बारिश से बर्बाद हुईं हरी सब्जियों की फसलें, दोगुनी तक बढ़ी कीमतें

Virendra SinghVirendra Singh   8 Aug 2018 11:08 AM GMT

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बारिश से बर्बाद हुईं हरी सब्जियों की फसलें,  दोगुनी तक बढ़ी कीमतें

लखनऊ/बाराबंकी। देशभर में हो रही लगातार बारिश ने हरी सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंचा दिए हैं। पिछले 15 दिनों से रुक-रुक कर लगातार हो रही बारिश के कारण बाहर से आनी वाली सब्जियों की आवक बाधित हो रही है। रसोई का बजट बिगड़ रहा है।

उत्तर प्रदेश, बाराबंकी के सब्जी व्यवसाई मोहम्मद शमीम बताते हैं "बरसात के कारण सब्जी मांग के अनुरूप उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। टमाटर प्याज के दाम काफी बढ़ गए हैं। ट्रांसपोर्ट के हड़ताल के कारण पिछले दिनों महाराष्ट्र और इंदौर से आने वाली सब्जियों की आवक कम हो गई थी और अब लगातार बारिश से परेशानी और बढ़ी है। इंदौर, महाराष्ट्र और नैनीताल से आने वाला टमाटर, सोया मेथी और हरी सब्जियां की आवक घट गई है जिससे सब्जियों के भाव बढ़ने लगे हैं।


सब्जियों की मौजूदा दर देखें तो पिछले एक हफ्ते में ही काफी उछाल आया है। लखनऊ के गोमतीनगर स्थित सब्जी मंडी में सब्जी विक्रेता अनूप सरोज बताते हैं " पिछले हफ्ते 20 रुपए प्रति किलो बिकने वाली लौकी की कीमत अब 40 से 50 रुपए प्रति किलो बिक रही है। बैंगन की कीमत भी 10 से 20 रुपए चढ़कर 40-50 रुपए हो गई है। भिंडी की कीमत 30 से बढ़कर 50-60, तोरी 30 से बढ़कर 60-70, गोभी 40 से बढ़कर 50-60, खीरा 20 से बढ़कर 30-35, शिमला मिर्च 40 से बढ़कर 60-80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है। वहीं हरी मिर्च और आलू की कीमतों में 5 से 10 रुपए तक की बढ़ोतरी हुई है।

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बारिश के साथ-साथ कांवड़ यात्रा के लिए रूट डायवर्जन के कारण भी सब्जियों की कीमत बढ़ी है। बरेली स्थित डेलीपार मंडी के होलसेल कारोबारी नियाज अहमद ने बताया "बारिश के कारण सब्जियों की आवक बहुत कम हो गई है। ऊपर से रूट डायवर्जन के कारण परेशानी और बढ़ी है। रखी हुई सब्जियां खराब हो रही है। जिनके पास रखने की व्यवस्था है, वे दोगुना कीमत ले रहे हैं।


बाराबंकी के सब्जी किसान कैलाश चंद मौर्य बताते हैं "बरसात के कारण सब्जियों की कीम काफी बढ़ी है।" प्रगतशील किसान रमेश चंद्र मौर्या कहते हैं कि ज्यादा बरसात होने के कारण खेत में लगी सब्जियां सड़ने लगी हैं। जलभराव वाले खेतों में पूरी की पूरी फसल नष्ट हो गई है। लताओं वाली हरी सब्जियां कद्दू, लौकी तोरी, परवल, कुंदरू खेतों में पानी भर जाने से अधिकतर फसलें चौपट हो गई हैं। मंडियों में हरी सब्जियां मांग के अनुरूप नहीं पहुंच रही हैं जिससे भाव में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। वहीं किसान राजेश सिंह कहते हैं कि अर्ली फूलगोभी और पत्ता गोभी की नर्सरी खराब हो गई है, लगातार हो रही बारिश से किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।

नोट- सब्जियों की कीमत मंडी के अनुसार अलग-अलग हो सकती हैं।

  

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