्रित बना दिया।
भारत की खेती 10,000 साल पुरानी है, लेकिन आज किसान अपने ही खेत में असहाय खड़ा है। कैसे विकास के गलत मॉडल, रसायनिक खेती और नीतिगत खैरात ने किसान को आत्मनिर्भर से आश्रित बना दिया।
By Divendra Singh
सोयाबीन की फसल में रोग और कीट पहचान अब किसानों के लिए आसान होने वाली है। इंदौर स्थित राष्ट्रीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने AI-आधारित मोबाइल ऐप विकसित किया है, जो फोटो के जरिए तुरंत समाधान बताएगा।
सोयाबीन की फसल में रोग और कीट पहचान अब किसानों के लिए आसान होने वाली है। इंदौर स्थित राष्ट्रीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने AI-आधारित मोबाइल ऐप विकसित किया है, जो फोटो के जरिए तुरंत समाधान बताएगा।
By Gaurav Rai
IEEFA की रिपोर्ट बताती है कि भारत में ई-कुकिंग, एलपीजी से 37% और पीएनजी से 14% सस्ती है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह बदलाव भारत के क्लीन एनर्जी ट्रांज़िशन की दिशा में एक निर्णायक कदम साबित हो सकता है।
IEEFA की रिपोर्ट बताती है कि भारत में ई-कुकिंग, एलपीजी से 37% और पीएनजी से 14% सस्ती है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह बदलाव भारत के क्लीन एनर्जी ट्रांज़िशन की दिशा में एक निर्णायक कदम साबित हो सकता है।
By गाँव कनेक्शन
देश में दाल उगाने वाले किसानों की लागत नहीं निकल पा रही है और सरकार एक बार फिर विदेशों से दाल आयात करने जा रही है, जबकि इस साल बेहतर मानसून में दलहनों के भी अच्छे उत्पादन की संभावना है। दाल हो या तिलहन ऐसा हर मामले में हो रहा है। इस तरह के गैरजरूरी आयात से किसान कमजोर होता है और देश कृषि उत्पादों के मामले में आत्मनिर्भरता की ओर भी नहीं बढ़ पाता।
देश में दाल उगाने वाले किसानों की लागत नहीं निकल पा रही है और सरकार एक बार फिर विदेशों से दाल आयात करने जा रही है, जबकि इस साल बेहतर मानसून में दलहनों के भी अच्छे उत्पादन की संभावना है। दाल हो या तिलहन ऐसा हर मामले में हो रहा है। इस तरह के गैरजरूरी आयात से किसान कमजोर होता है और देश कृषि उत्पादों के मामले में आत्मनिर्भरता की ओर भी नहीं बढ़ पाता।
By गाँव कनेक्शन
चीन सालाना 40-50 लाख टन चीनी का आयात करता है। भारत ने चीन को पहले बहुत कम चीनी निर्यात किया है। वर्ष 2007 में भारत ने महज दो लाख टन चीनी चीन को निर्यात किया था। अब हमारा 15 लाख टन निर्यात का लक्ष्य है, जिसका मूल्य 35 करोड़ डॉलर होगा।
चीन सालाना 40-50 लाख टन चीनी का आयात करता है। भारत ने चीन को पहले बहुत कम चीनी निर्यात किया है। वर्ष 2007 में भारत ने महज दो लाख टन चीनी चीन को निर्यात किया था। अब हमारा 15 लाख टन निर्यात का लक्ष्य है, जिसका मूल्य 35 करोड़ डॉलर होगा।
By गाँव कनेक्शन
दाल उगाने वाले किसानों को उन्नत बीजों के नाम पर मंडी से खरीद कर साधारण बीज दिए जाते हैं, कृषि मंत्रालय को भी इसकी जानकारी है। दूसरी तरफ सरकार विदशों से दाल आयात करने में खुश है।
दाल उगाने वाले किसानों को उन्नत बीजों के नाम पर मंडी से खरीद कर साधारण बीज दिए जाते हैं, कृषि मंत्रालय को भी इसकी जानकारी है। दूसरी तरफ सरकार विदशों से दाल आयात करने में खुश है।
By गाँव कनेक्शन